जानें क्या है मालव्य योग एवं इसके 9 लाभ: Malavya Yoga In Hindi

कुंडली में ग्रहों का योग यदि राजा को रंग बना सकता है एक भिखारी को राजा भी बना देता है। ऐसा ही एक ही एक योग Malavya Yoga/ मालव्य योग है जिसकी कुंडली में उपस्थिति मालामाल कर दे देता है।

MysticMind के इस आर्टिकल में मालव्य योग क्या है / What is malavya yoga, कैसे बनता है इसके क्या लाभ है तथा अन्य संबंधित विषयों पर विस्तार में जानेंगे।

व्यक्ति के जन्म के समय ब्रह्मांड में ग्रहों की स्थिति उसकी कुंडली में दिखती है तथा उसके जीवन को प्रभावित करती है। यदि ग्रहों की स्थिति शुभ घड़ी में होती है तो जीवन सुखमय तथा अशुभ हो तो जीवन दुख में बन जाता है।

मालव्य योग/Malavya Yoga पंच महापुरुष योग जो कि कुंडली में बनने वाले सबसेदुर्लभ, अत्यंत शुभ एवं महा शक्तिशाली योग हैं उनमें से एक योग है।

कुंडली में मालव्य योग व्यक्ति के जीवन को चारों तरफ से खुशियों से भर देता है।

मालव्य योग से होने वाले लाभ एवं जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को जाने से पहले विस्तार में जानते हैं कि मालव्य योग क्या है अर्थात How is Malavya Yoga Formed?

Also Read: What is Ganda Yoga in Hindi

What is Malavya Yoga In Hindi

मालव्य योग पंच महापुरुष योग, जिसे राजयोग के नाम से भी जाना जाता है उनमें से एक योग है। इस योग के नाम से ही इसकी शक्ति का अंदाजा लगाया जा सकता है।

पंच का अर्थ पांच, महा पुरुष अर्थात विशेष व्यक्तित्व, इस प्रकार देखा जाए तो यह ऐसा अद्भुत योग है जो सामान्य रूप से सैकड़ों में किसी एक की कुंडली में बनता है जाता है।

पंच महापुरुष योगों के नाम – भद्र योग, हंस योग, मालव्य योग, रोचक योग एवं शश योग
हैं।

मालव्य योग/Malavya Yoga विशेष राशि के विशेष घर में शुक्र की उपस्थिति से बनता है। शुक्र जिसे ग्रहों का राजा कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा, उसकी उपस्थिति व्यक्ति को सारे राजा लाभ देता है।

दूसरे शब्दों में कहें तो जिस भी कुंडली में शुक्र अपनी सर्वोच्च अवस्था अर्थात मीन राशि में, त्रिकोण राशि तुला में वा स्वराशि वृषभ में हो तो ऐसी कुंडली में मालव्य पांच महापुरुष योग का निर्माण होता है।

पंच महापुरुष नाम के पीछे का एक रहस्य यह भी है कि इस योग के निर्माण में पांच ग्रह – मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र एवं शनि की उपस्थिति विशेष जगहों पर होती है।

आइए देखते हैं कि कुंडली में मालव्य योग का होना व्यक्तित्व के जीवन को कैसे प्रभावित करता। इस योग से क्या लाभ /Malavya Yoga Effects in Hindi होते हैं।

इसे भी पढें: Parigha Yoga परिघ योग क्या है तथा यह कैसे बनता है

Malavya Yoga Benefits in Hindi

मालव्य योग/Malavya Yoga के लाभ, दूसरे शब्दों में इसे इस योग का फल भी कह सकते हैं, व्यक्ति को राजयोग के सभी गुणों से भरपूर होते हैं। निम्न बातें दर्शाती हैं कि व्यक्ति के कुंडली में मालव्य योग है।

#१ मालव्य योग में जन्में व्यक्ति अत्यंत सुंदर होते हैं साथ ही इन्हें अपनी सुन्दरता में विशेष रुचि भी होती है।

#२ ऐसी कुंडली वाले व्यक्तियों की आकर्षण का केंद्र अक्सर उनकी आंखें होती हैं। ये सुंदर होने के साथ गुणवान एवं तेजस्वी व्यक्तित्व वाले होते हैं।

#३ कुंडली में मालव्य योग वाले व्यक्ति का वैवाहिक जीवन सुखमय होने के साथ संतान सुख भी चरम होती है क्योंकि इनके संतान भी उत्तम होते हैं।

