Third Eye Activation in Hindi।आज्ञाचक्र सक्रिय करने की 5 विधियाँ

Third eye activation in Hindi आज्ञा चक्र को कैसे Activate करें? तीसरी आंख को ध्यान के अलावा अन्य तरीकों से भी सक्रिय किया जा सकता है। आज्ञा चक्र के सक्रिय होते ही आकर्षण का नियम भी काम करने लगता है।
आकर्षण का नियम जो आपकी किसी भी इच्छा को सच करने का आसन तरीका है।

आज्ञा चक्र की activation विधि जानने से पहले यह जान लेना अति आवश्यक है कि third eye आखिर चीज़ क्या है।

Third eye meaning in Hindi

Third Eye जिसे हिंदी में तीसरी आँख या आज्ञा चक्र भी कहते हैं, इसे कई नामों से जाना जाता है। यह माथे के बिल्कुल बीच तथा भृकुटी के मध्य में स्थित होती है। कुछ लोग इसे छठी इन्द्रिय अर्थात Sixth Sense के नाम से भी जानते हैं।

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विज्ञान और चिकित्सा शास्त्र की दुनिया में इसे Pineal Gland पीनियाल ग्लैंड के नाम से जाना जाता है। अध्यात्म जगत के अनुसार आत्मा का निवास स्थान यही है तथा इसे Subconscious Mind अर्थात अवचेतन मन भी कहा जाता है।

यदि थोड़ा विस्तार में जाएं तो आशा है कि आप सभी शिवजी के तीसरे नेत्र से परिचित हैं। आपको यह भी पता होगा कि वह कितनी शक्तिशाली है।

कहने का तात्पर्य यह है कि हमें ईश्वर ने पांच इन्द्रियां दी हैं जिसका सरलता से प्रयोग कर हम सभी जीवन यापन करते हैं। किंतु, इस छठी इन्द्रिय [जो खुद भी गुप्त है तथा उसकी शक्तियां भी] का प्रयोग करने के लिए हमें अपने आपको प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाने की मेहनत करनी पड़ती है अर्थात इसे Activate करना पड़ता है।

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Why to Activate Third Eye तीसरी आंख खोलने की क्या आवश्यकता है?

यदि आपके मन में ये सवाल उठता है कि जीवन तो आसानी से चल रहा है फिर ये सब करने की क्या आवश्यकता है? तो इस समझने की कोशिश करें। वैज्ञानिक भाषा में कहा जाए तो मनुष्य अपने मस्तिष्क का सिर्फ १०-१५ प्रतिशत हिस्सा ही प्रयोग करता है, तो आपको नहीं लगता कि हमें कोशिश कर अपनी सारी शक्तियों का उपयोग करना चाहिए।

Open your Third Eye with MysticMind

Third Eye अर्थात आज्ञा चक्र वह छठी इंद्रिय है जिसकी मदद से आप जिन चीजों को खुली आंखों से देख नहीं सकते, हाथों से छू नहीं सकते और कान से सुन नहीं सकते उसे भी महसूस कर सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो आप उन सभी अदृश्य चीजों का अनुभव कर सकते हैं जो आपके आस पास हैं किन्तु आप उससे अनजान है.

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आज्ञा चक्र को कुछ लोग इसे इनट्यूशन INTUITION भी कहते हैं। तो, यदि कोई इतनी शक्तिशाली चीज़ आपके भीतर सुप्तावस्था में पड़ी हुई है तो उसे जगाने की कोशिश अवश्य करनी चाहिए।

कुछ लोगों का कहना है कि इसे खोलना अत्यंत कठिन काम है, शायद ऐसा इसलिए क्योंकि तीसरी आंख का दूसरा नाम “सत्य” है और लोग सत्यता के साथ जीना भूल गए हैं। मेरा मानना है कि ये लोग कुछ हद तक सही है, सरल तो बिल्कुल नहीं है लेकिन नामुमकिन भी नहीं है।

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Third eye opening benefits आज्ञा चक्र के खुलने से होने वाले फ़ायदे

यदि आप अभी भी संकोच में हैं कि आपको THIRD EYE ACTIVATION करना चाहिए या नहीं? तो, आगे पढ़िए शायद आपको बेहतर वजह मिल जाए।

