Yoga for Beginners in Hindi- आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में शरीर और मन के स्वास्थ्य को संतुलित रखने के लिए योगासनों का अभ्यास अत्यंत आवश्यक है। योग जगत में कुल मिलाकर 300 से अधिक योगासन वर्णित है।
ऐसे में नए लोगों को किन योगासनों से शुरुआत करनी चाहिए यह तय करना अत्यंत मुश्किल हो जाता है।
यदि आप भी उनमें से एक है जो Yoga for Beginners in Hindiआसान एवं प्रभावी आसनों से शुरुआत करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है।
Mystic mind के इस आर्टिकल में नए लोगों के लिए किन योगासन का अभ्यास करना लाभकारी होगा, इस बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही योगासन चित्र सहित Yogasana Images With Name, नाम और लाभ के बारे में भी विस्तार से जानेंगे।
योगासनों के नाम Yoga for Beginners in Hindiएवं उनका अभ्यास जानने से पहले यह जानना आवश्यक है कि योगासन किस प्रकार आपके शरीर एवं मन को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
आइए संक्षेप में देखते हैं कि योगाभ्यास के नियमित अभ्यास से क्या परिवर्तन देखने के लिए मिलता है।
योग से लाभ और हानि
सही तरीके से किए गए आसनों के अभ्यास से कोई हानि नहीं बल्कि लाभ ही होते हैं जिनमें से कुछ विशेष निम्नलिखित हैं।
#१ योगासन के अभ्यास से शरीर में रक्त संचार एवं ऊर्जा का उचित संचार होने के कारण व्यक्ति चुस्त एवं ऊर्जावान महसूस करता है।
#२ योगासनों के नियमित अभ्यास से शरीर की हड्डियां और मांसपेशियां, जो दिन प्रतिदिन कार्य के लिए आवश्यक है, तंदुरुस्त रहती हैं। साथ ही व्यक्ति रोगमुक्त भी रहता है।
#३ योगासन के अभ्यास से संपूर्ण शरीर के साथ मस्तिष्क में भी ऊर्जा एवं रक्त संचार बढ़ जाता है। परिणाम स्वरूप सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि होती है।
#४ योग आसन के नियमित अभ्यास से मन शांत एवं बुद्धि अत्यंत प्रभावी तरीके से काम करती है। जिससे किसी भी क्षेत्र में सफलता मिलना आसान हो जाता है।
#५ योगासन के अभ्यास से शरीर के भीतरी अंग जैसे कि पाचन तंत्र, ह्रदय, रक्त धमनियां, मस्तिष्क आदि स्वस्थ एवं सुचारू रूप से काम करते हैं।
संक्षेप में कहूं तो योगासन एवं ध्यान का अभ्यास ही योगियों की लंबी उम्र का रहस्य है। इस प्रकार नियमित रूप से योगासनों का अभ्यास करने वाले लोग स्वस्थ एवं निरोगी काया वाले होते हैं।
आइए देखते हैं कि नए लोगों के लिए कौन से आसन Yoga for Beginners in Hindi आवश्यक हैं। इन आसनों के अभ्यास से शरीर लचीला एवं कठिन आसनों के अभ्यास के लिए तैयार होता है।
Yoga Poses for Beginners in Hindi
#१ Yoga for Beginners in Hindi- वृक्षासन
सबसे पहला आसन जो नए लोगों के लिए आवश्यक है, वह वृक्षासन। जिस प्रकार वृक्ष की जड़ें उसके स्वास्थ्य एवं लंबी उम्र का कारण होती हैं, उसी प्रकार वृक्षासन शरीर के पोश्चर एवं आकार को मजबूत बनाने में सहायक आसन है।
