जानें रुचक योग क्या है तथा इसके क्या लाभ हैं। Ruchaka Yoga In Hindi

पंच महापुरुष योगों की महानता सभी वैदिक ग्रंथों में की गई है। यह योग मनुष्य के जीवन को सभी राजसी लाभ देते हैं। इन 5 योगों में मंगल ग्रह द्वारा बनने वाला योग रूचक योग है।
कुंडली में रूचक योग/Ruchaka Yoga मनुष्य के जीवन को ना सिर्फ मूलभूत लाभ देते हैं बल्कि उनके कार्यक्षेत्र में भी जबरदस्त सफलता देते हैं।

MysticMind के इस आर्टिकल में रूचक योग क्या है, इसका निर्माण कैसे होता है, कुंडली में रूचक योग के निर्माण से क्या लाभ होते हैं, आदि के बारे में जानेंगे। साथ ही यह भी जानेंगे कि किन परिस्थितियों में रूचक योग कैंसिल हो जाता है।

जन्म के समय ग्रहों की अवस्था एवं पूर्व जन्म के कर्मों के परिणाम स्वरूप बनने वाले जोक मनुष्य के वर्तमान जीवन को प्रभावित करते हैं। इसमें कोई शक नहीं कि नीच ग्रहों के योग से जीवन कस्टमय बन जाता है एवं शक्तिशाली ग्रहों की उपस्थिति से जीवन सुख में बनता है।

एक सच यह भी है कि ग्रहों के योग जैसे भी है ईश्वर की याद, उनकी आराधना एवं अच्छे कर्म वर्तमान को बदलने की शक्ति रखते हैं।

रूचक योग मनुष्य जीवन को किस तरह प्रभावित करता है एवं क्या लाभ देता है, यह जानने से पहले विस्तार में जानते हैं कि रूचक योग क्या है, What is Ruchaka Yoga in Astrology?

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What is Ruchaka Yoga in Hindi/रुचक योग क्या है?

पंच महापुरुष, राजयोग में सबसे चर्चित योग रूचक योग है। इसका कारण है कि अक्सर इस योग में जन्मा व्यक्ति अत्यंत साहसी पराक्रमी शारीरिक रूप से मजबूत एवं निर्णय शक्ति वाला होता है।

कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति से रूचक योग का निर्माण होता है। जब मंगल स्वराशि यानी मेष, वृश्चिक अथवा उच्च का (जो कि मकर में होता है) से होकर कुंडली के पहले, चौथे, सातवें एवं दसवें भाव अर्थात केंद्र में बैठा हो तो ही रूचक महापुरुष योग का निर्माण होता है।

रूचक योग के निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मंगल ग्रह का शुभ होना आवश्यक है। यदि मंगल अशुभ रहा तो जातक को अशुभ परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

कुंडली के जिन चार घरों में मंगल की स्थिति से रूचक योग बनता है उनमें से तीन घर पहला चौथा और सातवें में अशुभ मंगल होने से मांगलिक दोष भी बनता है।

ऐसे में परिणाम अलग हो जाते हैं इसलिए रुचक महापुरुष योग के निर्माण में मंगल का शुभ होना अति अनिवार्य है।

आइए देखते हैं Ruchaka Yoga Effects in Hindi/कुंडली में रूचक योग होने से जीवन कैसा होता है?

Ruchaka Yoga Benefits in Hindi

#१ रुचक योग में जन्मे व्यक्ति की शारीरिक रचना हृष्ट पुष्ट होने के साथ इस पर माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। दूसरे शब्दों में कहें तो ऐसा व्यक्ति धनी होने के साथ अपने शरीर की तरफ़ विशेष ध्यान देता है।

#२ रुचक योग/Ruchaka Yoga में जन्में जातक मन से भक्ति भाव वाले होने के साथ अच्छे व्यक्तित्व के धनी होते हैं। लोग उनकी सकारात्मक ऊर्जा की तरफ खिंचेचले आते हैं और उनका जीवन किसी राजा से कम नहीं होता।

#३ रुचक योग में जन्में व्यक्ति जीवन में मात्र धन से नहीं बल्कि व्यवहार एवं कार्य कुशलता के भी धनी होते हैं। यही कारण है कि कार्य क्षेत्र में भी सफलता उनके कदम चूमती है।

#४ कुंडली में रुचक योग/Ruchaka Yoga वाले व्यक्ति साहसी किस्म के होते हैं तथा जीवन में आने वाली सभी मुसीबतों को हिम्मत से एवं सकारात्मक नज़रिए से सामना करते हैं।

