ध्यान की शुरुआत कैसे और कब करें/ Meditation kaise kare in Hindi

यदि आप यह आर्टिकल पढ़ रहे हैं तुम मुझे पूरा विश्वास है कि आप भी इस सवाल का जवाब चाहते हैं कि ध्यान की गहराइयों में कैसे उतरा जाए। दूसरे शब्दों में कहूं तो Meditation Kaise kare in Hindi/ध्यान की शुरुआत कैसे करें?

यदि मेरा अंदाजा सही है तो मुबारक हो आपने ध्यान की पहली सीढ़ी पार कर दी है। जी हां, ध्यान की शुरुआत इस सवाल से ही होती है। ध्यान वह छुपा रहस्य है जिसे तलाशने के बाद ही अनुभव किया जा सकता है।

MysticMind के इस आर्टिकल में आज ध्यान क्या है, आसानी से ध्यान का अनुभव कैसे करें, इससे क्या लाभ होते हैं, Meditation Kaise kare in Hindi इत्यादि सवालों के जवाब विस्तार से जानेंगे।

अपने 8 वर्ष के अनुभव से जितना मैंने सीखा है उन अनुभवों के आधार पर सरल तरीके बताऊंगी जिसे अपनाकर आप ध्यान का अभ्यास शुरू कर सकते हैं। कुछ ही हफ्तों में इसका लाभ अनुभव कर सकते हैं।

ध्यान कैसे करें/Meditation Kaise kare in Hindi इसका जवाब जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि ध्यान क्या है तथा क्यों करना चाहिए?

What is Meditation in Hindi/ ध्यान तकनीक क्या है?

अंग्रेजी में मेडिटेशन शब्द से प्रसिद्ध ध्यान कुछ और नहीं बल्कि अपने विचारों के प्रति सजगता है। ना सिर्फ़ विचार बल्कि स्वयं एवं स्वयं की रचियता अर्थात ईश्वर के प्रति जागरुकता है।

ध्यान योग, अक्षर इन दो शब्दों का प्रयोग एक साथ किया जाता है। योग का अर्थ होता है जोड़ना। ध्यान योग के संदर्भ में इस शब्द का अर्थ है संबंध स्थापित करना।

इस प्रकार यदि ध्यान योग अर्थात मेडिटेशन का शाब्दिक अर्थ देखा जाए तो, “ध्यान एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से स्वयं के साथ एवं ईश्वर के साथ संबंध स्थापित किया जाता है।”

विस्तार में पढ़ें- Meditation meaning in Hindi/मेडिटेशन का क्या अर्थ है

ध्यान योग कैसे करें/Meditation Kaise kare in Hindi, इसके बारे में जानने से पहले जानते हैं ध्यान क्यों करना चाहिए?

ध्यान क्यों करना चाहिए

इस सवाल का जवाब देने से पहले मैं चाहती हूं कि आप एक बार उन योगियों एवं सन्यासियों के बारे में सोचें जो पर्वतों एवं खंडहरों में रहते हैं। जिनके पास हमारी तरह सुख सुविधा का कोई साधन नहीं होता, मात्र सादे भोजन के साथ जीवन निर्वाह करते हैं।

ऐसे योग्य एवं सन्यासियों के स्वास्थ्य और सुख में जीवन का राज क्या है?

एक साधारण सा जवाब है इनका स्वयं के साथ एवं ईश्वर के साथ गहरा संबंध है। जो बिना ध्यान के संभव नहीं और हम साधारण लोग ध्यान नहीं कर पाते हैं।

तो, स्वयं को बीमारियों, तनाव, चिंता से बचाने के लिए एवं सुखी जीवन जीने के लिए ध्यान योग का अभ्यास अति आवश्यक है।

जानें- ध्यान योग से होने वाले अद्भुद लाभ

आइए जानते हैं कि मेडिटेशन कैसे किया जाता है/Meditation Kaise kare in Hindi? दूसरे शब्दों में कहें तो ध्यान केंद्रित करने के लिए क्या करें?

प्रभावी ध्यान योग के अभ्यास के लिए कुछ सीढ़ियों से गुजरना अति आवश्यक है। नीचे दिए तरीकों को/मेडिटेशन टिप्स को अपनाने के बाद आप जल्द ही ध्यान का गहरा अनुभव कर पाएंगे।

Meditation Kaise kare in Hindi-ध्यान केंद्रित करने के लिए क्या करें

#१ सही स्थान का चुनाव

देखा जाए तो ध्यान का अर्थ ही होता है किसी भी परिस्थिति में अपनी चेतना को एक जगह स्थिर रखना। किंतु शुरुआती दिनों में सही स्थान का चयन करने से ध्यान का अभ्यास अत्यंत प्रभावी हो जाता है।

ध्यान के लिए एक ऐसा स्थान चुनें जहां दूसरों की दखलअंदाजी कम होती हो। हवा का आवागमन आसानी से हो एवं शोर-शराबा कम हो।

