Sankatmochan Hanumanashtak in Hindi संकट मोचन के नाम से प्रसिद्ध बजरंग बली हनुमान का मंत्र अथवा चालीसा पाठ करने से जीवन से नकारात्मकता दूर होने लगती है।
हिंदुओं के प्रमुख देव, महावीर हनुमान जी के नाम से पूजे जाने वाले रामभक्त का नाम लेते ही सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
नियमित रूप से हनुमान चालीसा अथवा हनुमानाष्टक का पाठ करने वाला भय से कोसों दूर रहता है तथा उसके जीवन में कोई बाधा नहीं आती। आती भी है तो जप के प्रभाव से सहज ही दूर हो जाती है।
यदि आप हनुमान भक्त हैं अथवा इन मंत्रों के रहस्य को समझकर इसका लाभ लेना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए है।
Mystic Mind के इस आर्टिकल में हनुमानाष्टक/Sankatmochan Hanumanashtak के बारे में विस्तार से जानेंगे।
इससे पहले कि हम Hanuman Ashtak Lyrics/ हनुमानाष्टक को विस्तार से जानें, जानते हैं कि यह क्या है, इसका अर्थ जानना एवं जप क्यों आवश्यक है।
Meaning of SankatMochan Hanumanashtak in Hindi
हिंदू धर्म में विघ्नों से बचाने तथा संकटों को दूर करने के लिए हनुमान जी का विशेष महत्व है। हनुमानाष्टक उनकी आराधना में लिखा गया पद है। इसके भाव को समझने के लिए इस कहानी को समझना आवश्यक है।
अंजनी पुत्र हनुमान को जन्म के समय ही सभी देवताओं से अनेकों वरदान मिले थे। बचपन में शरारती स्वभाव एवं उत्सुकता वश एक बार इन्होंने सूर्य देव को फल समझकर निगल लिया।
फिर देवताओं के निवेदन करने पर सूर्यदेव को वापस किया।
उनकी ऐसी ही किसी शरारत से क्रोधित होकर एक ऋषि ने उन्हें श्राप दिया कि वे अपनी सभी शक्तियों को भूल जायेंगे। जब तक उन्हें कोई उनकी शक्तियों के बारे में बताकर याद नहीं दिलाएगा उन्हें याद नहीं आयेगा।
इस श्राप से मुक्ति उन्हें तब मिलती है जब सीता माता को खोज में लंका जाने के लिए उन्हें समुद्र पर करना था। भगवान श्री राम ने उन्हें उनकी शक्तियों की याद दिलाई थी।
हनुमान आष्टक के पाठ से हम उनकी आराधना के साथ उनको उनकी शक्तियों की याद दिलाते हैं तथा अपनी रक्षा करने का वरदान प्राप्त करते हैं।
आइए जानते हैं कि जल्द से जल्दी हनुमान जी की कृपा पाने के लिए हनुमान आराधना कएल के साथ हनुमानाष्टक का जप कैसे करें?
