Heart Attack ke Lakshan in Hindi: दिल के दौरे से बचने के 6 सहज उपाय

Heart Attack अथवा दिल का दौरा एक ऐसी बीमारी है जो सौ साल पीछे का इतिहास देखेंगे तो शायद ही एक दो रोगी मिलेंगे। समय के साथ यह बीमारी एक आम रोग जैसी हो गई है। Heart Attack ke Lakshan कुछ दिन पहले से ही शरीर में बदलाव के रूप में दिखने लगते है। इसलिए ये कहना कि दौरा अचानक से पड़ता है, बिल्कुल गलत है!

हमारा शरीर किसी भी प्रकार की बीमारी के गंभीर रूप लेने से पहले ही संकेत देने लगता है। दुर्भाग्यवश इन्सान खुद से इतना अलग हो गया है कि उसकी समझ में ही नहीं आता या फिर वह छोटे छोटे लक्षणों को नज़रंदाज़ कर देता है।

आज हम इन्हीं Heart Attack ke Lakshan in Hindi के बारे में विस्तार से जानेंगे ताकि समय से पहले स्वयं का खयाल रखकर इस बीमारी से बचा जा सके।

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संकेतों को जानने से पहले यह जानना ज़रूरी है कि Heart Attack क्या है तथा क्यों होता है?

What is Heart Attack in Hindi दिल का दौरा क्या होता है?

दिल अथवा हृदय शरीर का वह महत्वपूर्ण अंग है जिसपर जीवन निर्भर है। कहते हैं ना कि जब तक हृदय की गति ऊपर नीचे हो रही है अर्थात चल रही है तभी तक जीवन है।

दिल का दौरा अक्सर ह्रदय को किसी कारण वश ऑक्सीजन की आपूर्ति में अवरोध होने के कारण आता है। अक्सर इस अवरोध का कारण खून की नालियों में खराबी अथवा ब्लड क्लॉट्स की वजह से होता है। हृदय की मांसपेशियों को आवश्यक आपूर्ति न होने के कारण दर्द होना शुरू होता है। यदि इस दर्द का सही समय पर उपचार नहीं हुआ तो जान जाने का खतरा होता है।

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यहां यह स्वीकार करना अति आवश्यक है कि किसी भी प्रकार का ब्लॉकेज एक दिन में नहीं होता। धीरे धीरे होता है इसलिए Heart Attack ke Lakshan in Hindi जानने से पहले इसके कारण जान लेना अति आवश्यक है।

Heart Attack ke Lakshan in Hindi/ Heart Attack ke Karan in Hindi

कुछ सालों पहले तक ऐसा माना जाता था कि दिल का दौरा बढ़ती उम्र के लोगों को ही होता है। दुर्भाग्यवश, अखबार उठाकर देखेंगे तो दस साल के बच्चे को भी इस बीमारी से गुजरना पड़ रहा है। इसलिए इस बीमारी के कारण को गहराई से समझना बहुत ही जरूरी है।

१- सर्वप्रथम स्वास्थ्य की सबसे बड़ी दुश्मन आधुनिक जीवन शैली है। नौकरीपेशा लोगों का यदि सुबह उठने का समय निर्धारित है तो रात के सोने का समय नहीं है। ऐसे में देर रात सोने की वजह से नींद का पूर्ण ना होना तथा अगली सुबह कम पर जाना!

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व्यस्त जीवनशैली, असमय खाना तथा असमय सोना शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक है। धीरे धीरे यह जीवन शैली बीमारियों को निमंत्रण देती है।

२- Heart Attack ke Lakshan in Hindi भोजन शरीर को चलाने वाला सबसे आवश्यक चीज़ है। आजकल मनुष्य भोजन यह देखकर नहीं करता कि उस भोजन में कौन से स्वास्थ्यवर्धक तत्व मौजूद है बल्कि उसका स्वाद कैसा है?

