Chakra Meditation Benefits in Hindi
क्या आप लंबे समय से चली आ रही किसी बीमारी को प्राकृतिक तरीके से ठीक करना चाहते हैं? किसी प्रकार के Addiction से मुक्ति पाना चाहते हैं या Concentration power बढ़ाना चाहते हैं? अथवा आप शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग हैं और आप उसके लिए कोई आसान तरीका खोज रहे हैं?
चक्र मेडिटेशन Chakra Meditation किसी भी Chronic Disease को ठीक करने का सहज उपाय है। यदि आप यह सोच रहे हैं कि ध्यान से पुरानी बीमारी कैसे ठीक हो सकती है तो आप ध्यान से होने वाले फायदों के बारे में ज़रूर पढ़ें।
Meditation Benefits for Brain in Hindi
चक्र मेडिटेशन एक खास ध्यान की विधि है जो बहुत ही कम समय में अधिक प्रभावशाली है। इससे होने वाले लाभों को जानने से पहले देखते हैं कि चक्र क्या चीज़ है?
Chakra Meditation Benefits- 7 Chakra Ka Rahasy/ Mystry Behind Seven Chakra
चक्रों को समझने के लिए एक उदाहरण देखते हैं। मान लीजिए एक घर में पांच कमरे हैं। देखा जाए तो यदि बरामदे में एक बिजली का बोर्ड लगा दिया जाए तो सभी कमरों में बिजली का प्रयोग किया जा सकता है। किन्तु अपनी सुविधानुसार हर कमरे में हम एक बोर्ड लगाते हैं।
हर कमरे में अलग बोर्ड लगाने का फ़ायदा यह होता है कि उस कमरे में यदि कोई समस्या आई तो कहीं और देखने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। आप उसी कमरे के बोर्ड को खोलकर पता लगा सकते हैं कि क्या गड़बड़ है। यदि एक ही बोर्ड होता तो यह पता लगाने के लिए कि समस्या कहां है, ना जाने कहां- कहां से बिजली के तारों को खोलना पड़ता!
Chakras in Human Body in Hindi- ठीक इसी प्रकार प्रकृति ने मानव शरीर का निर्माण करते समय शरीर में सिर्फ़ एक नहीं बल्कि कई छोटे छोटे ऊर्जा के केंद्र बनाए हैं। जिन्हें हम चक्रों के नाम से जानते हैं। इनमें से साथ चक्र प्रमुख हैं जो रीढ़ की हड्डी में होते हैं।
जो लोग HEALING के क्षेत्र में काम करते हैं, शरीर के किस भाग में क्या तकलीफ़ है, उससे यह पता लगा लेते हैं कि कौन सा चक्र अधिक या कम सक्रिय है। अथवा चक्रों को देखकर पता लगा लेते हैं किस प्रकार की बीमारी की संभावना है।
Chakra Meditation Benefits- 7 Chakra Explained in Hindi
Chakras in Human Body in Hindi- शरीर में रीढ़ की हड्डी एक महत्वपूर्ण अंग है। इसी के बल पर हम चल फिर सकते हैं। यदि यह नहीं होती तो पता नहीं किया होता। इसी रीढ़ की हड्डी में इन चक्रों का आवास है। इन्हें चक्रों द्वारा आकाशीय ऊर्जा शरीर में प्रवेश करती है तथा विभिन्न नालियों द्वारा शरीर के अंगों तक पहुंचती हैं।
यदि इनमें से कोई चक्र बंद हो जाता है तो उसके आस पास के अंगों में बीमारियां होना शुरू हो जाती है।
इन सात चक्रों को तीन भागों में बांटा गया है। नीचे के तीन चक्र शारीरिक तथा ऊपर के तीन चक्र अध्यात्मिकता से जोड़ते हैं। मध्य में एक अनाहत चक्र है जो इन दोनों को जोड़ने का कार्य करता है। इसीलिए तो कहते हैं, जो काम हृदय से किया जाता है वह सही होता है।
Chakras in Human Body in Hindi- यदि ऊपर के तीन चक्र सक्रिय और नीचे के तीन कम सक्रिय है तो मनुष्य अध्यात्म में ज्यादा लगा रहता है। यदि नीचे के चक्र सक्रिय और ऊपर के बंद हो तो भौतिकता में लिप्त रहता है, अध्यात्म में रुचि नहीं होती।
अतः सुखी जीवन के लिए इन सारे चक्रों का balance होना अति आवश्यक होता है।