अभ्यास में सरल सा दिखने वाला है यह आसन शरीर का संतुलन बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण आसन है।
वृक्षासन अभ्यास की विधि
#१ वृक्षासन अभ्यास के लिए संपूर्ण सावधान की मुद्रा में सीधे होकर खड़े हो जाएं। दोनों पैरों को पास तथा हाथों को बिल्कुल सीधा रखें। सिर बिल्कुल सीधा एवं नजरें सामने की ओर रखें।
#२ अब धीरे धीरे बाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए बाईं जांघ पर अंदर की तरफ सटाकर टिका दें। ऐसा करते समय आपके संपूर्ण शरीर का भार बाएं पैर पर रहेगा इसलिए बाएं पैर को मजबूती के साथ जमीन पर टिकाए रखें।
#३ अब धीरे-धीरे दोनों हाथों को ऊपर उठाते हुए छाती के सामने लाएं तथा नमस्कार की मुद्रा में खड़े हो जाएं। ध्यान को सामने किसी एक जगह पर टिकाए एवं शरीर का संतुलन बनाए रखें।
#४ 25 से 30 सेकंड तक इसी अवस्था में खड़े रहें, सांसों को सामान्य रखें। फिर धीरे-धीरे दोनों हाथों को नीचे पूर्व अवस्था में लाएं। और दाहिने पैर को बाईं जांघ से हटाकर बिल्कुल सीधा कर जमीन पर रख दें।
#५ सांसों को ढीला छोड़ें एवं सामान्य होने दें। कुछ देर विश्राम के बाद फिर से वृक्षासन का अभ्यास करें। शुरुआती दिनों में 3 से 5 बार वृक्षासन का अभ्यास करना लाभकारी होता है।
जानें: वृक्षासन के लाभ एवं सावधानियां
#२ Yoga for Beginners in Hindi- अधोमुख श्वानासन
अंग्रेजी में डाउनवर्ड फेसिंग डॉग पोज के नाम से जाने वाला अधोमुख श्वानासन शुरुआत करने के लिए लाभदायक आसन है।
इस आसन के अभ्यास से तनाव चिंता अवसाद अनिद्रा जैसी बीमारियों से मुक्ति मिलती है एवं शरीर लचीला बनता है।
अधोमुख श्वानासन अभ्यास की विधि
#१ सर्वप्रथम चटाई पर पेट के बल बिल्कुल सीधा होकर लेट जाएं तथा सांस भीतर खींचते हुए शरीर को मध्य अर्थात कमर से ऊपर उठाएं।
#२ सांस बाहर छोड़ते हुए शरीर के मध्य भाग को जितना ऊपर ले जा सकते हैं ले जाएं। ऐसा करते समय सम्पूर्ण शरीर का भार हाथ एवं पैरों पर रखें।
#३ ऊपर उठने के बाद शरीर चित्र में दिख रहे वी [V] आकर में दिखाई देने लगता है। ध्यान रहे कि पैर, हाथ एवं सिर बिल्कुल इसी आकार में स्थित रहे।
#४ इसी अवस्था में कुछ देर तक रुकें, सांसों को सामान्य गति से चलने दें, तथा ध्यान को नाभि पर केंद्रित रखें।
#५ धीरे धीरे शरीर को पूर्ववत सामान्य अवस्था में लाएं तथा कुछ देर शांत रहें। दो से तीन चक्र इस आसन का अभ्यास करें।
#३ Yoga for Beginners in Hindi- सेतुबंध आसन
सेतुबंध आसन पिछले आसन का बिल्कुल उल्टा आसन है। इस आसन के दौरान शरीर को पीछे की ओर झुकाया जाता है।
नए लोगों के लिए यह आसन सर्वोत्तम आसन माना जाता है क्योंकि इसके अभ्यास से रीड की हड्डी लचीली बनती है जिससे शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ता है तथा व्यक्ति रोग मुक्त होता है।
सेतुबंध आसन अभ्यास की विधि