फलस्वरूप जंक फ़ूड तथा अधिक मसालों का सेवन शरीर को कोई लाभ तो नहीं देता बल्कि दिल के साथ साथ अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचाता है।

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३- Addiction अर्थात किसी भी प्रकार का नशा शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिए सबसे हानिकारक है। शराब, तंबाकू, धूम्रपान तथा कोई भी मादक पदार्थ रक्त धमनियों को बंद करने अथवा क्लॉट्स तैयार करने के मुख्य कारण बन जाते हैं।

४- Heart Attack ke Lakshan in Hindi आधुनिक जीवन शैली व्यस्त जीवन शैली, असमय भोजन, असमय नींद तथा जंक फ़ूड मोटापा के मुख्य कारण होते हैं। किन्तु मोटापा अकेले नहीं आता, बढ़ता हुआ वजन ह्रदय पर सबसे अधिक नकारात्मक प्रभाव डालता है।

५- किसी भी प्रकार का तनाव, चिंता अथवा अवसाद की भावना ह्रदय के स्वास्थ्य को खराब करती है। तनाव आज की तिथि में महामारी की तरह बढ़ने वाली बीमारी है। शायद यही कारण है कि आजकल छोटे बच्चों में भी हार्ट अटैक की समस्या देखने के लिए मिलती है।

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६- Heart Attack ke Lakshan in Hindi उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह आदि बीमारियों से भी हृदय को खतरा बना रहता है। कई बार दिल का दौरा आनुवंशिक भी होता है।

Heart Attack ke Lakshan in Hindi  इन सारी वजहों पर यदि गौर करेंगे तो पाएंगे कि मामूली से कारण भयंकर बीमारियों को आमंत्रित करते हैं। जीवनशैली में छोटे छोटे बदलाव कर इनसे बचा जा सकता है।

अब देखते हैं कि दिल का दौरा पड़ने से पहले कौन से Heart Attack ke Lakshan के ज़रिए शरीर चेतावनी देने लगता है।

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Heart Attack ke Lakshan in Hindi

 

१- सबसे साधारण लक्षण जो सामान्यतः देखने के लिए मिलता है वह है सीने में दर्द अथवा भारीपन महसूस होना। इस दर्द की खास बात यह है कि यह काम करते समय होता है, काम बंद करते ही बंद हो जाता है।

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इसका अर्थ है कि हृदय पर काम करने की वजह से भार पड़ रहा है। इसे मेडकल की भाषा में एंजाइना पेन अर्थात दर्द कहते हैं।

२- Heart Attack ke Lakshan in Hindi अचानक से आने वाली थकान अथवा सांसों का फूलना भी दिल के दौरे का संकेत देती है। यदि आपको लगता है कि आप अभी तक पूर्णतः स्वस्थ थे और आसानी से सीढिय़ां चढते थे। किन्तु अब आपको ज्यादा थकान होने लगी है या सांसे फूलने लगी हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

३- कुछ ऐसे लक्षण जो अन्य बीमारियों के होने के कारण होते हैं हार्ट अटैक का कारण भी बन सकते हैं। जैसे कि कमज़ोरी महसूस करना, चक्कर आना, उल्टी अथवा मिचली होना भी कभी कभी ह्रदय सम्बन्धी समस्यों का कारण बन सकते हैं इसलिए समय रहते चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

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४- एक ऐसा दर्द जिसे अक्सर लोग थकान की वजह से होने की गलती कर बैठते हैं, हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। काम करते वक्त बाएं कंधे में उठने वाला दर्द जो जॉ लाइन अर्थात बाएं तरफ़ गले तक होता है। अक्सर ये दर्द काम के बंद होते ही बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में एक बार डाक्टर की सलाह अवश्य लें।

५- Heart Attack ke Lakshan in Hindi अचानक हाथ तथा पैर में आई हुई सूजन भी हार्ट सम्बन्धी समस्याओं का संकेत होती हैं। अचानक बढ़ी हुई कमज़ोरी अथवा बिना कारण थकान आने जैसे लक्षणों को नज़रंदाज़ ना करें।

६- बिना किसी भारी शारीरिक श्रम के धड़कनों का तेज़ होना तथा पसीना होना इस बात का संकेत हैं कि हृदय स्वास्थ्य में कुछ अवरोध उत्पन्न हुआ है। कई बार ह्रदय गति तेज़ तो कई बार धीमी पड़ने के लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह लें।