#५ सबसे मुख्य प्रभाव इस योग का यह है कि इस योग में जन्मा व्यक्ति बुद्धिमत्ता एवं जीवन में संतुलन रखने को कला में निपुण होता है। जरूरत पड़ने पर तुरंत फैसले लेने में ये लोग माहिर होते हैं।

#६ रुचक योग में जन्में व्यक्ति निर्भीक और बलवान होने के साथ जिद्दी भी होते हैं। एक बार जिस कार्य को निपटाने की ठान लेते हैं, उसे पूरा करके ही उनको खुशी मिलती है।

#७ स्वास्थ्य के प्रति सजगता के कारण लंबी उम्र और राजसी जीवन का निर्माण रुचक योग के प्रभाव से मिलता है।

#७ कुल मिलाकर यह कहना सही है को रूचक योग/Ruchaka Yoga में जन्में जातक कर्मप्रधान, कोमल मन वाले एवं ईश्वर में आस्था रखने वाले होते हैं।

#८ रुचक योग में जन्में जातक पुलिस विभाग, राजनीति, सेना में कार्य के साथ मशीनों के साथ काम करने वाले क्षेत्रों में काम करते हैं।

#९ रुचक योग/Ruchaka Yoga में जन्में जातक सुंदर, सुशील, विवेकवान, बलवान, विनम्र स्वभाव वाला एवं लंबी उम्र वाला होता है।

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Ruchaka Yoga Examples/ Celebrities in Hindi

भारत के कई महान व्यक्ति जिनकी कुंडली में रूचक योग है वे निम्न हैं –

सलमान खान, स्वामी विवेकानंद सरस्वती, वर्तमान प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, अक्षय कुमार के साथ ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ की कुंडली में भी रुचक पंच महापुरुष योग है।

Ruchaka Yoga Cancellation In Hindi

अन्य ग्रहों की दशा से रुचक योग के परिणाम के बदल देता है। नीचे कुछ दशाएं हैं जिनकी अवस्था में रुचक योग का परिणाम दोषयुक्त हो जाता है अर्थात शुभ फल नहीं देता है।

#१ कुंडली में शुभ मंगल की उपस्थिति ही शुभ लाभ देती है, अशुभ मंगल होने पर मांगलिक दोष हो जाता है।

#२ यदि शुभ मंगल दो या दो से अधिक अशुभ ग्रहों से प्रभावित होता है तब भी रूचक योग/Ruchaka Yoga के शुभ लाभ रद्द हो जाते हैं।

#३ यदि कुंडली में पितृ दोष, कालसर्प दोष, अथवा मांगलिक दोष है तो ऐसी अवस्था भी रुचक योग का शुभ प्रभाव कम हो जाता है। साथ ही व्यक्ति अपने भोग विलास की पूर्ति के लिए गलत कार्य भी करने लगता है।

Ruchaka Yoga Marriage in Hindi

रुचक योग/Ruchaka yoga in kundali वाली महिलाएं एक अच्छी पत्नी एवं मां बनती हैं। ऐसे महिलाएं सर्वगुण संपन्न होती हैं एवं है प्रकार के कामों में निपुण होती है।

दूसरे शब्दों में कहें तो मल्टी टैलेंटेड होती है रुचक योग वाली महिलाएं, साथ ही अपने काम में परफेक्शन इनका मुख्य उद्देश्य होता है।

Ruchaka Yoga For Cancer Ascendant

यदि यदि कुंडली में मंगल कर्क राशि अथवा कर्क लग्न में सातवें अथवा दसवें स्थान पर हो तो जातक रुचक योग के सारे शुभ लाभों को भोगता है। इस योग प्रभाव के कारण व्यक्ति मजबूत, आकर्षक शरीर वाला, प्रसिद्ध एवं धनवान होता है।

Final Words: उम्मीद है रुचक योग/ Ruchaka Yoga in Hindi से संबंधित सभी जानकारी आपको मिली होगी। यदि कोई सवाल हो तो कॉमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

याद रखें, कुंडली के योगों के अलावा वर्तमान समय में की गई हमारी मेहनत एवं सकारात्मक नजरिया भी जीवन को राजसी बनाने में मदद करता है।

जानकारी अच्छी एवं लाभकारी लगा हो तो दूसरों के साथ अवश्य साझा करें।

 

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