#१ सेतुबंधासन अभ्यास के लिए चटाई पर पीठ के बल बिल्कुल सीधा होकर लेट जाए एवं 4 से 5 लंबी गहरी सांस लें। हाथों को बिल्कुल सीधा तथा नजरें ऊपर की ओर रखें।
#२ अब पैरों को घुटने से मोड़कर पंजों को नितंबों के पास तक ले आए तथा शरीर का भार पैरों पर डालते हुए शरीर को कमर से ऊपर उठाना शुरू करें। ध्यान रहे दोनों हाथों को अभी भी सामान्य रूप से जमीन पर ही रहने देना है।
#३ शरीर जितना ऊपर उठ सके उठाएं तथा कुछ सेकंड के लिए उसी अवस्था में रुक जाएं। आंखें बंद कर शरीर में होने वाले परिवर्तनों पर ध्यान दें एवं धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए शरीर को पुनः जमीन पर ले आएं।
#४ पैरों को पूर्ववत अवस्था में बिल्कुल सीधा कर दें। कुछ देर तक इसी अवस्था में रहे सांसों को सामान्य गति में आने दें तथा फिर से इस आसन का अभ्यास करें।
#५ शुरुआती दिनों में तीन से पांच बार सेतुबंध आसन का अभ्यास सर्वोत्तम होता है।
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#४ Yoga for Beginners in Hindi- पश्चिमोत्तानासन
जिस प्रकार शरीर के भीतरी अंगों का स्वस्थ रहना एवं सुचारु रुप से काम करना आवश्यक है उसी प्रकार शरीर के अंगो का ऊपर से भी स्वस्थ रहना आवश्यक है।
शरीर के अंग जैसे कि हाथ एवं पैर जिनके सक्रिय रहने से जीवन में गतिशीलता बनी रहती है इनके स्वास्थ्य के लिए सर्वश्रेष्ठ आसन पश्चिमोत्तानासन है।
पश्चिमोत्तानासन अभ्यास की विधि
#१ पश्चिमोत्तानासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले जमीन पर बिल्कुल सीधी अवस्था में बैठ जाएं तथा दोनों पैरों को सामने की ओर फैला लें। दोनों पैरों को आपस में सटाकर रखें शरीर को बिल्कुल सीधा एवं गर्दन को भी सीधी रखें।
#२ शरीर को धड़ से आगे की ओर झुकाते हुए दोनों हाथों के कोहनियों को घुटनों के ऊपर रख दें। दोनों हथेलियों से दोनों पैरों के अंगूठे को पकड़ने की कोशिश करें।
#३ गहरी सांस लें तथा सांस छोड़ते हुए सिर को नीचे झुकाने एवं माथे से पैरों के घुटने को छूने की कोशिश करें। जितना नीचे झुक सकते हैं उतना झुकें तथा उसी मुद्रा में कुछ देर तक बने रहें।
#४ फिर धीरे-धीरे सिर को ऊपर लाएं, हथेलियों को आपस में जोड़ें तथा दोनों हाथों को ऊपर लाते हुए शरीर को पूर्ववत सामान्य अवस्था में सीधे लाकर बैठ जाएं।
#५ कुछ देर विश्राम के बाद इस आसन को दोबारा करें। नए लोग यदि इसआसन को तीन से चार बार करें तो उनको चमत्कारी लाभ देखने को मिलता है।
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#५ Yoga for Beginners in Hindi बालासन
बच्चों जैसा निश्चल स्वभाव एवं खुश मन पाने के लिए बालासन का अभ्यास सर्वोत्तम तरीका है। जिस प्रकार छोटे बच्चे सोते हुए निश्चिंत होकर सोते हैं, उसी प्रकार इस आसन के अभ्यास से तनाव कम होता है एवं मानसिक स्वास्थ्य बढ़ता है।
कुछ मिनटों के लिए किए गए बालासन के अभ्यास से मस्तिष्क में रक्त एवं ऊर्जा का संचार बढ़ता है। मस्तिष्क की मांसपेशियां स्वस्थ होती हैं एवं मनुष्य तनाव रहित तथा ऊर्जावान महसूस करता है।