7 Chakra Kaise Jagrit Kare And Chakra Meditation Benefits in Hindi
अक्सर मनुष्य के नीचे के तीन चक्र जागृत होते हैं, और वह शारीरिक लेवल पर जीवन जीता है। घर संसार, भौतिक ज़रूरतें, इससे बढ़कर वह ज्यादा सोचता नहीं है। किन्तु जब वह अपने ऊपर के अध्यात्मिक चक्रों को सक्रिय करने की दिशा में काम करने लगता है तो वह इन सांसारिक परिस्थितियों से ऊपर उठने लगता है।
जीवन को देखने का नज़रिया बदल जाता है तथा वह समस्याओं से घबराता नहीं है। बल्कि जल्दी है उपाय खोज लेता है।
देखते हैं कि 7 chakra kaise jagrit kare सात चक्रों को कैसे जागृत अथवा सक्रिय करें।
१- Root Chakra मूलाधार चक्र
मूलाधार चक्र प्रथम चक्र है जो रीढ़ की हड्डी में सबसे नीचे गुदा के पास होता है। इसका रंग लाल तथा चार पंखुड़ियों के वाले कमल के आकार का होता है।
इस चक्र का मंत्र लम होता है। मंत्रोच्चारण द्वारा भी इस चक्र को संतुलित या सक्रिय किया जाता है।
ROOT Chakra के सक्रिय करने से लेकर उससे होने वाले लाभ आदि के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर click करें।
Muladhara Chakra Activation: Powers and Benefits of Root Chakra in Hindi
२- Chakra Meditation Benefits- Sacral Chakra स्वाधिष्ठान चक्र
Sacral Chakra नाभि के दो इंच नीचे रीढ़ की हड्डी में होता है। यह चक्र आपकी भावनाओं तथा sexuality को balance करता है। यदि यह चक्र overactive है तो मनुष्य अत्यधिक भावुक तथा कामुक होता है। इसके विपरीत यदि बंद रहा तो इन दोनों ही बातों में कोई दिलचस्पी नहीं लेता।
Sacral chakra का रंग Orange होता है तथा इसका मंत्र वम् है। मंत्रोच्चारण अथवा चक्र मेडिटेशन द्वारा इसे सक्रिय किया जा सकता है।
३- Solar Plexus Chakra मणिपुर चक्र
मणिपुर चक्र अनाहत चक्र के नीचे तथा नाभि के दो इंच ऊपर होता है। इसका रंग पीला होता है।। यह मनुष्य के आत्मविश्वास तथा। पेट के आसपास के सारे अंगों को प्रभावित करता है।
Chakra Meditation Benefits- यदि यह चक्र अत्यधिक सक्रिय हो तो मनुष्य उग्र स्वभाव वाला तथा कम सक्रिय हो तो निष्क्रिय होता है।
Sacral chakra का मंत्र रम् है। मंत्रोच्चारण के समय ध्यान को चक्र पर स्थित रख इसे संतुलित या सक्रिय किया जाता है।
४- Heart Chakra अनाहत चक्र
अनाहत चक्र दोनों छाती के मध्य में होता है। इस चक्र का रंग हरा होता है। यह चक्र मनुष्य के प्रेम, सौहार्द तथा दया की भावना से संबंधित है। यदि यह चक्र अति सक्रिय हो तो इंसान अत्यधिक दयालु होकर दर्द महसूस करने लगता है।
इसके विपरीत यही या बंद या कम सक्रिय हो तो वह कठोर तथा स्वार्थी हो जाता है।
इस चक्र का मंत्र यम् है। म मंत्रोच्चारण के समय ध्यान को छाती के मध्य में ले जाएं तथा वह उत्पन्न हो रही ऊर्जा पर ध्यान दें।
५- Chakra Meditation Benefits- Throat chakra विशुद्ध चक्र
Throat chakra गले के मध्य में होता है। इसका रंग गहरा नीला होता है। इसके बंद या गंदे होने से मनुष्य स्वयं को सही तरीके से express नहीं कर पाता है। यदि यह चक्र संतुलित है तो उसकी बातों में स्पष्टता होने के साथ दम भी होता है। वह किसी भी विषय पर अपना पक्ष आसानी से रख पाता है।
इसका मंत्र हम् HUM है। मंत्रोच्चारण के साथ ध्यान गले में हो रहे vibration पर देने से इस चक्र का शुद्धिकरण होता है तथा गले से संबंधित बीमारियां ठीक हो जाती हैं।