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How to do Hanumanashtak in Hindi
देखा जाए तो हनुमान आष्टकका पाठ करने के लिए कोई विशेज विधि की आवश्यकता नहीं। यह कहीं भी, किसी भी समय किया जा सकता है।
दुर्भाग्यवश आज के मनुष्य का मन इतना चंचल तथा काबू के बाहर हो चुका है कि एक मिनट भी एक स्थान पर स्थिर नहीं रहता। इसलिए अपनी साधनाओं का फल पाने के लिए नियमानुसार चलना आवश्यक हो चुका है।
निम्न विधि के अनुसार पाठ करने से परिणाम जल्दी मिलते हैं।
हनुमान आष्टक पाठ की विधि-
#१ हनुमान आष्टक के विशेष पाठ के लिए शनिवार अथवा मंगलवार का दिन सर्वश्रेष्ठ है। इसलिए इनमें से किसी एक दिन का चुनाव करें।
#२ प्रभु श्रीराम की वह प्रतिमा लाएं जिसमें लक्ष्मण, सीता के साथ हनुमान जी भी हों। स्नान आदि करके, प्रतिमा को साफ़ सुथरे स्थान पर रखकर धूप दीप जलाएं। घी का दिया जलाएं तथा एक लोटे में जल तथा तुलसी पत्र रखकर बैठ जाएं।
#३ अब पूरे मन एवम श्रद्धा के साथ हनुमान आष्टक का पाठ शुरू करें। जब भी मन भटके, उसे वापस उस स्थान पर लाएं तथा पाठ जारी रखें।
#४ पाठ खत्म होने के बाद, यदि अपने यह अनुष्ठान किसी और के लिए किया था तो वह पानी उसे पीला दें, अथवा स्वयं पी लें।। इस पानी का प्रयोग गंगाजल की तरह गृह स्वच्छ करने के लिए भी किया जा सकता है। साथ ही चरणामृत की तरह दूसरों को दिया जा सकता है।
#५ पाठ खत्म होने के बाद हनुमान जी से एक बार फिर से आपकी मनोकामना पूर्ण करने के लिए आग्रह करें। पाठ पूर्ण करने के लिए ईश्वर को धन्यवाद दें फिर उस स्थान से उठें।
आइए देखते हैं कि हिंदी में Sankatmochan Hanumanashtak in Hindi/ हनुमान अष्टक शब्द एवं उनके अर्थ क्या हैं?
Sankat Mochan Hanuman Ashtak in Hindi text
बाल समय रबि भक्षि लियो तब तीनहूँ लोक भयो अँधियारो |
ताहि सों त्रास भयो जग को यह संकट काहु सों जात न टारो ||
देवन आनि करी बिनती तब छाँड़ि दियो रबि कष्ट निवारो |
को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो || 1
हनुमान अष्टक का अर्थ –अपनी बाल्यावस्था अर्थात बचपन में ही जिसने सूर्य देव को निगल लिया था तथा सम्पूर्ण विश्व में अंधकार छा गया था। यह संसार पर एक ऐसा संकट था जिसका निवारण कोई और नहीं कर कर सका। देवताओं के प्रार्थना के बाद, सूर्य को छोड़कर आपने सारे विश्व के कष्ट दूर किया थे।
हे प्रभु, इस संसार में कौन नही जानता कि वे आप हैं जिनका नाम ही संकट मोचन अर्थात दूसरों के संकट दूर करने वाला है।
Sankat Mochan Hanuman Ashtak in Hindi text
बालि की त्रास कपीश बसै गिरि, जात महाप्रभु पंथ निहारो।
चौकि महामुनि साप दियो तब, चाहिए कौन बिचार बिचारौ।।
कै द्विज रूप लिवाय महाप्रभु, सो तुम दास के सोक निवारो।
को नहि जानत है जग में प्रभु, संकट मोचन नाम तिहारो।।२
हनुमानाष्टक का अर्थ- अपने ही भाई बालि के आतंक से परेशान होकर जब बंदरों के राजा सुग्रीव ऋष्यमूक पर्वत पर निवास कर रहे थे। माता सीता की तलाश में जब श्री राम एवं लक्ष्मण उस रास्ते तो गुजरे तो सुग्रीव ने उन्हें बालि का योद्धा समझ लिया।
किंतु हे बजरंग बली आपने ही ब्राह्मण रूप धारण कर श्रीराम की असली पहचान सुग्रीव को बताया तथा दोनों को मित्रता कराई।
हे कपीश, इस संसार में ऐसा कोई नहीं जिसे आपका, संकट मोचन नाम नही मालूम है। अर्थात आपको पूरा विश्व संकट मोचन के नाम से जानता है।
Sankatmochan Hanuman Ashtak Lyrics in Hindi
अंगद के संग लेन गए सिया, खोज कपीस यह बैन उचारो।
जीवत ना बचिहौ हम सो जु, बिना सुधि लाए यहां पग धारो ।।
