आज के तनावपूर्ण जीवन में, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना एक चुनौती हो सकता है। चिंता, एक सामान्य परिणाम है, क्योंकि हमारे दिन-प्रतिदिन का काम और जीवन की समस्याएं हमें अक्सर बहुत अधिक रूप से प्रभावित करती हैं।
यहाँ, योग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है चिंता को कम करने में। योग में कुछ आसन हैं जो मन को शांत करते हैं और चिंता को दूर करने में सहायता करते हैं। इस लेख में हम उन्हीं आसनों, उनके प्रयास और उनके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।
Yoga Aasan ki Basic Samajh | योगासनों की बेसिक समझ
योग शरीर और स्वास्थ्य के लिए महत्व पूर्ण
योग एक ऐसी विधि है जिसको मनुष्य अपने शरीर एवं मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रयोग करते हैं।
योगासन की बात करें तो कुछ ऐसे विशेष आसन हैं जिसका प्रयोग करते समय हम लंबे समय उसी आसन में रहते हैं।
यह मात्र शारिरिक व्यायाम नहीं बल्कि भवनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं।
नीचे कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताया गया है जो आपकी चिंता और तनाव को दूर करने में मदद करेगा।
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Yoga Poses for Anxiety Relief
1. Balasana (बालासन) ya Child Pose
बालासन, एक मूल योगासन है जो शरीर और मन को आराम देता है। इसे करने के लिए, घुटने के बल जमीन पर बैठें और हिप्स को एड़ियों पर आराम करें। फिर अपने हाथों को आगे बढ़ाएं और माथा जमीन पर रखें। इतना होने पर, कुछ मिनटों के लिए इस स्थिति में रहें।
2. Viparita Karani (विपरीत करणी) ya Legs-Up-The-Wall Pose
विपरीत करणी, मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए अत्यंत उपयोगी है। इसे करने के लिए, किसी दीवार के निकट जमीन पर बैठें और अपनी टांगें उपर की और दीवार के साथ सीधे करें। अपने हाथों को अपने शरीर के दोनों ओर रखें।
3. Shavasana (शवासन) ya Corpse Pose
यह शायद सबसे सरल योग आसन है जो व्यक्ति को पूर्ण शांति और विश्राम प्रदान करता है। इसे करने के लिए, सीधा जमीन पर लेट जाएं, हाथें शरीर से कुछ दूरी पर और पाँव थोड़ा खुला। उसके बाद आँखें बंद करें और धीरे-धीरे सांस लें।
इन आसनों के नियमित अभ्यास से चिंता तनाव के साथ शरीर में जमा चर्बी भी कम कर सकते हैं। आइए जानें कि इन आसनों के अभ्यास से क्या लाभ होते हैं?
Anxiety Relief ke Liye Yog
Anxiety Relief ke Liye Balasana (Child’s Pose)
बालासन अर्थात चाइल्ड पोज के अभ्यास से मन शान्त होने लगता है। ध्यान एकाग्र करने में सहायक आसन बालासन है।
बालासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योग मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों को आगे बढ़ाकर मैट के ऊपर सामने की ओर फैलाएं।
हाथ के साथ साथ स्वयं को नीचे की ओर झुकाते जाएं, तथा अंत में सिर को भी नीचे टिका दें।
इस पोजीशन में कम से कम पांच मिनट रुकें तो मन शान्त होने के साथ साथ टेंशन दूर हो जाती है।
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Anjaneyasana (Low Lunge) ke Fayde
इस आसन के अभ्यास से स्वासन प्रणाली प्राभावित होती है। यह गहरी सांसों के लिए अत्यन्त लाभकारी अभ्यास है।
यदि आप सोचेंगे तो पाएंगे कि सांसों का आपके विचारों की गति पर अत्यन्त प्रभाव पड़ता है। जब आप चिंतित होते हैं तो सांसों की गति बढ़ जाती है।
इस आसन के अभ्यास के लिए ताड़ासन में खड़े हो जाएं। फिर अपने दाएं पैर को आगे और बाएं पैर को पीछे की ओर फैलाएं।
और अंत में दोनों हाथों कोऊपर की और लेकर जाएं। इस प्रकार आपका पूरा शरीर तनाव की स्थिति में होगा और मन शान्त होने लगता है।
इस पोजीशन में कुछ मिनट रुकें और धीरे धीरे ताड़ासन में आ जाएं।
Anxiety Relief ke Liye Marjariasana (Cat Stretch)
मर्जरी अर्थात बिल्ली। इस आसन में शरीर को बिल्ली की भांति फ्लेक्सिबल बनाना होता है।
यह आसन न सिर्फ़ शरीर को लचीला बनाता है बल्कि मन से चिंता और तनाव बाहर निकाल फेंकता है।