बालासन अभ्यास की विधि
#१ बालासन अभ्यास के लिए चटाई पर घुटनों के बल सीधे होकर बैठ जाएं। ध्यान रहे पैरों के दोनों घुटने टखने एवं पंजे आपस में सटे रहे तथा नितंबों को पूर्ण रूप से पंजों पर टिका दें।
#२ शरीर को बिल्कुल सीधा रखें दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। लंबी गहरी सांस लें तथा सांस को बाहर छोड़ते हुए दोनों हाथों को सामने की ओर जमीन पर फैलाना शुरू करें।
#३ शरीर के साथ हाथों को तब तक आगे की ओर फैलाएं जब तक सिर जमीन पर ना आ जाए। माथे को जमीन पर टिका दें तथा सांसों को सामान्य होने दें।
#४ शरीर में हो रहे तनाव को महसूस करें तथा 25 से 30 सेकंड तक इसी अवस्था में बने रहें। फिर धीरे-धीरे दोनों हाथों को पीछे लाते हुए शरीर को ऊपर उठाना शुरू करें तथा पूर्ववत अवस्था में दोनों हथेलियों को घुटनों पर लाकर टिका दें।
#५ दोनों पैरों को सीधा कर सुखासन मुद्रा में बैठ जाएं। कुछ देर विश्राम के बाद बालासन का अभ्यास दोबारा करें। शुरुआती दिनों में 3 से 5 बार बालासन का अभ्यास करने से कई शारीरिक एवं मानसिक लाभ होते हैं।
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#६ Yoga for Beginners in Hindi ताड़ासन
नए लोगों के लिए आसनों में से अगला आसन ताड़ासन है। शारीरिक मुद्रा को सुधारने के साथ-साथ रीढ़ की हड्डियों का ख्याल रखने वाला सर्वोत्तम आसन ताड़ासन है।
यह आसन लंबाई बढ़ाने के साथ-साथ शरीर में जमा चर्बी कम करने के साथ नकारात्मक एनर्जी को आपके शरीर से दूर करने में मदद करता है।
ताड़ासन अभ्यास की विधि
#१ ताड़ासन के अभ्यास के लिए चटाई पर बिल्कुल सीधी अवस्था में खड़े हो जाएं। पैरों को विश्राम की अवस्था में रखें अर्थात दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी बनाए रखें।
#२ एक लंबी गहरी सांस लें तथा संपूर्ण शरीर को एड़ी से ऊपर उठाते हुए पैरों की उंगलियों के सहारे खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को धीरे-धीरे ऊपर उठाते हुए सिर के ऊपर ले जाएं तथा दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ दें। नमस्कार की मुद्रा में भी रख सकते हैं।
#३ इसी अवस्था में 25 से 1 की 30 सेकंड तक बने रहें तथा जितना संभव हो शरीर को ऊपर की ओर खींचने की कोशिश करते रहें। ध्यान रहे शरीर का संतुलन बनाए रखना अति आवश्यक है।
#४ फिर धीरे-धीरे दोनों हाथों को सामान्य मुद्रा में नीचे की ओर ले आएं तथा शरीर को धीरे-धीरे संपूर्ण जमीन पर रख दें। पैरों को भी पूर्ण रूप से जमीन पर रख दें।
#५ थोड़ी देर विश्राम के बाद ताड़ासन का अभ्यास पुनः करें। नए लोग इस आसन के अभ्यास 3 से 5 बार करें।
जानें: ताड़ासन अभ्यास की सही विधि एवं सावधानियां
#७ Yoga for Beginners in Hindi सुखासन
