क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि सुबह 3:30 से 4:30 के बीच आपको किसी अदृश्य शक्ति ने जगाया हो? या रात को आप चाहे कितनी भी देर से सोएं आपकी आंखें, इसी समय में खुल जाती हैं? यदि आप यह सोच रहे हैं कि इसमें खास बात क्या है तो इसमें कुछ खास बात अवश्य है। सुबह के इसी चमत्कारिक समय को ब्रह्म मुहूर्त Brahma Muhurtham कहा जाता है।
आज हम इसी ब्रह्मा मुहूर्त के बारे में विस्तार से जानेंगे। ब्रह्म मुहूर्त को योगियों की भाषा में अमृतवेला भी कहा जाता है। सुबह का यह समय सिर्फ शारीरिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि मानव मस्तिष्क के लिए भी वरदानी समय होता है।
What is Brahma Muhurtham ? ब्रह्म मुहूर्त का शाब्दिक अर्थ क्या है?
ब्रह्मा अर्थात ब्रह्म देव, जो ज्ञान के देवता है तथा मुहूर्त अर्थात समय। तो, इन शाब्दिक अर्थों को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह समय किसी भी ज्ञान को समझने के लिए, अर्जन के लिए बिल्कुल सही समय है।
दूसरे शब्दों में, जैसा कि ऊपर आपने पढ़ा कि योगियों के लिए ब्रह्म मुहूर्त अमृतवेला होती है। अमृत का अर्थ जीवनदायी और वेला अर्थात समय। इस प्रकार देखा जाए तो समय की वह घड़ी है जो अमृत तुल्य होती है, उसे ब्रह्म मुहूर्त Brahma Muhurtham अथवा अमृतवेला कहते हैं।
तीसरे तरीके से देखा जाए तो, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 24 घंटों में कुल 30 मुहूर्त होते हैं। सूर्योदय से दो प्रहर पहले का समय ब्रहमा मुहूर्त के नाम से जाना जाता है। ब्रहमा मुहूर्त के बाद विष्णु मुहूर्त शुरू होता है।
What is Brahma Muhurta Time? ब्रह्म मुहूर्त समय
समय का एक मुहूर्त 48 मिनट का होता है। इस तरह ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से २ मुहूर्त पहले अर्थात 1 घंटे 36 मिनट पहले शुरू होता है तथा सूर्योदय से 48 मिनट पहले खत्म हो जाता है। इस तरह से देखा जाए तो ब्रह्मा मुहूर्त अलग-अलग देशों में वहां की भौगोलिक स्थिति और समय के अनुसार होता है।
ध्यानी और योगियों के लिए 3:30 से 5:00 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त में गिना जाता है।
Brahma Muhurtham- ५ कर्म जो ब्रह्मा मुहूर्त के समय करना चाहिए
१- यदि आपकी निद्रा ब्रह्म मुहूर्त में स्वयं टूट जाती है तो इसका अर्थ है कि ईश्वर आपसे संबंध बनाने के लिए स्वयं लालायित है। इसलिए यह सबसे सही समय है कि आप परमात्मा का ध्यान लगाएं तथा उनसे बातें करें।
२- यदि आप विद्यार्थी, अध्यापक, रिसर्चर या फिर लेखक हैं, तो आपके लिए ब्रह्म मुहूर्त का समय बिल्कुल सही समय है जब आप कुछ पढ़े या लिखें। इस समय में पढ़ा गया और लिखा गया ज्ञान मन की गहराइयों में छप जाता है।
३- यदि आप धार्मिक प्रवृत्ति के इंसान है तो यह सबसे सही समय है जब आप मंत्रों का जाप करें ईश्वर की आराधना करें या फिर किसी धार्मिक ग्रंथ का अध्ययन, चिंतन तथा मनन करें।
४- ब्रह्म मुहूर्त का समय आने वाले दिन की तैयारी करने का सबसे उपयोगी समय होता है। आप अपने धन, समय या फिर दिनचर्या की पूरी रूपरेखा इस समय तैयार कर सकते हैं जब आपका मन शांत और नए दिन के लिए उत्साहित होता है।
५- आत्म आकलन सबसे मुश्किल कार्य है, किन्तु इस समय किया गया आकलन आपकी बुद्धिमत्ता को बढ़ाता है और काम, क्रोध, लोभ, मोह जैसे विकारों से मुक्ति दिलाता है। इसलिए आप अपने व्यक्तित्व और अपने कर्मों का आकलन ब्रह्म मुहूर्त के समय में कर सकते हैं।