१- जैसा कि हमने ऊपर देखा, यह शक्तियों का श्रोत है। जैसे ही आप उसे खोलने की दिशा में काम करना शुरू करते हैं, सारी सुप्त अलौकिक शक्तियां जागृत होने लगती हैं। उदाहरण के लिए, आपसे HEALING ENERGY हीलिंग ऊर्जा का प्रवाह होने लगता है। आपकी श्रवण, दृश्य, शक्ति प्रबल हो जाती है।

जब आप की तीसरी आंख खुल जाती है तो आप टेलीपैथी कर पाते हैं। टेलीपैथी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आप दूर बैठे किसी भी इंसान को अपना कोई संदेश विचारों द्वारा भेज सकते हैं। या कोई इंसान आपके बारे में कहीं बैठकर कुछ सोच रहा है या बातें कर रहा है तो आप उसे महसूस कर सकते हैं। इतना ही नहीं, आप यह भी जान सकते हैं कि सामने वाला आपके लिए कुछ अच्छा सोच रहा है या बुरा।

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२- आप अदृश्य, अनदेखी चीजों को भी देख सकते हैं। यहां पर मेरा कहने का तात्पर्य ऐसा है कि संसार में कोई ऐसी जगह नहीं है जहां पर किसी न किसी शक्ति का वास हो। फिर चाहे वह नकारात्मक शक्ति हो चाहे सकारात्मक। जब आप की तीसरी आंख खुलती है तो आप किसी स्थान पर उपस्थित उस शक्ति का अनुभव कर सकते हैं।

३- जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि आपको शक्तियों का अनुभव होने लगता है। इतना ही नहीं आपकी संवेदनशीलता इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि आप यह भी महसूस कर सकते हैं कि वहां पर उपस्थित शक्ति नकारात्मक है या सकारात्मक। Third eye activation in Hindi

४- सही गलत पहचानने की शक्ति में जबरदस्त तीव्रता आ जाती है। आपको ज्यादा कुछ आंकलन करने की जरूरत नहीं पड़ती। बस एक नज़र में आप सच जान लेते हैं अर्थात आपकी इन्ट्यूशन शक्ति बढ़ जाती है।

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५- आप दूसरों का औरा आसानी से देख सकते हैं। औरा देखकर आप उसके विचारों को भी पहचान लेते हैं। औरा उर्जा का एक घेरा होता है जो हमारे शरीर के चारों तरफ होता है। हम जैसा सोचते हैं वैसा ही हमारा औरा बनता है और वह हमें बाहर की उर्जा से सुरक्षित करता है।

आपने देवी-देवताओं के चित्र में देखा होगा उनके सिर के चारों तरफ एक चक्र सा दिखाई देता है उसे औरा कहते हैं। जो इंसान जैसा सोचता है उसके विचारों के हिसाब से अलग-अलग रंग की ऊर्जा से उसका औरा बनता है।

६- आपका बौद्धिक स्तर बढ़ जाता है, आप यह समझने लगते हैं कि सब कुछ एक दूसरे से जुड़ा हुआ है, कुछ भी अलग नहीं है। आपमें साक्षी भाव आ जाता है। आप परिस्थितियों को अपने नज़रिए से नहीं बल्कि वे जैसी हैं वैसे ही देखने लगते हैं। जिसका परिणाम यह होता है कि आप सुख दुःख की भावना से ऊपर उठकर आनंदित होकर जीने लगते हैं।

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७- तीसरी आंख खोलने का एक फायदा यह भी है कि आप परिस्थितियों के वश में नहीं होते हैं। अक्सर परिस्थितियों के हिसाब से लोगों का मानसिक संतुलन बनता और बिगड़ता रहता है। THIRD EYE ACTIVATION के बाद परिस्थितियां बिल्कुल भी आप पर हावी नहीं होती है।

आप किसी भी परिस्थिति में विचलित नहीं होते, क्योंकि आपको पता होता है कि जो कुछ हो रहा है सब अच्छे के लिए हो रहा है। Third eye activation in Hindi

८- सारी नकारात्मक भावनाओं से आप मुक्त हो जाते हैं तथा आपका ह्रदय प्रेम से भर जाता है। आपको किसी पर गुस्सा नहीं आता ना ही नाराज़गी होती है क्योंकि आपकी समझ में ये आ जाता है कि सामने वाला यदि ऐसा है तो क्यों है? उदाहरण के तौर पर अगर आपका कोई मित्र या संबंधी जिसका व्यवहार आप को कभी पसंद नहीं आया।