ऐसा वातावरण आपके ध्यान के अभ्यास को प्रभावी एवं सरल बनाने में मदद करता है।

#२ सही समय का चुनाव

वैसे तो मैं हर नए लोगों को यही सुझाव देती हूं कि आपको जब भी समय मिले आप ध्यान का अभ्यास करें। इसकी वजह यह है कि कुछ लोग सुझाए गए समय पर अन्य कामों में व्यस्त रहते हैं जिसकी वजह से उनका अभ्यास रुक जाता है।

ध्यान के लिए सबसे प्रभावी समय सुबह 4:00 से 5:00 का एवं शाम 6:00 से 7:00 का है। इसी समय संपूर्ण पृथ्वी पर ध्यान करने वाले लोग ध्यान कर रहे होते हैं।

उन लोगों की उर्जा से पृथ्वी के ऊपर एक प्रभामंडल बनता है जो नए लोगों के ध्यान को प्रभावी बनाने में मदद करता है।

फिर भी यदि आपके लिए यह समय सूटेबल नहीं है तो जैसा कि मैंने ऊपर कहा आप जब भी खाली समय पाते हैं कर सकते हैं।

#३ Meditation Kaise kare in Hindi- सही मुद्रा का चयन

ध्यान में बैठने की मुद्रा अत्यंत महत्वपूर्ण रखती है। कारण यह है कि ध्यान एक ऐसी अवस्था है जब आप सचेत होकर ब्रह्मांड की शक्तिशाली उर्जा को अपने शरीर में ग्रहण कर रहे होते हैं।

ऐसे में शरीर का उस मुद्रा में होना आवश्यक है जिसमें ऊर्जा का शरीर में स्टोर हो सके।
सुखासन, पद्मासन अथवा अर्थ पद्मासन मैं बैठकर ध्यान करना अत्यंत लाभकारी होता है।

यदि आप इस मुद्रा में अधिक समय नहीं बैठ सकते हैं तो आप उस मुद्रा में बैठे जिसमें आप अधिक समय तक बिना हिले दुले बैठ सकते हैं। शुरुआती दिनों में महत्वपूर्ण यह है कि आप अधिक समय तक ध्यान का अभ्यास कर सकें। समय के साथ आप मुद्रा में परिवर्तन ला सकते हैं।

#४ सही धुन का चयन

म्यूजिक ध्यान को प्रभावी बनाने में एक महत्वपूर्ण रोल प्रदान करती है। ध्यान का सबसे अधिक प्रभाव मस्तिष्क के ऊपर पड़ता है।

कई सारी ऐसी विशेष म्यूजिक यूट्यूब पर उपलब्ध है जो मस्तिष्क की प्रक्रिया को कम करने एवं ध्यान को प्रभावी बनाने में मदद करती है।

ओम धुन भी एक अच्छी धुन है जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। यदि संभव हो तो आप थेटा ब्रेन वेव का प्रयोग करें।

यह म्यूजिक यूट्यूब पर आसानी से उपलब्ध है। करें कि शुरुआती दिनों में ईयर फोन के साथ ध्यान का अभ्यास करें।

#५ Meditation Kaise kare in Hindi- सांसों का अभ्यास

उपर्युक्त चीजें आपको प्रभावी ध्यान अभ्यास के लिए की गई तैयारियों का हिस्सा थी। इस स्टेप से ध्यान की शुरुआत होती है।

ध्यान लगाने में सबसे बड़ी समस्या लोगों को आते हैं, चेतना को वर्तमान समय में लेकर आना।

इसका सबसे सरल उपाय है सासु का नया वध गति से अभ्यास करना। कम से कम 5 मिनट सासु का अभ्यास करने के बाद आप पाएंगे कि आपका ध्यान बिल्कुल वर्तमान में है और आप अगली सीढ़ी चढ़ने के लिए तैयार हैं।

लंबी गहरी सांस भरें, सांस को भीतर रोककर रखें, साथ ही मन में एक से लेकर तब तक गिनती गिनें जब तक कि सांस को रोकना असंभव लगने लगे। फिर सांस को धीरे धीरे बाहर छोड़ दें। यही प्रक्रिया कम से कम ५-७ मिनट तक करें।

आप चाहें तो कपालभाति का अभ्यास भी कर सकते हैं।

जानें- कपालभाति करने की सही विधि

#६ ध्यान की गहराई का अनुभव

कुछ मिनटों के अभ्यास के बाद आप पाएंगे कि आपका ध्यान पूर्ण रूप से वर्तमान में है एवं मस्तिष्क में चल रहे विचार समाप्त हो गए हैं।

यही समय है अपने विचारों को सही दिशा एवं ध्यान रूपी समंदर में उतर जाने के लिए।

ध्यान के कई प्रकार हैं, आपको पहले किसी एक विधि का चुनाव करना पड़ेगा ताकि इस पड़ाव पर आप उसका अभ्यास शुरू कर दें।

#७ Meditation Kaise kare in Hindi- अंतिम अवस्था

जितनी देर तक संभव हो ध्यान का अभ्यास करें फिर धीरे धीरे ध्यान को बाहर लाएं। अर्थात याद करें कि आप कहां बैठें हैं एवं आपके आस पास क्या क्या चीजें हैं।
धीरे धीरे आंखे खोलकर सामान्य हो जाएं।

Related: मेडिटेशन करने से क्या फायदा होता है

FAQS

#१ ध्यान में क्या-क्या अनुभव होते हैं?