सुखासन एक आसान सा योग आसन है जिसका अभ्यास बच्चे भी आसानी से कर सकते हैं। जिस प्रकार ताड़ासन खड़े होने की मुद्रा को सुधारता है उसी प्रकार सुख आसन बैठने की मुद्रा को सुधारने में मदद करता है।
सुख आसन के नियमित अभ्यास से चिंता तनाव एवं मानसिक थकान आदि दूर होते हैं।
#८ Yoga for Beginners in Hindi त्रिकोणासन
जिस प्रकार छोटे बच्चे की मालिश करते वक्त उसके शरीर को विपरीत दिशा में मरोड़ना उसकी शारीरिक वृद्धि के लिए लाभकारी होता है उसी प्रकार त्रिकोणासन वयस्कों के लिए भी स्वास्थ्यवर्धक होता है।
त्रिकोण आसन के अभ्यास से पूरे शरीर में खिंचाव होता है जिससे शरीर के आंतरिक अंग स्वस्थ होते हैं।
साथ ही शरीर में तनाव के कारण संपूर्ण शरीर में रक्त संचार एवं ऊर्जा का संचार बढ़ता है जिससे कार्य करने की क्षमता में वृद्धि होती है।
त्रिकोणासन अभ्यास की विधि
#१ त्रिकोणासन अभ्यास के लिए चटाई पर बिल्कुल सीधे होकर खड़े हो जाएं। लंबी गहरी सांस लें तथा दोनों पैरों को विपरीत दिशा में दूर तक ले जाए अर्थात दोनों के बीच थोड़ी सी दूरी बनाएं।
#२ दाएं पैर को 90 डिग्री पर मोड़ें। दोनों हाथों को ऊपर उठाते हुए कंधे के बराबर तक ले जाएं। अब धीरे-धीरे शरीर को दाईं तरफ झुकाते हुए दाएं हाथ की उंगलियों से बाएं पैर के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। हथेलियों को डाइनिंग पैर के पास जमीन पर रख दें।
#३ बाएं हाथ को ऊपर की ओर ले जाए तथा बिल्कुल सीधा रखें। 25 से 30 सेकंड तक इसी अवस्था में रहें तथा शरीर के विभिन्न अंगों में होने वाले तनाव को महसूस करें।
#४ कुछ देर इसी अवस्था में रुकने के बाद धीरे-धीरे दाहिने हाथ को ऊपर उठाना शुरू करें। बाएं हाथ को नीचे तथा शरीर को ऊपर उठाते हुए बिल्कुल सीधे पूर्ववत अवस्था में खड़े हो जाएं।
जानें: त्रिकोणासन अभ्यास की सही विधि, लाभ एवं सावधानियां
#९ Yoga for Beginners in Hindi- शवासन
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह आसन शरीर को शव की मुद्रा में रखता है। जिस प्रकार मृत व्यक्ति अपने शरीर में किसी प्रकार की कोई हलचल नहीं कर सकता उसी प्रकार शवासन किसी भी प्रकार की हलचल की अनुमति नहीं देता है।
शवासन के अभ्यास के दरमियान शरीर को शिथिल एवं मन को शांत रखना होता है। परिणाम स्वरूप शरीर के आंतरिक अंग स्वस्थ बनते हैं एवं सुचारू रूप से काम करते हैं।
साथ ही किसी भी प्रकार का मानसिक शारीरिक तनाव दूर होते हैं।
योगासन के अंत में शवासन का अभ्यास अत्यंत आवश्यक है। कारण मात्र इतना है कि योग आसन के अभ्यास के दरमियान शरीर में खींचा तनाव के कारण होने वाली पीड़ा से मुक्ति पाना है।
Final Words: उम्मीद है, इन आसनों Yoga for Beginners in Hindi के अभ्यास से आपको जो लाभ मिलेंगे उससे आपका शारीरिक एवं मानसिक सकारात्मक बदलाव दिखेंगे तथा आप अन्य आसनों की ओर अग्रसित होंगे।
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सबका मंगल हो
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