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जब आप की तीसरी आंख खुलने लगती है तो आपको बोध होने लगता है कि कोई भी व्यक्ति यदि ऐसा है तो क्यों है? वह उसके किसी पिछले जन्मों के कर्मों का फल हो सकता है या किसी परिस्थिति का परिणाम हो सकता है। जैसे ही आप को इस बात की अनुभूति होती है आप उस व्यक्ति को पसंद करने लगते हैं या फिर स्वीकार करने लगते हैं।

९- आप सिक्के के दोनों पहलुओं को देखना शुरू कर देते हैं। आपने देखा होगा कि जो लोग अध्यात्मिक हैं, वे किसी भी झगड़े में महीने उलझते हैं, कभी सोचा है ऐसा क्यों? ऐसा नहीं है कि उन्हें किसी से कोई मतलब नहीं होता है, बल्कि उन्हें इस बात का एहसास होता है कि दोनों भी अपनी जगह सही हैं। किसी एक का पक्ष लेना दूसरे के लिए गलत हो सकता है, और झगड़े की परिस्थिति में कोई सुनने के लिए तैयार नहीं होता इसलिए ये शांत रहना उचित समझते हैं।

१०- तीसरी आंख खोलने का सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि आप कर्मों के प्रति हमेशा सजग रहते हैं। जान-बूझकर कभी किसी का बुरा करना या कोई अन्य काम गलत मंशा से नहीं कर सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो आपकी जगी हुई शक्तियां आपको सही कर्म करने के लिए ना सिर्फ प्रेरित करती हैं बल्कि आप को सही राह पर चलने की शक्ति भी प्रदान करती हैं।

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११- आप अधिक कृतज्ञ रहने लगते हैं। आपको हर परिस्थिति में उसमें छिपी अच्छाइयां नज़र आने लगती है। आपको किसी इंसान से, किसी परिस्थिति से कोई उम्मीद या शिकायत नहीं रह जाती है। जिसका परिणाम यह होता है कि आपके बिगड़े हुए रिश्ते भी सुधारने लगते हैं और अन्य रिश्तों में और भी मधुरता आ जाती है।

१२- आपकी तीसरी आंख खुलने का सबसे खूबसूरत अनुभव ये होता है कि आप भूतकाल में घटी घटनाओं के बारे में सोचना तो दूर, आप उसमे थोड़ी भी रुचि नहीं ले पाते हैं। यह मुझे एक खूबसूरत अनुभव इसलिए लगता है क्योंकि ज्यादातर इंसान भूतकाल में ही जीता है और अगर आप अपने आसपास देखेंगे तो सारी समस्याओं की जड़ भूतकाल की किसी घटना से जुड़ी होती है।

मनुष्य बहुत कोशिश करता है लेकिन उसे भूल नहीं पाता है किंतु तीसरी आंख के खुलते ही वह किसी भी पुरानी घटनाओं को चुटकियों में जाने देता है। ऐसा लगता है कि कोई है जो आपके विचारों को पीछे, भूतकाल में घटी घटनाओं को सोचने से रोक रहा है। जिसका परिणाम होता है कि आप वर्तमान में जीते हैं।

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१३- आपका CONCENTRATION अर्थात फोकस बढ़ जाता है। आप अपने जीवन को एक मायने देने में इतना लग जाते हैं कि अन्य बातें और समस्याएं बहुत तुच्छ महसूस होने लगती हैं।
इतना ही नहीं, आप अपने असंभव से लगने वाले लक्ष्य को भी पा सकते हैं। यदि सारी बातों का निचोड़ एक वाक्य में कहूं तो आप अपनी उर्जा का सही सही प्रयोग करना सीख जाते हैं।

third eye example

Third eye opening symptoms/ Experiences आज्ञा चक्र खुलने के संकेत या अनुभव

जैसे ही आपका आज्ञा चक्र खुलने लगता है आपको भिन्न भिन्न चीजों के नए नए अनुभव होने लगते हैं। जिनमें से कुछ अनुभव नीचे हैं।

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१- किसी घटना के होने से पहले आपको उसका अनुभव होने लगता है, संकेत मिलने लगते हैं। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आपने कोई घटना देखी जो अभी अभी घटित हुई है, किन्तु आपको लगेगा कि ये तो हमने पहले भी कहीं देखा है। अर्थात आपको पूर्वानुमान हो सकते हैं।