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७- परिवार में पहले किसी सदस्य जैसे कि माता पिता अथवा दादा दादी में से किसी को यह बीमारी थी तो आनुवांशिक रूप से आने का खतरा होता है। इसलिए उपर्युक्त कोई भी परेशानी को अपेक्षित ना करें तथा चिकित्सक की सलाह लें।

Heart Attack ke Lakshan in Hindi: आपको यह जानकर शायद हैरानी हो कि Heart attack aane se pahle ke lakshan पुरुषों में अलग तथा महिलाओं में अलग होते हैं। यहां तक कि यदि किसी को दूसरी बार हार्ट अटैक आने वाला होता है तो लक्षण पहले से अलग हो सकते हैं।

इसलिए इन लक्षणों को ध्यान से पढ़िएगा क्योंकि हम पुरुषों तथा महिलाओं के लक्षण अलग अलग देखेंगे।

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Heart Attack ke Lakshan in Hindi/ Heart attack ke lakshan in female

महिलाओं में ह्रदय रोग के लक्षण

Heart Attack ke Lakshan in Hindi/ 3 hearts Images

१- Heart Attack ke Lakshan in Hindi तेज़ खांसी, सांस लेने में तकलीफ़ अथवा सीने में भारीपन आने वाले हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं।

२- महिलाओं के जबड़े के पास से जो नसें गुजरती हैं वे ह्रदय से निकलती हैं। यदि वह बीच बीच में तेज़ दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

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३- Heart Attack ke Lakshan in Hindi महिलाओं की छाती अथवा शरीर के ऊपरी अंगों पीठ, गर्दन, कंधे इत्यादि में निरंतर तकलीफ़ दिल की खराब सेहत का संकेत देते हैं।

४- ह्रदय की धमनियों में अवरोध होने के कारण उल्टी, मिचली, चक्कर आना दस्त अथवा बेचैनी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अत्यधिक हार्ट अटैक आने के संकेत हैं।

५- बढ़ती उम्र में थकान महसूस करना अलग बात है किन्तु यदि अचानक बिना श्रम के पसीना आने लगे तो इसे खतरे की घंटी समझें तथा डॉक्टर को दिखाएं।

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Heart Attack ke Lakshan in Hindi/ पुरुषों में हार्ट अटैक के लक्षण

१- नींद नहीं आना, पर्याप्त नींद नहीं होना अथवा अत्यधिक खर्राटे लेना हार्ट अटैक के संकेत देता है। खर्राटे अक्सर पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से आते हैं।

२- Heart Attack ke Lakshan in Hindi अचानक पेट तथा ऊपरी पीठ में तीव्र वेदना हार्ट अटैक के आने का संकेत देते हैं।

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३- किसी कारण वश रक्त धमनियों में किसी भी प्रकार के ब्लॉकेज की वजह से पेट, सिर अथवा पैर में तकलीफ़ हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं। यहां तक कि यदि पैदल चलने में पैरों में अधिक दर्द हो तो भी हार्ट अटैक के संकेत माने जाते हैं।

Heart Attack Treatment in Hindi/ हार्ट अटैक से बचने के उपाय

यदि उपर्युक्त लक्षण के आने पर डॉक्टर के पास E.C.G., एंजियोग्राम तथा अन्य टेस्ट के माध्यम से समय रहते सेहत में सुधार लाया जा सकता है।

Heart Attack ke Upay in Hindi

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Heart Attack ke Lakshan in Hindi/ Heart ballon image

यदि आपको पहले से ये तकलीफ है या आप अपने दिल का खयाल रखकर इस बीमारी से स्वयं को बचाना चाहते हैं तो यह आसान है। दिनचर्या में छोटे छोटे बदलवा लाकर आप दिल के दौरे जैसे रोग से बच सकते हैं।

१- जीवन शैली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा भोजन है। यदि आप प्राचीन काल की जीवन शैली देखेंगे तो दिन में दो बार भोजन करते थे और जीवन निरोगी था।

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आयुर्वेद के अनुसार बचपन में जो भोजन प्रणाली आपने जिया था वही अपनाएं।