६- Third Eye Chakra आज्ञा चक्र
यह चक्र माथे पर दोनों भौहों के बीच में होता है। इसका रंग गहरा नारंगी Indigo होता है तथा यह सिर के अंदर के सभी अंगों तथा ग्रंथियों को प्रभावित करता है। इस चक्र के असंतुलित होने पर व्यक्ति को सिर से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
Chakra Meditation Benefits- इसके विपरीत यदि यह चक्र संतुलित है तो जीवन में चमत्कार होते हैं।
इस चक्र का मंत्र शम SHAM है। मंत्रोच्चारण के साथ ध्यान को भृकुटी के मध्य स्थित करने से यह चक्र संतुलित हो जाता है। THIRD EYE CHAKRA आज्ञा चक्र के बारे में आप विस्तार में नीचे दिए हुए लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं।
Third Eye Opening Experiences and Benefits in Hindi
७- Crown Chakra सहस्रार् चक्र
यह चक्र। सिर के उस भाग में जहां छोटे बच्चे का तालू धड़कता हुआ देखा जा सकता है, वहां स्थित होता है। इस चक्र के बारे में विस्तार में जानने के लिए नीचे दिए लिंक पर जाकर पढ़ें।
Crown Chakra and it Powers in Hindi
Crown Chakra का रंग Purple या सफ़ेद होता है। इसका मंत्र Om ह ओम् है। जैसा कि कहते हैं कि ब्रह्मांड से जो आवाज़ आती है, वह ओम् की ध्वनि है। तो इस ओम् के उच्चारण से crown chakra संतुलित होने के साथ आपके अध्यात्मिक जीवन में Growth होती है।
Benefits of Cleansing Chakra
चक्रों को साफ़ अथवा संतुलित करने ना सिर्फ अपने शरीर को बल्कि संपूर्ण जीवन को। स्वस्थ तथा साफ़ सुथरा रखा जा सकता है। आइए देखते हैं कि Benefits of cleansing chakra क्या क्या है-
१- यदि आपके चक्र संतुलित तथा अच्छी तरह काम कर रहे हैं तो नींद अच्छी तरह आती है। अच्छी नींद आपको एक संतुलित जीवन, बेहतर काम करने की शक्ति तथा धैर्य बढ़ाती है।
२- चक्रों को संतुलित रखने का अर्थ है स्वयं से जुड़े रहना। जब आप स्वयं से जुड़े रहते हैं तो आत्म आंकलन, आत्म विश्वास तथा आत्म सम्मान की भावना प्रबल होती है।
३- चक्रों के संतुलित रहने से आप चीजों को रचनात्मक तरीके से सोच पाते हैं। परिणास्वरूप आपके किसी भी काम को संपूर्ण करने में कम समय लगता है तथा काम जल्दी हो जाता है।
४- आप खुले दिमाग से हर चीज़ को समझते हैं, आपका एकाग्रता तथा याददाश्त में जबरदस्त वृद्धि होती है।
५- चक्रों के संतुलित होने से आपके विचार तथा रवैया दोनों ही सकारात्मक होते हैं। आप नई चीज़ों या बातों को सकारात्मक तरीके से स्वीकार कर उस पर विचार विमर्श करते हैं।
६- किसी भी समस्या का समाधान आप आसानी से खोज लेते हैं तथा विपरीत परिस्थितियों से विचलित नहीं होते।
७- चक्रों के संतुलित रहने से आपकी संपूर्ण शारीरिक, मानसिक तथा आध्यात्मिक स्वास्थ्य होता है। जीवन सरल, आनंदमय तथा आसान लगता है।
Chakra Meditation Benefits- Chakra Meditation Techniques in Hindi
चक्रों को सक्रिय तथा संतुलित रखने का सबसे आसान तरीका रेकी विधि है। रेकी के बारे में मैंने पहले ही विस्तार में लिखा है। आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं।
Reiki ke Fayde in Hindi/ २१ Benefits Of Reiki
इस पोस्ट में कम सम में चक्रों को साफ़ तथा संतुलित रखने के लिए Chakra meditation techniques के बारे में step by step बता रही हूं।