२- आपके माथे पर तनाव खिंचाव कभी कभी दर्द भी हो सकता है। दोनों भौंहें, भृकुटी के बिल्कुल मध्य, बीच माथे पर तीव्र तनाव का अनुभव होने लगे तो समझिए आपकी तीसरी आंख खुल रही है। Third eye activation in Hindi

३- आपके भोजन का चुनाव और समय बदल बदल सकता है। यदि आपको बाहर, होटल आदि के खानों में रुचि थी, या मांस- मदिरा में दिलचसपी थी तो अचानक वह खत्म हो सकती है। तली- भुनी चीजों के बजाय आपको सात्विक भोजन जैसे कि फल या फिर हरी सब्जियां या कच्चे और अंकुरित अन्न खाना अच्छा लग सकता है।

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४- आप चीजों को अलग तरीके से देखने लगते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो आपकी ऊर्जा एक दूसरे डायमेंशन में प्रवेश करने लगती है। जिन परिस्थितियों में पहले आप उत्तेजित हो जाया करते थे या आपको गुस्सा आ जाया करता था उन्हीं परिस्थितियों में अब आप शांत रहने लगते हैं। Third eye activation in Hindi

५- आपके ध्यान की गहराई बढ़ जाती है। कुछ अजीब गहरा और सुंदर अनुभव होने लगता है। आप इतनी गहराई में जाने लगते हैं जहां से आपको बाहर आने का मन नहीं करता है।
आपको शांत और अकेले रहना पसंद आने लगता है।

६- आपकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है। आप उर्जा के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं लोगों के प्रति अपने विचारों के प्रति दूसरों की भी भावनाओं के प्रति आप की संवेदनशीलता बढ़ जाती है।

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७- जब तीसरी आंख खुल रही होती है तो आप एक अलग तरह का सिर दर्द अनुभव कर सकते हैं। जो माथे से होकर सिर के चारों तरफ़ महसूस हो सकता है, कुछ तनाव, खिंचाव सा हो रहा होता है। यदि आपको ऐसा महसूस हो तो खुद को बिल्कुल भी ढीला छोड़ दें तथा प्रकृति के सान्निध्य में समय बिताएं।

८- नींद की गहराई बढ़ जाती है। कई बार मनुष्य चाह कर भी सो नहीं पाता है। जब आप तीसरी आंख खोलने का प्रयत्न करते हैं तो आपके सोने और जागने दोनों के समय में परिवर्तन हो सकता है। इसका सबसे अच्छा अनुभव है कि। सुबह ३:३० से ४ के बीच नींद खुल जाती है।

९- आप एक अदृश्य शक्तिशाली तार दिखने लगता है जो परिस्थिति या मनुष्य को एक दूसरे से जोड़ता है। आपकी समझ में आने लगता है कि कुछ भी अलग नहीं हो रहा है बल्कि सारी घटनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। Third eye activation in Hindi

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१०- आपको खास नंबर दिखाई दिख सकते हैं जैसे कि आप जितनी बार घड़ी पर नज़र डालते हैं आपको ११:११, १२:१२ , ०१:०१, ०४:०४ इत्यादि इस तरह के नंबर दिखने लगते हैं। इस तरह ने नंबर दिखने का अर्थ होता है कि आप एक समय के अलग डायमेंशन में प्रवेश कर रहे हैं।

११- MATERIAL THINGS सुख- सुविधाओं से आपका मन उठने लग सकता है। आपको प्रकृति तथा जीव जंतुओं के साथ समय बिताना अच्छा लगता है। यहां तक कि उनके साथ भी आपको एक जुड़ाव दिखाई दे सकता है।

ये कुछ अनुभव हैं जो ज्यादातर लोगों को हुए हैं। एक बात यहां पर मैं कहना चाहूंगी कि हर व्यक्ति को अलग अनुभव होता है और यह अनुभव उनके कर्मों के आधार पर होते हैं। यदि आपको ऐसे अनुभव नहीं होते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आपका ध्यान काम नहीं कर रहा है। आपको कुछ अलग अनुभव भी हो सकते हैं।

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Third Eye Meditation in Hindi तीसरी आंख खोलने के लिए ध्यान की विधियां

