राजगिरा के आटे के फायदे और नुकसान | Rajgiri Ka Atta in Hindi

Rajgiri Ka Atta | Rajgiri Ka Atta in Hindi | Rajgiri Ka Atta Benefits | Rajgiri ka Atta Other Name

राजगिरा कहें या चौलाई, या फिर राम दाना। तीनो ही नाम से मशहूर है पौष्टिक तत्वों से भरपूर राजगिरा का आटा। आमतौर पर इसका ज्यादातर उपयोग व्रत के समय में देखने को मिलता है।

इसके फायदों को देखते हुए दैनिक आहार के रूप में भी लोग इसे शामिल करने लगे हैं। राजगिरा को वैसे तो कई तरीके से खाने में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इस लेख में हम आपको उसके आटे के बारे में बता रहे हैं।

तो आइए जानते हैं राजगिरा क्या है?, राजगिरा के आटा/ Rajgiri Ka Atta के कौन से फायदे हैं, उसमें कौन से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं और साथ ही ये भी जानते हैं कि इसके नुकसान क्या हैं और क्यों हैं।

What Is Rajgira |  राजगिरा क्या है?

राजगिरा, रामदाना या फिर चौलाई के नाम से भी मशहूर है। इसके बीज काफी छोटे-छोटे होते हैं। चौलाई के पौधे में होने वाले ये बीज जब पक जाते हैं, तब इसे बाहर निकाल लिया जाता है।

ये आपको किसी भी सुपरमार्केट या किराने की दुकान में आसानी से मिल जाएगा। राजगिरा का वैज्ञानिक नाम अमरंथुस है और अंग्रेजी नाम अमरंथ है। भारत देश के ज्यादातर राज्यों में आपको राजगिरा आसानी से मिल जाएगा।

हालांकि इसके दाम में फर्क देखने को जरूर मिल सकता है। इसका इस्तेमाल आप हलुआ, लड्डू, खीर और चिक्की इत्यादि के रूप में कर सकते हैं।

आइए जानते हैं कि राजगीरे के आटे में कौन कौन से पोषक तत्व मिलते हैं?

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राजगिरा में पाए जाने वाले पोषक तत्व

राजगिरा में आयरन, प्रोटीन, फास्फोरस, मैग्नीशियम और मैंगनीज तो होते ही हैं, इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करने वाले विटामिन ए, सी, ई, के, बी5, बी6, नियासिन, फोलेट और राइबोफ्लेविन जैसे विटामिन के स्त्रोत भी मौजूद रहते हैं।

आइए जानते हैं कि Rajgiri Ka Atta के प्रयोग से क्या लाभ होते हैं?

Benefits of Rajgiri Ka Atta in Hindi | राजगिरा आटा के फायदे

हड्डियों के लिए है फायदेमंद – राजगिरा के आटा में फास्फोरस और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिसकी वजह से ये हड्डियों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। ये ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम करके हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है।

तो वहीं Rajgiri Ka Atta में मौजूद लाइसिन शरीर को कैल्शियम अवशोषित करने में मददगार होता है। इसलिए हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए राजगिरा के आटे का सेवन जरूर करना चाहिए।

डायबिटीज में है फायदेमंद – डायबिटीज से पीड़ित लोग कब्ज और असंतुलित ब्लड शुगर की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में राजगिरा का आटा काफी ज्यादा फायदेमंद होता है।

दरअसल इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है और धीरे-धीरे पचाने में मददगार होता है। तो अगर हमारा शरीर इंसुलिन का प्रोडक्शन कम करेगा, तो शुगर लेवल कम करने में काफी मदद मिलेगा।

इसके अलावा Rajgiri Ka Atta में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है।

कोलेस्ट्रॉल कम करता है

हृदय को स्वस्थ रखने में राजगिरा का आटा काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद फाइबर और फाइटोस्टेरॉल कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मददगार होता है।

तो वहीं इसमें मौजूद पोटेशियम ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने और ब्लड सेल्स को चौड़ा करने में काफी मदद करते हैं। इसके अलावा पोटेशियम में जो वासोदिलेशन का गुण होता है वो धमनियों के तनाव को करने का काम करता है, जिससे ब्लड प्रेशर घट जाता है। इस तरह से दिल को स्वस्थ रखता है।

इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है – Rajgiri Ka Atta में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है। इसका नियमित तौर पर सेवन करने से शरीर में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन बढ़ता है, जिसकी वजह से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

इसके अलावा शरीर को किसी भी इन्फेक्शन से लड़ने में व्हाइट ब्लड सेल्स काफी मददगार होता है। तो वहीं विटामिन सी शरीर के कोशिकाओं की मरम्मत करने में भी आवश्यक होता है। यानी कि कई तरह की बीमारियों से लड़ने में राजगिरा का आटा फायदेमंद होता है।

मोटापा कम करता है –

फाइबर और प्रोटीन से भरपूर राजगिरा का आटा वजन कम करने में काफी मददगार होता है। प्रोटीन का सेवन भूख को कम करता है और व्यायाम करने में मदद करता है, तो वहीं फाइबर मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का काम करता है।

इससे भोजन अच्छे से पचता है और भूख को नियंत्रित करके वजन घटाता है। इसके अलावा Rajgiri Ka Atta में मौजूद लाइसिन एस आवश्यक प्रोटीन है जो क्रेविंग इत्यादि को कंट्रोल करने में मदद करता है।

सूजन कम करने में है मददगार – कई बार किसी अंदरुनी परेशानी की वजह से या शरीर में चोट लगने के कारण शरीर में सूजन हो जाता है। लेकिन अगर सूजन की समस्या बार-बार होती रहे तो ये कई परेशानियों को जन्म दे सकता है।

ऐसे में Rajgiri Ka Atta काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और पेप्टाइड के गुण मौजूद होते हैं, जिससे दर्द में राहत मिलता है और सूजन कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें कुछ एंटीबॉडी भी पाए जाते हैं, जो शरीर को सूजन से लड़ने में मदद करते हैं।

एनर्जी बूस्टर का काम करता है –

राजगिरा के आटे में कार्ब्स और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद रहता है, जो शरीर को एनर्जी देने का काम करता है। खासकर अगर आप सुबह के नाश्ते में राजगिरा के आटे का पराठा और हलवा इत्यादि बनाकर खाते हैं, तो दिनभर आप एनर्जेटिक महसूस करेंगे।

साथ ही Rajgiri Ka Atta में मौजूद फाइबर आपके पेट को भरा-भरा रखेगा, जिससे आप बार-बार खाने से बच जाएंगे।

कब्ज की समस्या को खत्म करता है – जो व्यक्ति बराबर कब्ज की समस्या से परेशान रहता है उसे राजगिरा के आटे से बने भोजन का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके लिए इसके आटे को महीन नहीं पीसकर दरदरा रखना चाहिए।

दरअसल इसमें मौजूद फाइबर मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के साथ मल को सॉफ्ट बनाकर कब्ज में राहत देता है। इसके नियमित सेवन से बॉवेल मूवमेंट ठीक रहता है और सूजन, कब्ज और ऐंठन इत्यादि जैसी परेशानियों से बचाए रखता है।

त्वचा और जो बालों को रखता है स्वस्थ – Rajgiri Ka Atta आयरन से भरपूर होता है, जो बालों को झड़ने से रोकने में कारगर है। इसके अलावा ये त्वचा में कोलेजन की मात्रा को बढ़ाता है और बालों को असमय सफेद होने से बचाता है।

आंखों को स्वस्थ बनाता है –

राजगिरा में विटामिन ए पाया जाता है, जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से बढ़ती उम्र में जो आंखों से जुड़ी समस्याएं होती हैं, उसे भी कम किया जा सकता है।

गर्भावस्था में होता है फायदेमंद – गर्भवती महिला के लिए Rajgiri Ka Atta काफी फायदेमंद होता है, क्योंकि ये पोषण से भरपूर होता है। ये कब्ज की समस्या को दूर करता है, एनीमिया के खतरे से बचाता है और हड्डियों को स्वस्थ रखने में मददगार होता है।