१- First Step चक्र मेडिटेशन करने के लिए सबसे पहले आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं। रीढ़ की हड्डी को बिल्कुल सीधी रखें। पैरों की उंगलियों से लेकर सिर तक एक- एक अंगों पर ध्यान ले जाएं। तथा उन्हें ढीला छोड़ते जाएं। इस प्रकार पूरे शरीर को Relax कर दें।
२- Second Step में लंबी, गहरी सांस लें तथा ध्यान को सांसों पर ले जाएं। महसूस करें कैसे प्रत्येक सांस नासिकाओं से होकर फेफड़ों तक जाती है। सांसों को बाहर छोड़ते समय imagine करें कि शरीर के अंदर के सारे Toxins, नकारात्मकता बाहर आ रही है।
३-Chakra Meditation Benefits १५-३० लंबी गहरी सांसों के बाद अपने हृदय की धड़कनों तथा सांसों की गहराइयों पर ध्यान दें। महसूस करें कि सांस फेफड़ो, पेट अथवा शरीर के किस किस अंगों तक पहुंच रही है।
४- अब अपनी सांसों को Healing Energy के रूप में देखें। सफ़ेद रंग की ऊर्जा शरीर में जाते हुए देखें। शरीर के हर अंग को ऊर्जा में पूरी तरह भीगते हुए कल्पना करें। ध्यान रहे कि आपका ध्यान जहां जाता है ऊर्जा का प्रवाह वहां होने लगता है। शरीर के अंगों को Heal करने के बाद उस ऊर्जा को अपने चारों तरफ़ एक घेरा बनाते हुए देखें।
५- Healing के बाद अब चक्रों को संतुलित करने की बारी है। इसके लिए आपको सारे चक्रों के स्थान तथा रंग पता होना चाहिए। अपने ध्यान को सबसे पहले मूलाधार चक्र पर ले जाएं। गहरे लाल रंग के चक्र की कल्पना करें।। ध्यान थोड़ी देर वहीं टिकाए रखें। इसके बाद एक एक करके सातों चक्रों पर ध्यान ले जाएं, उनके रंगों तथा आकर की कल्पना करें। प्रत्येक चक्र पर कम से कम ५-१० सांस लेने तक रुकें। हर सांस के साथ उसके रंगों को स्वच्छ होते हुए देखें।
६- सारे चक्रों पर विधिवत ध्यान देने के बाद अंत में अपने शरीर में सारे चक्रों को एक बार एक साथ देखें। सीधी लाइन में सारे चक्रों को चमकते हुए तथा अपने आभा मंडल अर्थात और पर भी ध्यान दें। सब कुछ बिल्कुल स्वच्छ और चमकदार कल्पना करें।
अब मूलाधार चक्र से क्राउन चक्र तक जाती हुई ऊर्जा पर ध्यान दें। धरती से निकलती हुई ऊर्जा रूट चक्र से प्रवेश कर क्राउन चक्र से आकाश में जाती हुई कल्पना करें। इस प्रकार आप शरीर के साथ प्रकृति का सामंजस्य करते हैं।
७- इस अद्भुत अनुभव को जितनी देर लेने का में करे उतनी देर लेते रहें। अंत में धीरे धीरे ध्यान सांसों पर लाएं। और आंखें खोलें। उस अनुभव को एक बार खुली आंखों से महसूस अवश्य करें। फिर आरामदायक तरीके से आसान बदल लें। Chakra Meditation Benefits
इस प्रकार आप Chakra meditation techniques द्वारा आसानी से चक्रों को संतुलित कर सकते हैं।
Wonderful explanation of Chakra, Thanks a lot
Hii मैम,,,,, नमस्कार। 🙏🙏 मैं कोरबा जिले (C,G,) से बिलोम करता हूं। मैं 19 वर्ष का हूं। मैं जब ध्यान धरता हूं तो मुझे 2 रंगे दिखाई देता है। 1st में नीला और 2nd में बैगनी वही से रुक जाती है, आगे नहीं जाती और बैगनी से हो कर सफेद में बदलने लगती है। मुझे और इन सब के बारे में जानकारी पता करना था। और जहा तक हो सके तो बात करना था। क्यू कि बाते बहुत सारी है जिसे कमेंट में बता नही बता सकता।
आपके स्पिरिचूअल चक्र खुल चुके है।अब आपको नीचे की चक्रों को खोलने और सबको बैलेन्स करने पर ध्यान देना चाहिए।
आप एक बार आज्ञा चक्र और कुंडलिनी शक्ति वाला आर्टिकल पढ़ लीजिए। काफ़ी कुछ क्लीयर हो जाएगा।
उम्मीद है आपके सभी सवालों के जवाब मिल जाएँगे
यदि आपको इसमें और आगे जाना है तो मेरा सुझाव रहेगा कि आप मेरा रेकी का कोर्स कर लीजिए।