हालांकि ध्यान की कई विधियां संसार में उपलब्ध हैं। जिनमें से कुछ प्राचीन एवं प्रसिद्ध विधियों के अभ्यास के बाद मैने पाया कि मंज़िल एक ही है, बस रास्ते अलग अलग हैं।

दूसरे शब्दों में कहूं तो ध्यान की गहराई में जाने के बाद, रंगों को अनुभव, कुछ शारीरिक एवं भावनात्मक परिवर्तन का अनुभव करना आम बात है।

यदि एक वाक्य में ध्यान के अनुभव को बताना हो तो मैं यही कहूंगी कि ध्यान के नियमित कुंडलिनी शक्ति जागती है और जीवन सकारात्मक एवं जादूई रूप से बदल जाता है।

जानें- कुंडलिनी शक्ति जागृत होने के अनुभव एवं लाभ

#2 परमात्मा का ध्यान कैसे लगाएं? 

कई सारे ध्यान के अभ्यास करने के बाद मैं यह दावे से कह सकती हूं कि सबसे प्रभावी ध्यान परमात्मा की याद में किया गया ध्यान है।

एकमात्र ध्यान विधि जो महाभारत के युद्ध क्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने ईश्वर को याद करने की विधि बताई थी।

उपर्युक्त सभी स्टेप्स को करने के बाद अंत में अपने इष्टदेव को सामने लाएं एवं उनसे निकलती ऊर्जा को अपने ऊपर गिरता हुआ अनुभव करें।

उनसे बातें करें, जैसा कि आप अपने किसी नजदीकी व्यक्ति से करते हैं। याद रखें संबंध स्थापित करने के लिए दिल की गहराइयों से बातें करना आवश्यक है।

ब्रह्माकुमारी संस्था परमात्मा से ध्यान लगाने की सरल विधि सिखाती है। आप यूट्यूब पर उपलब्ध उनके गाइडेड मेडिटेशन का प्रयोग कर सकते हैं।

अथवा अपने नजदीकी सेंटर पर जाकर वहां ध्यान सीख सकते हैं। शुरुआती दिनों में अन्य लोगों के साथ बैठकर ध्यान करने से ध्यान आसान हो जाता है।

#3 ध्यान कितने मिनट का होता है?

ध्यान एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे समय से बांधना उचित नहीं लगता। यदि किसी को ध्यान का सचमुच अनुभव करना है तो शुरुआती दिनों में कम से कम 30 से 50 मिनट तक अभ्यास करना आवश्यक है।

कम से कम 3 से 4 महीने यदि कोई 30 से 50 मिनट तक ध्यान लगाता है तो 3 महीने बाद उसे कई शारीरिक एवं मानसिक लाभ मिलना शुरू हो जाएंगे।

#4 सुबह उठकर ध्यान कैसे करें?

ध्यान कोई धार्मिक प्रक्रिया नहीं बल्कि आध्यात्मिक प्रक्रिया है। जिस प्रकार पूजा करने से पहले नहाना आवश्यक होता है उस प्रकार ध्यान करने से पहले नहाना आवश्यक नहीं होता है।

इसलिए सुबह सोकर उठने के तुरंत बाद सिर्फ हाथ में धोकर ध्यान करना अत्यंत प्रभावी होता है। सो कर उठने के तुरंत बाद मस्तिष्क में विचारों की रफ्तार कम होती है और ध्यान का अभ्यास सरल हो जाता है।

ऊपर दिए गए स्टेप्स को ध्यान से पढ़ें तथा सोकर उठने की 10 मिनट अंदर ही ध्यान करना शुरू करें आपका दिन अत्यंत सुखद जाएगा।

#5 ध्यान किसका करें?

यदि आप ध्यान की शुरुआत करना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि ध्यान स्वयं का करें अथवा परमात्मा का करें।

स्वयं का ध्यान करने के लिए सर्वोत्तम विधि विपश्यना एवं चक्र मेडिटेशन है। परमात्मा का ध्यान करने के लिए सर्वोत्तम विधि शिव बाबा मेडिटेशन है।

यदि आप नियमित रूप से ध्यान के अभ्यास ही हो जाएंगे तो समय के साथ आप में अद्भुत बदलाव होंगे एवं आपको अलग-अलग जगह पर ध्यान लगाना आ जाएगा।

Final Words: उम्मीद है, आपकी खोज, Meditation Kaise kare in Hindi, का जवाब मिल गया होगा।

यदि अभी भी कोई सवाल बाकी हो तो आप कॉमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। जवाब देने की पूरी कोशिश रहेगी।

यदि लेख ज्ञानप्रद और लाभकारी लगा हो तो दूसरों के साथ साझा कर उनका भी मार्ग दर्शन करें।

सबका मंगल हो

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