हेरि थके तट सिंधु तब, लाय सिया सुधि प्राण उबारो ।
को नहिं जानत है जग में प्रभु, संकट मोचन नाम तिहारो।। ३
हनुमान अष्टक का अर्थ – जब सुग्रीव ने आपको अन्य वानरों के साथ सीता जी को खोज में भेजा तो साथ में यह घोषणा भी की कि यदि बिना किसी जानकारी के वापस आए तो प्राण दंड दिया जाएगा।
सारे वानर तलाश कर थक गए एवं हारकर समुद्र के किनारे बैठ गए। लंका जाकर आपने ही सीता जी का पता लगाया और अन्य सभी वानरों के प्राणों को रक्षा की।
हे महावीर, सम्पूर्ण विश्व को पता है कि आप ही का नाम संकट मोचन है जो दूसरों के कष्ट हर लेते हैं।
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Sankatmochan Hanuman Ashtak Lyrics in Hindi
रावण त्रास दइ सिय को सब, राक्षस सो कहि शोक निवारो।
ताहि समय हनुमान महाप्रभु, जय महा राजनीचर मारो।।
चाहत सीय अशोक सो आगि सु, दे प्रभु मुद्रिका शोक निवारो।
को नहिं जानत है जग में प्रभु, संकट मोचन नाम तिहारो।।४
हनुमानाष्टक का अर्थ – रावण तथा अन्य राक्षसों द्वारा पीड़ित सीता माता जब अपने प्राणों को त्याग देगा चाहती थी तब अपने ही जाकर राक्षसों का अंत किया था।
अशोक वाटिका में दुखों से घिरी सीताजी जब स्वयं को खत्म करने के लिए चिता में बैठने का विचार कर रहीं थी, तब अपने ही प्रभु श्रीराम की अंगूठी देकर उन्हें जिंदा रहने के लिए उम्मीद की किरण दिखाई थी।
हे दयालु बजरंग बली, आपको विश्व संकटमोचन के नाम से जानता है एवं आपकी आराधना करता है।
Sankatmochan Hanuman Ashtak Lyrics in Hindi
बाण लाग्यो उर लक्ष्मण को तब, प्राण तजै सुत रावन मारो।
लै गृह वैद्य सुषेण समेत, तबै गिरी द्रोण सु बीर उपारो।।
आणि सजीवन साथ दई तब, लछिमन के तुम प्राण उबारो।
को नहिं जानत है जग में प्रभु, संकट मोचन नाम तिहारो।।५
हनुमाष्टक का अर्थ – युद्ध के दौरान जब लक्ष्मण बाण लगने के कारण मूर्छित हो गए थे एवं श्रीराम दुखी हो गए थे। तब आपने जी जाकर सुषेण वैद्य के साथ को उनके घर के साथ उठा लाए।
संजीवनी बूटी की सही पहचान न होने के कारण द्रोण पर्वत ही युद्ध भूमि में उठा लाए तथा लक्ष्मण के प्राणों की रक्षाके की।
हे हनुमान महाप्रभु, आपके संकट मोचन नाम से संपूर्ण विश्व परिचित है।
Sankatmochan Hanuman Ashtak Lyrics in Hindi
रावण युद्ध अजान कियो तब, नाग की फास सबै सिर डारो।
श्री रघुनाथ समेत सबै दल, मोह भयो यह संकटभारो।।
आनि खगेस तबै हनुमान जु, बंधन काटि सु त्रास निवारो।
को नहिं जानत है जग में प्रभु, संकट मोचन नाम तिहारो।।६
हनुमानाष्टक का अर्थ – युद्ध के समय जब रावण ने श्री राम एवं लक्ष्मण दोनों को नागपाश में बांध दिया था तो संपूर्ण सेना निराश हो गई थी।
ऐसे समय में भी आपने ही गरुण जी को बुलाया तथा दोनों भाइयों को नागपाश से मुक्त कराकर देना पर आए संकट को दूर किया।
हे बजरंगबली ऐसा कौन है इस संसार में जो अपने इस संकटमोचन नाम को नहीं जानता अर्थात सभी जानते हैं।
Sankatmochan Hanuman Ashtak Lyrics in Hindi
बंधु समेत जबै अहिरावण, लै रघुनाथ पताल सिधारो।
देबिहि पूजि भली विधि सो बलि, देऊ सबै मिति मंत्र उचारो।।
जाय सहाय भयो तबहि, अहिरावण सैन्य समेत संहारो।
को नहिं जानत है जग में कपि, संकट मोचन नाम तिहारो।।७
हनुमानाष्टक का अर्थ – युद्ध के दौरान रावण के आदेश पर। अहिरावण राम सहित लक्ष्मण को भी पाताल लोक लेकर चला गया तथा उनकी बलि देने की तैयारी करने लगा।
तब भी हे हनुमान जी आपने ही अहिरावण का संहार कर श्री राम एवं लक्ष्मण की सहायता की। ऐसे संकट मोचन का नाम, आपको संसार में कौन नही जानता?
Sankatmochan Hanumanashtak in Hindi
काज किए बड़ देवन के तुम, वीर महाप्रभु देखि बिचारो।
कौन सो संकट मोह गरीब को, जो तुमसो नहीं जात है टारो।।
बेगि हरो हनुमान महाप्रभु, जो कुछ संकट होय हमारो।
को नहिं जानत है जग में कपि, संकट मोचन नाम तिहारो।।८
हनुमानाष्टक का अर्थ – हे हनुमान प्रभु, सोचकर देखिए, बड़े बड़े देवों की मदद आपने की है। मेरा कौन सा ऐसा काम है जो आप नहीं कर सकते? अर्थात मेरे काम उनकी तुलना में बहुत ही तुच्छ हैं, आपके बाएं हाथ का खेल है।
हे प्रभु, मेरे जो भी संकट हैं, उन्हें जल्द से जल्द दूर कर दीजिए। इस संसार में कौन है जिसे आपका, संकटमोचन नहीं पता है!
दोहा
लाल देह लाली लसै, अरु धरि लाल लंगूर।
बज्र देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर।।
अर्थात हे हनुमान जी, आपके शरीर पर लाल सिंदूर अत्यंत शोभनीय है। आपका वज्र समान शरीर जो दानवों का संहार करने वाला है। ऐसे देव, हनुमान जी आपकी सदा ही जय हो!
संकट मोचन हनुमानाष्टक सम्पूर्ण!
आइए देखते हैं कि नियमित रूप से हनुमान अष्टक का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में क्या परिवर्तन होते हैं।
Sankatmochan Hanuman Ashtak Benefits in Hindi
संकट मोचन हनुमानाष्टक/Sankatmochan Hanumanashtak in Hindi पाठ करने के कई लाभ होते हैं जो निम्न हैं-
#१ विधिवत हनुमान अष्टक का पाठ करने वाले के मन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रह जाता तथा वह स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है।
#२ घर एवं परिवार के आस किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा नही रुकती है।
#३ Sankatmochan Hanumanashtak in Hindi- हनुमान अष्टक का पाठ करने वाले के घर में खुशी एवं शांति का वातावरण बना रहता है।
#४ हनुमान भक्त एवं इसके पाठ करनेवालों को किसी भी प्रकार की समस्याओं से बाहर निकलने में कोई रुकावट नहीं आती।
#५ नियमित रूप से हनुमान अष्टक का पाठ करने वालों को कार्य क्षेत्र में सफलता एवं मान सम्मान मिलता है।
Final Words: उम्मीद है हनुमानाष्टक के शब्द एवं उसका अर्थ आप भली भांति समझ गए होंगे। हनुमान जी की महिमा का गायन करना मानों अपने मन से मलीनता को निकालना है।
यदि यह लेख/ Sankatmochan Hanumanashtak in Hindi आपको लाभकारी एवं ज्ञानवर्धक लगा हो तो, दूसरों के साथ अवश्य साझा करें।
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सबका मंगल हो
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