धनप्राप्ति की राह दिखाते 10 योग | Business Yog in Kundli in Hindi

Business Yog in Kundli in Hindi बदलते समय की मांग को देखते हुए नौकरी पर आजीवन भरोसा रखना मुश्किल होने लगा है। जब भी इकोनॉमी नीचे जाती है, सबसे पहले उच्च पदाधिकारियों की नौकरी पर खतरा मंडराने लगता है। आप कोई सर्विस कर रहे हैं या अपने कैरियर की शुरुआत करने जा रहे हैं, दोनों के लिए ही यह आर्टिकल काम का है।

व्यापार करना सरल है, किन्तु कभी कभी समय या कह लीजिए ग्रह नक्षत्र हमारा साथ नहीं देते हैं। ऐसे में समझदारी इसी बात में है कि किसी भी व्यापार में पैसा लगाने से पहले एक बार इन ग्रह नक्षत्रों के बारे में जान लिया जाए।

Business Yog in Kundli in Hindi बिजनेस का सबसे पहले फॉर्मूला पहले से की जाने वाली तैयारी ही है, तो सबसे पहले कदम अपनी कुंडली पर एक नज़र डालिए। व्यापार करने की ठान ली है, तो सफ़ल भी हो है जाएंगे, कुंडली पर नज़र डालने से बस इतना अंतर होगा कि किस दिशा में काम करना है।

हम आपके लिए Top 10 Yog in Kundli लेकर आए हैं जो इस बात को संकेत है कि व्यापार में आपको सफलता मिलेगी।

Kundli me Vyapar Ka Ghar दशम एवं सप्तम भाव एवं है। यह घर कर्मों से जुड़ा हुआ है। इस गृह में ग्रहों की दशा जितनी मजबूत होगी, व्यक्ति की आर्थिक दशा उतनी ही मजबूत होती है और वह उतना ही धनी बनता जाता है।

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Business Yog in Kundli in Hindi

चलिए उन दस ग्रहों की दशा पर ध्यान देते हैं जो आपके व्यापार का भविष्य दर्शाती हैं।

Business Yog in Kundli in Hindi

१- यदि आपकी कुंडली के दशम भाव में मंगल ग्रह सर्वोच्च राशि अर्थात मकर राशि में विराजमान हो तो ऐसा व्यक्ति ना सिर्फ़ व्यापार में सफल होगा बल्कि व्यापार संबंधी विदेश यात्रा भी करेगा।

२- Business Yog in Kundli कुंडली के कर्म भाव में बृहस्पति का होना अत्यंत शुभ तथा लाभकारी माना जाता है। ऐसा व्यक्ति व्यापार में सफलता ज़रूर हासिल करता है। ऐसे शुभ योग को केंद्रादित्य योग के नाम से भी जाना जाता है। इस योग में ध्यान देने योग्य सबसे महत्वूर्ण बात यह है कि यह योग किसी नीच अथवा शत्रु राशि में ना बन रहा है।

३- यदि कुंडली के कर्म भाव में बुध तथा सूर्य हों अथवा इनमें से कोई एक भी ही तो व्यक्ति व्यापार में अवश्य सफलता हासिल करता है।

४- Business Yog in Kundli जिस व्यक्ति की कुंडली के दसवें भाव में गुरु सूर्य अथवा चन्द्र का प्रभाव है तो ऐसे व्यक्ति को व्यापार में अत्यधिक लाभ होता है। इन तीनों ग्रहों का योग वर्गोत्तम योग के रूप में जाना जाता है तथा इनकी उपस्थिति विजनेस को सफ़ल तथा जीवन को आलीशान बनाने में सहायक है।

५- जिसकी कुंडली के कर्म भाव में मंगल सूर्य अथवा बृहस्पति का स्थान है तो इन तीनों का बल एक साथ मिलकर अत्यंत शुभ योग बनता है। ऐसा व्यक्ति व्यापार में सफल होता है तथा उसे उम्मीद से अधिक धन लाभ होता है।

६- Business Yog in Kundli शनि, राहु एवं केतु अक्सर अशुभ ग्रहों की गणना में आते हैं किन्तु यदि कुंडली के दसवें भाव में राहु मिथुन राशि में बैठा हो तो उसकी दृष्टि कर्म भाव पर पड़ती है तथा लाभकारी फल देता है। ऐसे व्यक्ति को व्यापार में सफलता मिलती है।

७- दसवें भाव की तरह ही कुंडली के सातवें भाव को भी कर्म भाव में गिना जाता है तथा इस भाव की ग्रह दशा भी व्यापार में सफलता दिलाती है। अंतर बस इतना है कि सातवां भाव साझेदारी का होता है, तो ऐसी दशा में मित्र ग्रहों का योग बनकर पार्टनरशिप में व्यापार सफल होता है।