२- अपने डायट में अधिक ताज़े फल और सब्जियों का समावेश करें। प्रोटीन युक्त भोजन करें तथा वजन पर नियंत्रण रखें।

३- शारीरिक श्रम सम्पूर्ण शरीर में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए आवश्यक है। इसलिए अपने नियमित कार्य से हटकर कुछ देर व्यायाम अथवा प्रायाणाम करें। नाड़ी शोधन प्राणायाम से जल्दी ही ह्रदय, रक्तचाप अथवा कोलेस्ट्रॉल से मुक्ति पा सकते हैं। नदीशोधन प्राणायाम की विधि जानने के लिए नीचे लिंक पर जाएं।

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४- किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों के सेवन से बचें। यहां तक धूम्रपान करने वालों से भी दूरी बनाए रखें। कम से कम ६ से ८ घंटे की नींद लें।

५- किसी भी प्रकार के तनाव को कम करने के लिए दिन में कम से कम आधे घंटे ध्यान अथवा किसी मुद्रा का अभ्यास करें। ध्यान से मस्तिष्क में होने वाले परिवर्तन शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य में चमत्कारिक रूप से परिवर्तन लाते हैं।

मस्तिष्क पर होने वाले ध्यान के जादुई असर के बारे में विस्तार से जानने के लिए नीचे लिंक पर जाएं।

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Meditation Benefits for Brain in Hindi: ध्यान अभ्यास के 7 आश्चर्यजनक लाभ

६- सबसे महत्वपूर्ण किन्तु सबसे उपेक्षित उपाय है कि चालीस की उम्र के बाद साल में कम से कम एक बार सम्पूर्ण स्वास्थ्य का चेक अप कराएं। ऐसा करने से ना सिर्फ हार्ट अटैक बल्कि अन्य किसी भी बीमारी को आने से रोका जा सकता है।

Heart Attack ke Lakshan in Hindi/ Images of Read roses and heart

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Heart Attack ke Lakshan in Hindi: FAQs

१- हार्ट अटैक आने पर तुरंत क्या करना चाहिए?

ऐसी अवस्था में एक मिनट में कम से कम सौ बार मरीज के सीने को दबाएं। पच्चीस से तीस बार दबाने के बाद मरीज की नाक बंद कर उसके मुंह से आक्सीजन देना भी मदद करता है।

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२- हार्ट अटैक का दर्द कैसे पहचानें?

हार्ट अटैक के दर्द में अक्सर दर्द के साथ पसीना भी आता है। सबसे महत्वपूर्ण यह दर्द सीने के साथ बाएं हाथ में भी महसूस होता है।

३- सीने में दर्द हो तो कौन सा योग करना चाहिए?

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सीने में दर्द होने की अवस्था में नाड़ी शोधन प्रायाणाम तुरंत राहत देता हैं। अथवा लंबी गहरी सांसें भी लाभदायक होती हैं।

४- Heart attack kis umar me aata hai?

कुछ सालों तक ऐसा माना जाता था कि दिल का दौरा सिर्फ़ बड़ी उम्र जैसे के ४० के बाद ही आते हैं। किन्तु पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड देखा जाए तो २५ साल की उम्र के भी कई मरीज़ पाए गए हैं।
अतः अब इसकी कोई सीमा नहीं है, दिल का खयाल रखना आपकी जिम्मेदारी है।

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५- Heart attack kitni baar aata hai?

Heart Attack ke Lakshan in Hindi: हार्ट अटैक का पहली बार आना ही इस बात का संकेत है कि आपके हृदय का स्वास्थ्य खराब हो चुका है। अतः उसका खयाल रखना आवश्यक है, अक्सर दूसरी बार अटैक आने जानलेवा साबित होता है। यदि कोई बहुत खयाल रखता है तो तीसरी बार भी आते देखा गया है।

किन्तु सलाह यही रहेगी कि पहली बार के बाद ही अधिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

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Final Words: उम्मीद है Heart Attack ke Lakshan in Hindi के साथ इससे बचने के उपाय पर आप अमल करेंगे तथा अपने हृदय के स्वास्थ्य का भरपूर खयाल रखेंगे। स्वस्थ ह्रदय जीवन का सबसे बड़ा तोहफ़ा है।
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