इस आसन के अभ्यास के लिए दोनो हाथों एवं पैरों को ज़मीन पर बैठ जाएं। शरीर की अवस्था को बच्चों के घुटने के बल वाली अवस्था में लाएं।
कंधे और पीठ को सीधा रखें।। पीठ और सिर की अंदर की ओर खींच लें। इसी पोजीशन में कम से कम एक मिनट रुकें और फिर समान्य अवस्था में आ जाएं।
दो से तीन चक्र इस आसन को दोहराएं।
Savasana (Corpse Pose) ke Fayde
शवासन केअभ्यास से मन और शरीर दोनों ही रिलैक्स हो जाते हैं। मन को शान्त करने का सर्वोत्तम उपाय शवासन है।
शवासन के अभ्यास के लिए पहले योग मैट पर सीधा होकर लेट जाएं। फिर दोनों हाथों को साइड में कर पूरा फैलाएं।
हथेलियों को उपर की ओर रखें और आंखें बंद कर आराम से लेट जाएं। शरीर और मन दोनों को रिलैक्स रहने दें।
इस पोजीशन में कुछ मिनट रुकें और फिर समान्य अवस्था में आ जाएं।
Pranayam aur Dhyana
Pranayam Kaise Karein
प्रणायाम तनाव एवं चिंता मुक्त होने का एक सरल एवं प्रभावी तरीका है।
इसके अभ्यास के लिए मैट पर सुखासन, पद्मासन अथवा वज्रासन में बैठ जाएं।
अनुलोम विलोम और कपाल भांति तो मुख्य प्रचलित प्राणायम है। इनमें से जो भी आपको आसान लगे उसका अभ्यास कम से कम 7 से 10 मिनट तक करें।
अनुलोम विलोम के अभ्यास के लिए एक नासिका द्वारा सांस लें, फिर उसे बंद कर दूसरी नासिका द्वारा सांस बाहर फेंक दें।
फिर जिससे सांस बाहर फेंका था उससे सांस भीतर लें एवं दूसरी से बाहर फेंक दें। इसी प्रक्रिया को दोहराएं।
Kapalbhati karne ke liye pehle gehri saans leejiye aur fir tez tez saans chodte hue pet ko andar ki taraf kheenchiye. Issey aapki saans ki kriya tez ho jati hai jisse aapke mastisk ko adhik oxygen milti hai.
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Dhyan Kaise Lagayein
Dhyan lagane ke liye sabse pehle shant aur shuddh jagah chunein. Sukhasan, padmasan ya ardh padmasan mein baithkar, aankhein band karke, man ko shant karke dhyan ko apne saans ki gati par kendrit karein. Saans lete samay aur chodte samay apne man ko saans ki gati par lagaye rakhein. Umar aur sharirik sthiti ke anusaar 15 se 30 minute tak dhyan lagayein.
Pranayam aur Dhyan Se Anxiety Relief Kaise Praapt Karein
Pranayam aur dhyan anxiety ko kam karne mein madadgar siddh hote hain. Pranayam ke dwara hum apni pran shakti ko niyantrit kar sakte hain, jisse humare sharir ki saari fefre sahi tarah se kaam karti hain aur hamein swasth rehne ki shakti deti hain.
Anulom Vilom pranayam humare dimag ko shant karta hai, khun ka sancharan badhata hai, aur stress aur anxiety ko kam leta hai.
Kapalbhati pranayam pachan kriya ko sudharti hai, oxygen ka star badhati hai aur toxic elements ko sharir se bahar nikalti hai, jo humare man ko shant karta hai aur anxiety ko kam karne mein madad karta hai.
Dhyan ki madhyam se hum apne man ko ekagr kar sakte hain, jisse humare vichar shant hote hain aur hume antarik shanti milti hai. Dhyan humari mansik sthiti ko sudharti hai aur hume anxiety relief mein madad karti hai.
Samay samay par pranayam aur dhyan karne se hum apne man ko control kar sakte hain aur anxiety ko kam karne mein safal ho sakte hain.
Final Words about Yoga Poses for Anxiety Relief: योग आसन और प्राणायाम, तनाव से निदान करने का एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका हो सकते हैं। वे मन को शांत करते हैं और हमें आत्म-अनुशासन और चिंतन क्षमता विकसित करने में मदद करते हैं।
प्रत्येक योग आसन और ध्यान के अभ्यास से, हम अपने आध्यात्मिक, मानसिक और भौतिक जीवन को बेहतर बना सकते हैं। निश्चित रूप से, योग की कला और विज्ञान हमें हमारी चिंताओं के साथ निपटने और एक समता स्थिति प्राप्त करने में सहायता कर सकती है।