८- Business Yog in Kundli यदि व्यक्ति की कुंडली में बुध सातवें भाव में स्थित हो तो भी व्यक्ति अत्यंत बुद्धिमान होने के साथ तथा भिन्न भिन्न व्यापार में सफल होता है।

९- यदि किसी की कुंडली के सातवें भाव में लक्ष्मीनारायण योग हो, अर्थात बुध तथा शुक्र एक साथ हों तो ऐसे व्यक्ति व्यापार में अधिक सफलता प्राप्त करता है। इन दोनों ग्रहों की कर्म भाव पर दृष्टि अत्यंत फलदाई है।

१०- Business Yog in Kundli कुंडली के दसवें भाव में अन्य किसी ग्रह की अनुपस्थिति की दशा में सफल व्यापार का शत प्रतिशत योग बनता है। दशम भाव का स्वामी दशमेश व्यापार में लाभ देता है।

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Business Yog in Kundli in Hindi/ Naukri ya Business in Kundli

क्या आप भी अपने कैरियर की शुरुआत करना चाहते हैं किन्तु नौकरी या व्यापार चुनने में उलझन है? नीचे कुछ टिप्स हैं जिनके आधार पर आप अपना विभाग के साथ सफलता का पैरामीटर भी माप सकते हैं।
कुंडली के ग्रह भी कैरियर चुनने में मदद करते हैं।

१- यदि कुंडली में सातवें तथा दसवें भाव में कर्म भाव का योग है तो व्यक्ति व्यापार किन्तु दसवें तथा छ्ठें भाव में है तो नौकरी का योग है।

२- Business Yog in Kundli कुंडली में तीसरे भाव का कार्येश होने पर व्यक्ति एजेंट, लेखन, प्रिंटिंग, अथवा सेल्समैन के क्षेत्र में कैरियर का योग बनता है।

३- तीसरे तथा पांचवें भाव में कार्येश होने पर शिक्षा संस्थान, अथवा कला जैसे कि सिनेमा, नाटक अथवा तंत्र मंत्र आदि कार्यों से अपने आजीविका का योग बनता है।

Businessman Yog in Kundli in Hindi

उपर्युक्त ग्रहों का योग कुंडली को विशेष बनता है। बुध ग्रह की उपस्थिति से इंसान बुद्धिमता का धनी होने के साथ किसी भी व्यापार में सफलता हासिल करने में सक्षम होता है।

Extra Tips: १- व्यापार में कम समय में अधिक सफलता पने के लिए समय- समय पर इन ग्रहों को खुश करने के लिए पूजा पाठ अवश्य करें।

२- व्यापार वृद्धि के स्वामी गणपति की नियमित पूजा तथा आरती करें इससे व्यापार स्थान पर ऊर्जा शक्तिशाली एवं पवित्र होती है तथा बिजनेस में भी वृद्धि होती है।

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Business Yog in Astrology

कुंडली में सबसे उत्तम व्यापार का योग अर्थात Uttam Yog In Kundali दशम भाव में ग्रहों जैसे कि बुध, गुरु शुक्र तथा सूर्य आदि की दशा अभिक लाभकारी होती है।

Note: Yog For business in Kundli जानने के बाद एक बात अवश्य ध्यान में रखिए कि ये सारे योग कर्म सिद्धांतों के अनुसार हैं। कुंडली के योग पूर्व कर्मों के आधार पर ये अवश्य बताते हैं कि किस दशा में, दिशा में आपको कितनी सफ़लता मिलेगी किन्तु सफ़लता कर्मानुसार ही मिलती है।

इसलिए कुंडली की जांच करने के बाद स्वयं पर विश्वास रख उस दिशा में उचित कार्य करना अति आवश्यक है। हमने कई लोगों को देखा है कि कुंडली में धन योग था किन्तु जीवन में सफल नहीं हो सके। कारण?

Business Yog in Kundli मेहनत करने के बजाय उस क्षण का इंतज़ार करते रहे जब सही समय आएगा और धन हाथ लगेगा।

इसलिए सबसे आवश्यक है कि नौकरी अथवा व्यापार जो भी योग बनता है उस दिशा में दिल लगाकर मेहनत करें, सफलता अवश्य मिलेगी।

यदि आप अपना व्यापार स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं, किन्तु उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिल रही है तो नीचे लिंक पर जाकर व्यापार संबंधी मंत्रों तथा अन्य आवश्यक टिप्स के बारे में पढ़ें।

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Final Words: आशा है इस लेख Business Yog in Kundli में आपके सवालों के उत्तर मिले होंगे और मेरी कामना है कि आपके कुंडली में जिस भी व्यापार का योग हो, आप उसमें अपार सफ़लता हासिल करें।
लेख लाभदायक लगे तो दूसरों के साथ साझा कर उन्हें भी सही दिशा दिखाएं।

भवतु सबै मंगलम!

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