#४ मालव्य योग/Malavya Yoga in Astrology वाले लोग ईश्वर में आस्था रखने वाले, कशास्त्रों में रुचि लेने वाले एवं उत्साही प्रवृत्ति के होते हैं। जिन क्षेत्रों में कोशिश करते हैं, सफलता उनके कदम चूमती है।

#५ कुंडली में मालव्य योग की उपस्थिति व्यक्ति को महत्वाकांक्षी बनाने के साथ उन इच्छाओं की पूर्ति के लिए सक्षम भी बनाता है। कुल मिलाकर कहें तो ऐसे व्यक्ति में एक सफल राजा के सभी गुण मौजूद होते हैं।

#६ मालव्य योग/Malavya Yoga में जन्में व्यक्ति ज्ञानी, चतुर होने के साथ त्यागी स्वभाव वाले भी होते हैं। मान मर्यादा के लिए किसी भी प्रकार का त्याग करने से नहीं हिचकिचाते हैं।

#७ कुंडली में मालव्य योग वाले व्यक्ति को काव्य, गीत, संगीत एवं फिल्मों में विशेष प्रेम होता है। ऐसा व्यक्ति शारीरिक सौंदर्य का धनी होने के कारण इन क्षेत्रों में सफलता भी हासिल करता है।

#८ ज्योतिष ग्रंथों एवं शास्त्रों के अनुसार मालव्य योग/Malavya yoga in kundli में जन्में जातक साहसी, गौरवर्ण, दीर्घायु होने के साथ गजब की निर्णय शक्ति वाले भी होते हैं।

#९ मालव्य योग व्यक्ति को सौंदर्यवान, विवेकशील, शक्तिशाली, बुद्धिवान, धैर्यवान, आकर्षक एवं सभी भौतिक सुख सुविधाओं से भरपूर बनाता है।

इसे भी पढें: Vyatipata Yoga व्यतिपात योग क्या है तथा इसके उपाय

Malavya Yoga in Celebrity Kundli/ Malavya Yoga Celebrities

जैसा कि मालव्य योग का फल व्यक्ति को अत्यंत प्रभावी व्यक्तित्व के साथ सफल एवं असाधारण भी बनाता है।

भारतवर्ष के कुछ विशेष व्यक्तियों की कुंडली में मालव्य राजयोग था जो व्यक्ति विशेष निम्न हैं-

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी, भूतपूर्व प्रधान मंत्री श्री इंदर कुमार गुजराल जी, भूतपूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय श्री के. आर. नारायणन जी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्रीमती जयललिता जी आदि मालव्य राजयोग के उदाहरण हैं।

साथ ही मशहूर खिलाड़ी सानिया मिर्जा एवं सिनेमा जगत के मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र की कुंडली में भी मालव्य योग है।

Malavya Yoga Career/ Malavya Yoga In Kundali

जिन लोगों की कुंडली में मालव्य योग का निर्माण होता है ऐसे लोग अपने शारीरिक सौंदर्य एवं कलाप्रेमी होने के कारण मॉडलिंग, सिनेमा, कला, नृत्य, गायन, फैशन आदि क्षेत्रों में प्रसिद्धि के साथ अपार सफलता हासिल कर सकते हैं।

आइए इसे विस्तार से जानते हैं –

#१ यदि कुंडली के प्रथम घर में शुक्र के द्वारा मालव्य राजयोग का निर्माण होता है तो व्यक्ति किसी भी व्यवसाय में सफलता के साथ प्रसिद्धि भी पाता है।

#२ यदि कुंडली के साथ भाव में मालव्य योग/Malavya Yoga का निर्माण होता है तो व्यक्ति विशेष रूप से फैशन जगत एवं सौंदर्य प्रतियोगिताओं में देश विदेश में प्रसिद्धि के साथ सभी भौतिक सुख भोगता है।

#३ कुंडली के दसवें भाव में मालव्य योग का निर्माण होने पर व्यक्ति होटल इंडस्ट्री, हवाई सेवा में विशेष रूप से सफलता हासिल करता है।

