क्या आपको भी डर है कि कहीं आपका बच्चा कुपोषण का शिकार तो नहीं है? कुपोषण अर्थात आपके बच्चे को आवश्यक पोषक तत्त्व नहीं मिल रहे हैं।

आवश्यक पोषक तत्वों की कमी से बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। आईए जानते हैं बच्चों में कुपोषण के क्या लक्षण पाए जाते हैं?

यदि आपका बच्चा हर बात में चिड़चिड़ा होता है, चाहे बात खेलने की हो, खाने की हो या पढ़ने की। यदि बच्चा बिना वजह रोता रहता है या गुस्सा करता है तो उसमें किसी पोषक तत्त्व की कमी है

यदि आपका बच्चा सुस्त और थका थका सा रहता है। किसी भी खेल या अन्य बातों में दिलचस्पी नहीं दिखाता तो उसमें किसी पोषक तत्त्व की कमी हो सकती है।

उम्र के हिसाब से यदि आपके बच्चे का वजन या उसकी लंबाई कम बढ़ रही है तो आपको उसका हेल्थ चेक अप करा लेना चाहिए। यह कुपोषण का एक लक्षण है।

यदि आपका बच्चा बार सर्दी जुकाम अथवा वायरल का शिकार हो जाता है तो उसमें रोग प्रतिकार की अधिक कमी है। आपका बच्चा कुपोषण का शिकार हो सकता है।

यदि आपके बच्चे का पेट, छाती अथवा दोनों ही बेढंग सा बाहर निकल रहा है तो आपका बच्चा कुपोषण को चपेट में है।

यदि बच्चे को मांसपेशियों में दम नहीं है या वह अत्यंत दुबला पतला है तो उसमें आवश्यक पोषक तत्वों की कमी है।

यदि बच्चे को बार उल्टी दस्त की समस्या होती है या पेट संबंधी परेशानी बनी रहती है तो बच्चा कुपोषण से ग्रसित है।