सबसे पहले मैं एक बात साफ शब्दों में बता देना चाहती हूं कि इस दुनिया में जितने भी प्रकार के ध्यान किए जाते हैं सबसे आज्ञा चक्र खुलता है। अंतर सिर्फ इतना है कि कुछ ध्यान की पद्धति कम समय लेती है और कुछ अधिक समय लेती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यहां पर यह है कि आपके ध्यान का स्तर क्या है, समय सिर्फ उस पर निर्भर करता है।

मेरा आपको सुझाव रहेगा कि आप अपने आसपास कोई ध्यान केंद्र देखिए या किसी सही गुरू की तलाश कीजिए और GUIDANCE में ध्यान कीजिए। इस सुझाव के पीछे मेरी मंशा सिर्फ इतनी है कि तीसरी आंख खुलते समय जो अनुभव और सवाल खड़े होते हैं, उसका समाधान देने के लिए कोई उपलब्ध रहेगा।

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method to open third eye

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ध्यान सिर्फ मेडिटेशन नहीं है बल्कि सही ज्ञान के साथ अगर ध्यान दिया जाए तो आपको उसका सही फायदा मिल सकता है। इसीलिए ध्यान के साथ-साथ सही ज्ञान का सेवन भी अत्यंत आवश्यक है। तो यदि आप अपनी तीसरी आंख खोलने की कोशिश कर रहे हैं तो साथ में भागवत गीता या कोई अन्य पुस्तक पढ़िए या किसी अध्यात्म गुरू के विचारों को सुनिए।

Third Eye Activation Technique in Hindi – तो चलिए देखते हैं कुछ विशेष ध्यान, जो मेरा मानना है आप की तीसरी आंख खोलने में सहायता कर सकेंगे।

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१- पहला और सबसे महत्वपूर्ण विधि है राजयोग। उम्मीद है आपने राजयोग का नाम सुना होगा। मैंने इसे सबसे ऊपर इसलिए रखा है क्योंकि अपने अनुभवों से मैंने देखा है कि राज योग सिखाने की जो पद्धति होती है वह सर्वोच्च पद्धति है। राजयोग किसी मनुष्य द्वारा बनाई गई विधि नहीं है बल्कि यह विधि गीता में बताई गई परमात्मा की स्वयं की विधि है। Third eye activation in Hindi

इस विधि को सीखने के लिए कुछ खास मेहनत नहीं करनी पड़ती है जैसा के नाम ही कहता है राजयोग अर्थात राजाओं की तरह आप इस विधि को सीख सकते हैं। इस विधि में आत्मा और परमात्मा के योग का अनुभव कराया जाता है। साथ ही गीता ज्ञान दिया जाता है जिसका परिणाम यह होता है कि आपका योग जल्दी लगता है और आपकी तीसरी नेत्र खुलने में मदद होती हैं।

२- दूसरी विधि है Open Eye Meditation Or त्राटक विधि। इस विधि में आपको किसी एक स्थान पर आपके ध्यान को टिकाना रहता है। इसमें कोई शक नहीं किया विधिक कारगर है किंतु मेरा अनुभव है कि यह विधि लोगों को कठिन प्रतीत होती है। किंतु यदि आप कर सकते हैं तो इस विधि द्वारा आप अपनी तीसरी आंख को शीघ्र खोल सकते हैं।

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३- तीसरी और सबसे आसान विधि रेकी साधना है इसके द्वारा भी आप अपनी तीसरी आंख खोल सकते हैं। यह विधि इसलिए सबसे आसान लगती है क्योंकि इसमें जब आप रेकी सीखते हैं तो आपका गुरु स्वयं आपके चक्रों को खोल देता है. Third eye activation in Hindi

आपको सिर्फ 21 दिन की साधना द्वारा उसका शुद्धीकरण करना होता है। लेकिन इन 21 दिनों में आपको कई सारे अनुभव होते हैं। तो यदि आप अपने किसी नजदीकी केंद्र पर जाकर रेकी सीख सकें तो आप की तीसरी आंख खोलने में मदद मिल सकती है।

५- HEART CHAKRA MEDITATION हृदय चक्र अर्थात अनाहत चक्र मेडिटेशन द्वारा भी आप आपकी third eye अर्थात तीसरी आंख खोल सकते हैं। इस ध्यान में आपको अपने INTENTIONS अर्थात संकल्प पर खास ध्यान देना होता है और अपने अनाहत चक्र की उर्जा को THIRD EYE अर्थात आज्ञा चक्र तक ले जाना होता है।

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Do and Do Not Do किन बातों का ध्यान रखें

१-अपनी जागृति शक्तियों का तमाशा ना बनाएं, जैसे कि किसी से यह कहना कि आपके मन में क्या चल रहा है मैं बता सकता हूं। या फिर आपकी जेब में कितने पैसे हैं या आप यहां किस मंशा से आए हैं। इस तरह के कर्म करके आप ना सिर्फ अपनी उर्जा नष्ट कर रहे होते हैं बल्कि अकर्म कर रहे होते हैं।

दूसरे शब्दों में कहूं तो आप अपनी शक्तियों का दूसरों के सामने दिखावा कर रहे होते हैं।

२- हमेशा अपनी शक्तियों के प्रति कृतज्ञ रहें। यहां पर मैं एक छोटा सा उदाहरण देना चाहूंगी मान लीजिए कि कोई आपका शिष्य है। जिसे आपने सारे ज्ञान सिखा दिए लेकिन वह आप से भी आगे निकल गया। आज वह आपसे ज्यादा सफल है प्रसिद्ध है लेकिन जब कभी भी बात आती है वह अपनी सफलता का सारा श्रेय आपको दे देता है।

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सोचिए, उस पल में आपको कैसा महसूस होता है? मुझे उम्मीद है आपको गर्व महसूस होता होगा और बहुत ही खुशी महसूस होती हुई होगी।

याद रखिए, हम इन शक्तियों को नहीं चुनते हैं बल्कि यह शक्तियां हमें चुनती हैं। इसलिए हमेशा इनके प्रति कृतज्ञ रहें, शुक्रिया अदा करें कि इन्होंने आपको चुना। अपने सुकर्मों का श्रेया खुद लेने के बजाय उस परमपिता परमेश्वर या प्रकृति अर्थात इन शक्तियों को सौंप दीजिए। Third eye activation in Hindi

३- अपनी शक्तियों का प्रयोग करने से पहले अपनी INTENTION यानी मंशा को चेक कीजिए कहीं उसमें कोई स्वार्थ तो नहीं है। ऐसी जगह शक्तियों का प्रयोग कीजिए जहां पर परमार्थ छिपा हो। अपनी ऊर्जा का सही जगह अगर आप प्रयोग करेंगे तो आपकी ऊर्जा का स्तर बढ़ता चला जाएगा।

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४- यदि आप अपनी तीसरी आंख खोलने की कोशिश कर रहे हैं या आप की तीसरी आंख खुल रही है तो कृपया अपने खान-पान का ध्यान रखें। क्योंकि इसे भोजन तथा विचार सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। भोजन इसलिए क्योंकि वह आपके शरीर को सबसे ज्यादा ऊर्जा देता है तथा विचारों से आपके मन बुद्धि को भोजन से मिलता है तो अपने भोजन का खास ख्याल रखें। सात्विक विचार एवं सात्विक भोजन का सेवन करें

५- बेवजह किसी के झगड़े में या किसी वाद विवाद में ना फंसे। इससे आपकी वह ऊर्जा जिसे आप कहीं अच्छी जगह प्रयोग कर सकते थे, उसका गलत जगहों पर प्रयोग हो जाएगी। Third eye activation in Hindi

६- अपने संकल्पों पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि आपके संकल्प विचारों में परिवर्तन होते हैं और फिर कर्मों में बदल जाते हैं। तो अपने संकल्प शुद्ध और परोपकारी रखें। ये संकल्प आप की तीसरी आंख खोलने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

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७- तीसरी आंख के स्वामी अर्थात शिव जी जिन्हें भोलेनाथ के नाम से जाना जाता है। भोलेनाथ को भोले बच्चे बहुत पसंद होते हैं, इसलिए भोला बनें, मन को साफ रखें आत्मा को साफ रखें और बच्चे जैसे प्रवृत्ति बना लेंगे तो तीसरी आंख स्वत: खुल जाएगी।

८- सबसे महत्वपूर्ण बात अपने असली स्वरूप में रहिए। अपनी स्वरूप में रहने से मेरा तात्पर्य है कि आप जैसे हैं वैसे रहिए। किसी को खुश करने के लिए कोई दिखावा मत कीजिए। क्योंकि जब भी आप अपने मन के खिलाफ कुछ करेंगे यह आपकी तीसरी आंख बंद करने का काम करेगा। इसलिए जितने सच्चे रहेंगे उतनी जल्दी आप की तीसरी आंख खुल सकती है।

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