Malavya Yoga Cancellation In Hindi

ग्रहों की दशा में अक्सर परिवर्तन होते रहते हैं यदि किसी की कुंडली में राजयोग है, इसका अर्थ यह नहीं कि उसे समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इसी प्रकार कभी कभी कुछ विशेष हालातों में मालव्य योग के परिणामों में बदलाव भी हो जाता है। आइए देखते हैं किन परिस्थितियों में मालव्य योग के रद्द होने की आशंका होती है।

#१ केरल नाड़ी के अनुसार यदि बृहस्पति शनि के साथ हो या शनि की दृष्टि में हो एवं शुक्र केतु के साथ हो तो ऐसे में मालव्य योग/Malavya Yoga का निर्माण रद्द हो जाता है।

इस विषय पर गहन अध्ययन के बाद पाया गया कि जिस प्रकार बृहस्पति शुक्र की उच्च राशि का स्वामी है उसी प्रकार शनि बृहस्पति की नीच राशि का स्वामी है।

इस गणना के आधार पर कुछ निष्कर्ष निकाले गए जो निम्न है:

#१ यदि किसी योग निर्माण में उच्च राशि का स्वामी नीच राशि के स्वामी की दृष्टि में हो तो योग/Malavya Yoga का प्रभाव शून्य हो जाता है।

#२ यदि विशेष योग निर्माण में केतु का असर हो तो भी उसका प्रभाव शून्य हो जाता है अर्थात वह विशेष योग रद्द हो जाता है।

इस प्रकार देखा जाए तो कुछ ग्रहों की दशा स्थिति कभी कभी मालव्य योग निर्माण को रद्द अथवा इसके प्रभाव को शून्य कर देता है।

इसे भी पढें: दरिद्र योग कब बनता है तथा इसे कम करने के घरेलू एवं प्रभावी उपाय

FAQS

#1 How Common is Malavya Yoga

मलबे योग एक बहुत ही विशेष योग है जो सामान्य रूप से देखने को नहीं मिलता। पंच महापुरुष योग में से मानव योग 12 में से 1 लोग हो सकता है।

किस तरह यदि ध्यान देंगे तो पाएंगे कि 100 में से 8% कुंडली में मालव्य योग बन सकता है।

#2 Is Vipreet Raj Yoga good?

विपरीत राजयोग राज्यों का ही एक हिस्सा है। कोई भी राजयोग आसानी से नहीं बल्कि बड़ी मुश्किलों के बाद बनता है।

तीन प्रकार के विपरीत राजयोग होते हैं हर्षा सरला और विमला। इस राजयोग तक पहुंचने के लिए कई सारे विपरीत घटनाओं, से गुजरना पड़ता है तथा कई नकारात्मकता को पार करना पड़ता है।

तो एक प्रकार से विपरीत राजयोग अच्छा है।

#3 How do I Activate Malavya Yoga?

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कुंडली के योग हमारे कर्मों के आधार पर एवं ग्रहों की दशा के आधार पर बनते हैं।

दूसरा सच यह भी है कि यदि कुंडली की ग्रह दशा साथ न दें तो भी मनुष्य के सकारात्मक विचारधारा, कड़ी मेहनत साथ में ईश्वर में श्रद्धा। जीवन परिवर्तन करने की ताकत रखते हैं।

यदि कुंडली में राजयोग नहीं भी है तो मेरा मानना है इन तीनों विशेषताओं को अपनाकर हम वह सारे सुख जीवन में पा सकते हैं जो विशेष कुंडली में पाए जाते हैं।

Final Words: अपने अनुभवों से कह सकती हूं कि कुंडली के योग हमारे वर्तमान को प्रभावित करते हैं किंतु हमारे वर्तमान कर्म एवं विचारों में सकारात्मक भाव भी हमारे वर्तमान को सुखद बनाते हैं।

इसलिए कुंडली में यदि कुछ विपरीत दिखाई दे तो ईश्वर में आस्था रख कर्मों में पवित्रता एवं मेहनत बढ़ा दें। समय बदल जाएगा।

उम्मीद है मालव्य योग/Malavya Yoga संबंधी सभी सवालों के जवाब मिल गए, यदि अभी भी कुछ बाकी हो तो कॉमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।

जानकारी लाभकारी एवं प्रेरणादाई लगी हो दूसरों के साथ साझा कर उनका भी मार्गदर्शन करें।

सबका मंगल हो

 

2 thoughts on “जानें क्या है मालव्य योग एवं इसके 9 लाभ: Malavya Yoga In Hindi”

Leave a Reply

%d bloggers like this: