Counselling Meaning in Hindi- नमस्कार, स्वागत है आपका एक नए article में।
आज का टॉपिक थोड़ा अलग है लेकिन मुझे अपने अनुभव से लगा कि यह अत्यंत महतवपूर्ण विषय है इसलिए इसे चुना।
तो आज के इस article में हम बात करेंगे कि स्पिरिचुअल काउंसलिंग क्या है, यह किसके लिए ज़रूरी है और इसके क्या क्या लाभ हैं? दूसरे शब्दों में कहूं तो आपके लिए कांसलिंग क्यों महत्वपूर्ण हैं? इन सभी विषयों पर विस्तार से बात करेंगे।
काउन्सलिंग के साथ साथ article के अंत में विशेष रूप से रेकी या अन्य कोई हीलिंग प्रैक्टिस करने वालों के लिए खास गाइडेंस है तो यदि आप एक हीलर हैं तो मेक sure पूरा article pura padhen ताकि आपको मैसेज अच्छे से समझ में आए।
तो इस blog के ज्यादातर Readers हीलेर्स हैं, या फिर कोई न कोई स्प्रिचुअल एक्टिविटीज प्रैक्टिस करते हैं। फिर भी जीवन में कुछ न कुछ ऐसा होता है जिसका सॉल्यूशन नहीं मिलता और… क्योंकि उनकी प्रैक्टिस लेगुलर होती है, वो अपने आपको स्टक पाते हैं। किसी और के पास यह सोचकर नहीं जाते क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें सब कुछ पता है और अकेले सफर करते रहते हैं।
तो पहले तो मैं ये बता दूं कि व्यक्ति चाहे कितना भी डिवेलप क्यों न हो जाएं, उसे हमेशा किसी के गाइडेंस की जरूरत पड़ती है इसलिए, जब भी आपको लगे कि अकेले हालत मुश्किल लग रहे हैं, मदद लेनी चाहिए।
अब बात यह आती है कि आप तो ऑलरेडी इतने समझदार हैं, हाइली स्पर्च्युल हैं तो किससे बात करें जो आपसे ऊपर हो और आपको सही सलाह दे? ऐसे में एक काउंसलर ही है जो आपको आपके हिसाब से रास्ता दिखाता है इसलिए यदि आपके पास कोई भरोसे का व्यक्ति न हो तो आप बेझिझक काउसलर की मदद लें।
तो चलिए जानते हैं कि काउंसलर क्या होता है और वह क्या करता है?
Who is Counselor and What They DO
तो काउंसलर एक हाइली एजुकेटेड और अपनी फील्ड का बेहद अनुभवी व्यक्ति होता है जो आपको सुनता है, और आपको अपने अंदर भरे हुए भावनाओं को बाहर निकालने का अवसर देता है।
अब जानते हैं कि स्पिरिचुअल काउंसलिंग क्या है?
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What is Counselling Meaning in Hindi
तो हम सभी जानते हैं कि डिप्रेशन, चिंता, बीमारियां, अनिद्रा इत्यादि ये सभी समस्यांयें किसी न किसी मानसिक या भवनात्मक इंबैलेंस की वजह से होती हैं। कई बार व्यक्ति को पता ही नही होता है कि कौन सी बात है जो उसे भीतर ही भीतर खाए जा रही है।
वह खुद को हील करता है,खुश रहने की कोशिश करता है पर कहते हैं न की जब तक बीमारी की जड़ को नहीं खत्म करेंगे, समस्या खत्म नहीं होगी। क्योंकि जैसे ही उसे एक मौका मिला वह फिर से उभरेगी।
ऐसे ही कई सारे भावनात्मक बातें होती है जो व्यक्ति ने बचपन में अनुभव किया होता है किंतू वह उसकी पूरी लाइफ को प्रभावित करती है। या कोई रीसेंट अनुभाव व्यक्ति को इतना तोड़ देता है कि रेगुलर रिकी लेने या मैडिटेशन k बावजूद भी उबारना मुश्किल हो जाता है।
ऐसे में काउसलर आपको आपके मन के भीतरी तक ले जाता है, आपको उस इवेंट से परिचित कराता है जिसकी वजह से आपका मन व्यथित है और उसे बाहर निकालकर आपको हील करने में मदद करता है।
दूसरे शब्दों में कहूं तो आप इसे टॉकिंग थेरेपी भी कह सकते हैं क्योंकि यह आपको अपने भीतर की हलचल को बाहर निकालकर खुद को शांत करने में मदद करती है।
अब जानते हैं कि स्पिरिचुअल काउंसलिंग किसके लिए अत्यंत आवश्यक है?
Who Needs Counselling
तो स्ट्रेट बोलूं तो यदि आपको लगता है कि आपको किसी पर भरोसा नहीं है, या लोगों को आपकी हालत से फरक नहीं पड़ता, तो आपको लिए डेफिनेटली काउन्सलिंग बेस्ट option है। इसके अलावा…
1- यदि आप एक हीलर हैं और किसी शरीरीक या भवनात्मक तकलीफ़ से गुजर रहे हैं। आपको हीलिंग, एंड मेडिसिन से कोई बदलाव नज़र नहीं आ रहा है तो आपको काउन्सलिंग की आवश्यकता है।
2- यदि आपको अपने रिश्ते में बदलाव चाहिए, बॉन्ड चाहिए, खुशी चाहिए तो भी काउंसलर आपकी मदद कर सकता है।
3- यदि आप अपने आपको बेहतर और ज्यादा गहराई से जानना या समझना चाहते हैं तो भी आपको काउंसलर की आवश्यकता है।
4- यदि आपके पास बहुत सारा ज्ञान है किंतू आप उसे सही तरीक़े से आपनी ग्रोथ के लिए प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं तो काउसलिंग से आपको सही रास्ते पर सही तरीक़े से जाने में मदद मिलती है।
सच कहूं तो काउन्सलिंग हम सभी के लिए हैं क्योंकि हम सामाजिक जीव हैं, समाज में हमारे साथ बहुत कुछ होता है जो हमारे मानसिक भवनात्मक और शारीरिक स्वास्थय को नेगाटिवेली प्रभावित करता है। ऐसे में काउस्नेलिंग की मदद से हम अपने सम्पूर्ण स्वास्थय का बैलेंस कर सकते हैं।
तो चलिए अब शॉर्ट में जानते हैं कि काउंसलिंग के क्या लाभ हैं?
Benefits of Counselling in Hindi
1- जाने अंजाने में हम सभी अपने साथ बहुत सारी ऐसी यादें कैरी करते हैं जो हमारे प्रेजेंट को निगेटिव तरीक़े से प्रभावित करते हैं। ऐसे में जब आप कॉन्सलिंग की हेल्प लेते हैं, तो उस मेमरी को एलिमिनेट करके अपना कॉन्फिडेंस बढ़ाने में मदद मिलती है।। साथ ही उन पेनफुल यादों को लेट गो करके लाइफ में मूव ऑन होने में भी मदद मिलती
है।
२- कई बार कोई बीमारी, या कोई एक्सीडेंट हमारे कॉन्फिडेंस को तोड़ देता है। कभी जीवन को इतना बुरी तरह प्रभावित करता है कि व्यक्ति कुछ अच्छा सोच नहीं पाता, कर नहीं पाता। ऐसे पेनफुल और निगेटिव यादों से मूव ऑन करने में काउन्सलिंग हेल्प करती है। साथ ही लाइफ में होप और एक्साइटमेंट एड करने में भी हेल्प होती है।
३- किसी भी प्रकार की मानसिक बिमारी जैसे कि डिप्रेशन, इंग्जैटी, ईटिंग डिसऑर्डर जैसी कई बीमारियां जो ओवरऑल लाइफ की डिस्टर्ब करती हैं। ऐसे हालात में व्यक्ति को काउन्सलिंग ज़रूर करनी चाहिए।
४- लाइफ में टाइम टू टाइम कुछ ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं जब भविष्य में अंधकार सा लगने लगता है। ऐसे में काउंसलर उस अंधेरे को चीरकर, उजाले की एक किरण दिखाने में मदद करता है।
५- आत्मविश्वास की कमी एक ऐसी समस्या है जो व्यक्ति को जीवन में आगे नहीं बढ़ने देती। मैंने ऐसे भी लोगों से मिली हूं जिनमें ज्ञान की, गुणों की कोई कमी नहीं है किंतु एक कमी के कारण वह अपना बेस्ट नहीं दे पाते वह है आत्मविश्वास। तो काउंसलर सवालों के माध्यम से आपमें आत्मविश्वास तो जगाता ही है साथ ही आपको सही दिशा भी दिखाता है।
तो इस प्रकार se देखें तो काउन्सलिंग की मदद से जीवन को पूरी तरह बदला जा सकता है। यहां तक कि हम जैसे हीलर्स भी कभी न कभी ना उम्मीद और निराश होते हैं,। इसलिए अपने गुरु से कनेक्टेड रहना महतवपूर्ण है। ताकि किसी भी परिस्थिति में गाइडेंस मिलती रहे और हम आगे बढते हैं।
Types of Counselling in Hindi
काउन्सलिंग के कई प्रकार होते हैं जैसे की ऑनलाइन चैटिंग से, या फिर फ़ोन से। लेकिन सबसे ज्यादा और प्रभावी है आमने सामने वाली काउन्सलिंग, तो जब कभी भी आप अपने आपको कहीं स्टक महसूस करें या उम्मीद खोने लगें, कांसलर की हेल्प ज़रूर लें।
काउंसलर ही एक ऐसे व्यक्ति हैं जो आपको कभी जज नहीं करते साथ ही आपकी सारी बातें, आपका सारा कम्यूनिकेशन कॉन्फिडेशियल होता है। तो आपको किसी भी बात में संकोच करने या डरने की भी कोई ज़रूरत नहीं।
तो अब एक खास मेसेज रेकी हीलर्स के लिए, यदि आप अभी तक article में बने हैं तो आपके लिए।
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Spiritual Counselling for Reiki Healers
अध्यात्म या हीलिंग के क्षेत्र में भी कुछ ऐसी ही यानि आम व्यक्ति वाली समस्याएं आती हैं। इन फैक्ट एक स्प्रिचुअल व्यक्ति या हीलर और ज्यादा डिस्टर्ब होता है क्योंकि वह दूसरो की ऊर्जा को महसूस कर पाता है। ऐसे में यदि उसने स्वयं का विशेष खयाल नहीं रखा तो उसे बहुत सारी समस्याएं जैसे की मैंटल इश्यूज, हैल्थ इश्यूज यहां तक कि फाइनेंशियल चैलेंजेस से भी गुजारना पड़ता है।
ऐसे में किसी और से हेल्प लेना, उनको अपनी समस्याएं बताना आवश्यक हो जाता है। अकसर जो लोग व्यवसायिक रूप से डेली हीलिंग करते हैं उनके जजमेंट कभी कभी क्लाउडेड हो जाते हैं।। तो ऐसे में किसी से इस विषय पर बात कर, काउंसलिग कर, समस्या की जड़ तक पहुंच कर उसे बढ़ने से रोका जा सकता है। साथ ही उसे हील करने में भी मदद मिलती है।
तो एक स्पिरिचुअल काउंसलर, आपकी अध्यामत्किक प्रगति में हेल्प करते हैं, आपके हीलिंग यात्रा में, आपके ब्लॉकेज को क्लियर करने में हेल्प करते हैं। वहां तक कि आपको अपनी किसी विशेष समस्या को लेट गो एंड हील करने के लिए भी गाइड करते हैं।
यही कारण है कि मेरा हमेशा सुझाव रहता है कि जीवन में एक ऐसा मित्र, टीचर, गाइड, गुरु या काउंसलर अवश्य रखें जो समय समय पर आपके मेंटल, इमोशनल हेल्थ को डिटॉक्स करने और हील करने में मदद करे।
Final Words about Counselling Meaning in Hindi- उम्मीद है articleअच्छी लग होगी, इनफॉर्मेटिस और हेल्पफुल लगी हो तो लाईक और कमेन्ट करके ज़रूर बताएं। साथ ही किसी ऐसे पहचान वाले k साथ इसे शेयर करें, जिसको इस article से कुछ हेल्प हो।
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आज के लिए बस इतना ही, मिलते हैं एक नए Article में, एक नए टॉपिक के साथ तब तक के लिए स्वस्थ रहें और आपका दिन शुभ हो।
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