Brahma Muhurtham- कर्म जो ब्रह्म मुहूर्त के समय नहीं करना चाहिए-
१- पर-चिंतन अर्थात दूसरों के बारे में सोचना। मनुष्य के लिए सबसे आसान है- दूसरों के कर्मों का आकलन करना। सबसे ज्यादा समय इंसान इसी एक कर्म में लगाकर बरबाद कर देता है। ब्रह्म मुहूर्त ऐसा समय है जब आप अपने जीवन की रूपरेखा तैयार कर सकते हैं तो दूसरों के बारे में सोच कर अपने जीवन के इस बहुमूल्य समय को ना गवाएं।
२- भोजन या किसी अन्य पदार्थ का सेवन न करें। इस समय मस्तिष्क में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे होते हैं। जिसकी वजह से आपका पाचन तंत्र आपके द्वारा ग्रहण किए गए भोजन को ठीक से पचा नहीं सकता परिणाम स्वरूप आप के बीमार होने की संभावना हो सकती है।
३- ब्रह्म मुहूर्त के समय कुछ ऐसा काम ना करें जिससे आपको कोई तनाव हो। अपने मन, बुद्धि को कुछ सकारात्मक काम करने में या सोचने में लगाएं जिससे आपकी जीवन में सकारात्मक परिवर्तन हो।
Brahma Muhurtham Benefits ब्रह्मा मुहूर्त में जागने से होने वाले लाभ
जैसा कि आपने ऊपर देखा, ब्रहमा मुहूर्त का सबसे अधिक महत्व मनुष्य के जीवन में है। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि यह समय सिर्फ योगियों के लिए महत्वपूर्ण है। यदि आप इस समय में उठते हैं तो आपको अनेक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ मिलेंगे।
Brahma Muhurtham- शारीरिक लाभ
१- आप ये तो जानते ही हैं कि शुद्ध हवा हमारे शरीर के लिए अत्यधिक लाभकारी है। दिन के समय चारों तरफ फैले प्रदूषण के कारण हमारे शरीर में अनेक बीमारियां पैदा हो जाती हैं। ब्रह्म मुहूर्त में वायु शुद्ध होती है। यदि इस समय आप कुछ देर के लिए पैदल चलते हैं तो आपके शरीर में रक्त संचार सुचारू रूप से होने लगता है। जिससे स्वसन नालियों को लाभ होता है।
२- यदि आप वजन कम करना चाह रहे हैं तो ब्रह्म मुहूर्त में पैदल चलने की आदत डाल लेनी चाहिए। इस समय हवा में जो ताजगी होती है, वह आपके शरीर के ऑक्सीजन प्रवाह को बढ़ाती है। जिसका सीधा असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है और वह बेहतर तरीके से काम करने लगता है। जब आपके भोजन पचाने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी ढंग से होने लगती है तो वचन में कमी स्वत: आ जाती है।
३- सुबह की ताजी हवा में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। शुद्ध हवा जब आपके शरीर में प्रवेश करती है तो आपके शरीर में मौजूद बीमारियों से लड़ने वाली कोशिकाओं को और ज्यादा मजबूत करती है। जिसका सीधा असर आपके इम्यून सिस्टम पर पड़ता है और आपकी रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ जाती है।
४- ब्रह्म मुहूर्त में पैदल चलने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि सुबह की ताजी हवा में मौजूद ओक्सीजन आपके फेफड़ों में जमा सारी गंदगी, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। जिसके परिणाम स्वरूप आप के फेफड़े पहले से अधिक स्वस्थ और प्रभावी हो जाते हैं और आपको सांस से संबंधित बीमारियों से बचाते हैं।
५- ब्रह्म मुहूर्त में किया गया कोई भी व्यायाम या टहलने की आदत मनुष्य के शरीर में पहले से उपस्थित किसी भी बीमारी को जल्दी से ठीक कर सकता है।
Brahma Muhurtham- मानसिक स्तर पर लाभ
१- क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर बीमारियां नकारात्मक विचारों का परिणाम है। हीलिंग विज्ञान के अनुसार हर नकारात्मक विचार शरीर के किसी ने किसी अंग पर अपना दुष्परिणाम छोड़ जाता है जो नई नई बीमारियां पैदा करती हैं। ब्रह्म मुहूर्त मानसिक स्तर को ऊंचा उठाता है जिसका सीधा असर होता है कि आपके विचार शुद्ध और सकारात्मक होते हैं तथा हीलिंग ऊर्जा बढ़ जाती है।
२- ब्रह्म मुहूर्त एक ऐसा समय है जिस पर मौसम का कोई असर नहीं पड़ता। सर्दी गर्मी बरसात चाहे कोई भी मौसम हो प्रकृति इस वक्त अपने सबसे शुद्ध रूप में होती है। यदि आप इस समय जागने की आदत डाल लेते हैं तो मानसिक कमजोरियां जैसे कि क्रोध, चिंता, तथा अन्य व्याधियों से मुक्ति मिल सकती है।
३- जैसा कि हमने ऊपर देख कि ब्रह्मा मुहूर्त के समय वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा सबसे अधिक होती है। ऑक्सीजन मनुष्य के मस्तिष्क के लिए सबसे शक्तिशाली भोजन है। ज्यादा ऑक्सीजन का सीधा- सीधा अर्थ है कि आपकी मानसिक शक्ति में तेज़ी से बढ़ोतरी होती है।
४- क्या आप जानते हैं कि हरियाली आपके मन पर पर एक विशेष प्रभाव छोड़ती है और आपके मन में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती है। हरा रंग मस्तिष्क में उमंग, उत्साह, शांति और उम्मीद की भावना जगाता है। यही कारण है कि ग्रामीण विभाग में रहने वाले लोगों का मानसिक स्वास्थ्य शहरीय लोगों से ज्यादा बेहतर होता है।
५- सुबह जल्दी उठने वालों में अक्सर पैदल चलने, दौड़ने या टहलने की आदत लग ही जाती है। सुबह के समय किया गया कोई भी व्यायाम आपको ज्यादा ऊर्जावान, प्रभावशाली और सकारात्मक बनाता है जिसका सीधा असर आपके पूरे दिन पर पड़ता है। दूसरे शब्दों में कहें तो आपकी सुबह आपके सुखद दिन की चाबी है।
Brahma Muhurtham- आत्मिक स्तर पर लाभ
जैसा कि नाम से ही ज्ञात है कि सुबह का यह समय ब्रह्मा मुहूर्त है अर्थात सबसे शुभ समय है। आध्यात्मिक प्रगति के लिए या आत्मिक सुधार के लिए किसी भी कर्म को करने का सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त होता है।
१- ब्रह्म मुहूर्त में ब्रह्मांड की सारी नकारात्मक शक्तियां सो जाती है तथा सकारात्मक शक्तियां जागृत हो उठती है। इस वक्त उठकर किया गया ईश्वर का ध्यान, आपका ईश्वर के साथ संबंध गहरा और प्रभावी बनाता है।
२- यदि आप ध्यान करते हैं तो ब्रह्म मुहूर्त में किया गया ध्यान आपको सीधा ईश्वर से मिलाता है तथा आपके शरीर में सबसे ज्यादा कॉस्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। यह कॉस्मिक ऊर्जा आपके आत्मिक, मानसिक और शारीरिक तीनों ही स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होती है।
३- ब्रह्म मुहूर्त और शाम के समय सुषुम्ना नाड़ी में आकाशीय ऊर्जा आसानी से प्रवाहित होती हैं। इस वक्त किया गया ध्यान आपको ध्यान की गहराइयों में अर्थात समाधि में आसानी से ले जा सकता है।
४- ब्रह्मा जिसे इस सृष्टि का निर्माता भी कहा जाता है। ब्रह्मा मुहूर्त वह समय है जब आप अपने भविष्य की रचना स्वयं कर सकते हैं दूसरे शब्दों में कहा जाए तो आप अपने जीवन को बेहतर बनाने की सारी प्रक्रिया इसी ब्रह्म मुहूर्त से शुरू कर सकते हैं। कुछ ही दिनों में आपको परिणाम दिखने लग जाएंगे।
५- मानव मस्तिष्क में उपस्थित पीनियल ग्रंथि से एक मेलाटोनिन नामक पदार्थ प्राकृतिक रूप से प्रवाहित होता है। इस मेलाटोनिन में इतनी शक्ति होती है जो आपके किसी भी विचार को जल्द से जल्द सच कर सकता है। इसका सबसे ज्यादा श्राव ब्रह्म मुहूर्त के समय होता है। अब आप समझ गए होंगे कि यह समय आपके जीवन में बदलाव लाने के लिए कितना महत्वपूर्ण समय है।
Brahma Muhurtham Mantras
ब्रह्मा मुहूर्त में किन मंत्रों का जाप लाभदायक है?
हिंदू शास्त्रों के मुताबिक यदि आप ब्रह्म मुहूर्त में उठते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं तो आपको ज्ञान, लक्ष्मी, सुंदर तथा स्वस्थ शरीर की प्राप्ति होती है।
१- “ओम ब्रह्मा मुरारी पुरानतकारी भानु, शशि, भूमिस्तूतो, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतवा कुर्वंतु सर्वे मर्मे सुप्रभातम ओम।”
जैसा कि आप देख सकते हैं इस एक मंत्र में सभी ग्रहों का वर्णन है। इस मंत्र के जाप से सभी देवी-देवता तथा ग्रह प्रसन्न होते हैं और आपको सुख शांति का आशीर्वाद देते हैं।
२- “ओम कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ए सरस्वती करमूले तू गोविंदा: प्रभाते कर दर्शनम् “
शास्त्रों के अनुसार हमारी हथेलियों में सभी देवी देवताओं का वास होता है। यदि आप सुबह उठने के बाद अपनी हथेलियों को देखते हुए इस मंत्र का जाप करते हैं तो सभी देवता आपसे प्रसन्न होते हैं। फलस्वरूप आपके जीवन में धन- वैभव तथा सुख शांति का आगमन हो जाता है।
३- “ओम” जैसा कि वैज्ञानिक स्तर पर भी साबित हो चुका है कि ब्रह्मांड से निकलने वाली जो ध्वनि है वह ओम की ध्वनि है। आप समझ सकते हैं कि यह मंत्र कितना शक्तिशाली मंत्र है। इस मंत्र के हजारों लाभ है। यदि आप इस मंत्र के जाप के साथ कुछ देर ध्यान करें तो आपके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन आ सकते हैं।
इन मंत्रों का जाप करने के लिए आपको स्नान विधि की आवश्यकता नहीं है। ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सुखासन में बैठकर दोनों हाथ जोड़कर तथा आंखें बंद करके आप इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
Brahma Muhurt and Law of Attraction
ब्रह्मा मुहूर्त और आकर्षण के नियम में क्या संबंध है?
ब्रह्म मुहूर्त और Law Of Attraction अर्थात आकर्षण के नियम का बहुत ही गहरा संबंध है। आकर्षण का नियम कहता है कि मनुष्य जिन बातों को निरंतर मन में सोचता रहता है, ब्रह्मांड उसे पूरा कर देता है।
आपने यह कहावत तो सुनी होगी कि जल्दी सोना और जल्दी उठना सफलता की प्रथम सीढ़ी है। यदि आप सफल लोगों की दिनचर्या बारीकी से देखेंगे तो उसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि वह रात को जल्दी सो जाते हैं और ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाते हैं। आज आपको इस राज का पता चल जाएगा कि ऐसा क्यों होता है?
उदाहरण के रूप में देखते हैं कि आप एक यात्रा पर निकले। दिन के समय आपको अपने गंतव्य तक पहुंचने में जहां 5 घंटे का समय लगता है वहीं यदि आप सुबह जल्दी निकलते हैं तो हो सकता है कि आप 3 घंटे में ही पहुंच जाएं। ऐसा क्यों?
जवाब बहुत सीधा है, क्योंकि सड़कों पर ट्रैफिक नहीं होता है, गाड़ियां नहीं होती है और रास्ता बिल्कुल साफ होता है। आप आसानी से खुशी-खुशी और समय से जल्दी पहुंच जाते हैं।
इसी प्रकार जो विचार हम ब्रह्मांड में भेजते हैं, वह ट्रैफिक के हिसाब से पहुंचता है। दिन के समय जब सभी जाग रहे होते हैं, तो विचारों की भीड़ में अपने विचार खो जाते हैं। ब्रह्मा मुहूर्त के समय प्रकृति में ट्रैफिक कम होती है। चाहे वह गाड़ियों की ट्रैफिक हो या फिर विचारों की ट्रैफिक!
ब्रह्म मुहूर्त Brahma Muhurtham के समय भेजा गया विचार इथर के माध्यम से ब्रह्मांड में जल्दी पहुंचता है और आपके विचारों को या उन सपनों को सच होने में कम समय लगता है।