किसी गर्भवती महिला के लिए विटामिन सी काफी आवश्यक होता है, जिसकी पूर्ति राजगिरा के जरिये की जा सकती है। हालांकि इसका ज्यादा सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।

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Benefits of Rajgiri Ka Atta |  राजगिरा के आटा के अन्य फायदे

ऊपर बताए गए फायदों के अलावा भी इसके अनेकों फायदे हैं, जिसकी वजह से व्रत में इसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं इसके कुछ अन्य फायदों के बारे में।

राजगिरा मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम, फास्फोरस, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई और विटामिन सी का बढ़िया स्त्रोत है।

इसमें गेहूं के मुकाबले 5 गुना ज्यादा आयरन और तीन गुना ज्यादा फाइबर रहता है। तो वहीं अन्य अनाज या दूध की अपेक्षा दोगुना कैल्शियम मौजूद रहता है।

राजगिरा अनाज की कैटेगरी में नहीं आता है, इसलिए उपवास में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। Rajgiri Ka Atta शरीर में शर्करा के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है और कोलेस्ट्रॉल को घटाता है।

राजगिरा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तनाव को कम करता है, तो वहीं इसमें पाए जाने वाले सिस्टीन और लाइसिन बालों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है।

उपवास के दौरान इसका सेवन करने से पेट भरा रहता है और भूख का एहसास नहीं के बराबर होता है।

आइए जानते हैं कि राजगिरी के आटे का सही प्रयोग कैसे करें?

राजगिरा के आटे का सेवन कैसे करें?

राजगिरा के आटे से आप पराठा, रोटी, हलवा, स्नैक्स, दलिया, कुकीज, लड्डू, गुझिया, खीर इत्यादि बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं। अगर आप मीठा खाना पसंद नहीं करते हैं तो इसका खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं।

तो खुद को सेहतमंद रखने के लिए अपने आहार में Rajgiri Ka Atta को जरूर शामिल करें। ये सब कुछ जानने के बाद यह जान लेना अत्यन्त आवश्यक है कि। राजगिरी के आटे का उपयोग कितनी मात्रा में करना सही है।

राजगिरा कितनी मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए?

दिन में एक बार राजगिरा को 20 से 50 ग्राम इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन फिर भी इसके लिए आहार विशेषज्ञ से परामर्श ले लेना अच्छा रहेगा। वैसे राजगिरा का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, नहीं तो ये हानिकारक भी हो सकता है, जिसके बारे में हम आपको नीचे जानकारी दे रहे हैं।

ये सब कुछ जानने के बाद यह जान लेना अत्यन्त आवश्यक है कि। राजगिरी के आटे का उपयोग कितनी मात्रा में करना सही है।

वैसे तो Rajgiri Ka Atta अत्यन्त फायदेमंद और प्रसिद्ध है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि किसी भी चीज़ का सही इस्तेमाल न किया जाए तो नुकसान हो सकते हैं। To आइए जानते हैं कि क्या इससे कोई नुकसान हो सकता है।

राजरिगा के आटे का नुकसान

राजगिरा में पोटेशियम की अच्छी खासी मात्रा मौजूद रहती है, जो शरीर का एक महत्वपूर्ण खनिज होता है। इसलिए इसे संतुलित रखना आवश्यक होता है। इसलिए जिसके शरीर में पोटेशियम का स्तर बढ़ा रहता है, उसे राजगिरा के सेवन से बचना चाहिए। हालांकि इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेना उचित रहता है।

Rajgiri Ka Atta का ज्यादा सेवन किडनी स्टोन के खतरे के साथ ब्लड प्रेशर के जोखिम को भी बढ़ा सकता है। फाइबर की मात्रा अगर शरीर में ज्यादा होगी तो पेट में ऐंठन और गैस की समस्या पैदा हो सकती है और राजगिरा में फाइबर मौजूद रहता है, इसलिए इसका सेवन सोच समझकर करना सही रहता है।

Final Words: उम्मीद है इस आर्टिकल में Rajgiri Ka Atta से संबंधित सभी सवालों के जवाब मिल गए होंगे। यदि अभी भी आपका कोई सवाल हो तो कॉमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।

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सबका मंगल हो

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