Bakasana Benefits in Hindi ईश्वर ने सृष्टि की रचना करते समय प्रत्येक जीव को कुछ विशेष गुण का वरदान दिया। मनुष्य मात्र एक ऐसा प्राणी है जिसे ईश्वर ने एक जादुई दिमाग दिया जिसका प्रयोग कर वह सभी प्राणियों के गुणों को सफलतापूर्वक हासिल कर सकता है।
इन गुणों का साहिल करना यदि आसन होता तो सभी एक समान हो जाते। किन्तु इन गुणों को वही हासिल कर जीवन में इसका उपयोग कर पाते हैं जो इसे हासिल करने के लिए दिलोजान से मेहनत करते हैं।
“काकचेष्टा बकोध्यानम, स्वान निद्रा तथैव च” संस्कृत के इस प्रसिद्ध श्लोक में एक ऐसे जीव का उल्लेख है जो अपने ध्यान अर्थात फ़ोकस के लिए प्रसिद्ध है।
शरीर एवं जीवन का संतुलन बनाए रखने के साथ एकाग्रता बढ़ाने वाले इस योगासन को बकासन के नाम से जाना जाता है।
MysticMind के इस आर्टिकल में हम आपको बकासन के अभ्यास का तरीका एवं अभ्यास से होने वाले लाभों Bakasana Benefits के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
बकासन से मिलने वाले लाभों Bakasana Benefits को जानने से पहले देखते हैं कि बकासन का असली अर्थ क्या है?
What is Bakasana in Hindi/ Bakasana Meaning in Hindi
अंग्रेजों में Crane Pose के नाम से जाने वाले बकासन की उत्पत्ति संस्कृत के दो शब्दों के मिलने से हुई है। बक एवं आसन, बक का अर्थ बगुला जिसे अंग्रेजी में Crane कहते हैं, होता है तथा आसन अर्थात बैठने अर्थात खड़े होने की स्थिति।
इस प्रकार बकासन का अर्थ है ऐसा आसन जिसमें शरीर की अवस्था बगुले के समान हो जाती है। बकासन कुछ काकासन के समान प्रतीत होता है।
इसका मुख्य उद्देश्य शरीर के संतुलन के साध ध्यान को बढ़ाना है। भटकते मन को एक स्थान पर स्थिर करना अत्यंत मुश्किल काम है।
बकासन का अभ्यास शारीरिक संतुलन के साथ मानसिक एकाग्रता बढ़ाकर शरीर को छरहरा करता है।
चीन में इस आसन का अभ्यास अधिकांश लोगों में प्रचलित है, इनका मानना है कि इसका अभ्यास लंबी उमर का प्रतीक है।
यह आसन अक्सर स्त्रियों को कई शारीरिक समस्याओं से बचाकर उनके शरीर को ढांचे में रखने में सहायक है।
How to Do Bakasana in Hindi/How do you Practice Bakasana
बकासन कैसे करें
बकासन के लाभों Bakasana Benefits को जानने से पहले इसका सही प्रकार से अभ्यास विधि जानना अति आवश्यक है। योगासनों का सम्पूर्ण लाभ तभी मिलता है जब इसे विधिवत् किया जाए।
Bakasana steps and benefits जानने के लिए पहले Bakasana Steps जानते हैं।
१- सर्वप्रथम एक स्वच्छ, हवादार एवं शांत स्थान का चुनाव करें। चटाई अथवा योगा मैट बिछाकर उसपर बैठ जाएं तथा आठ से दस बार सांसों का अभ्यास करें।
२- सांसों का अभ्यास करने के लिए एक लंबी गहरी सांस लें तथा उसे अन्दर रोक लें। जितनी देर तक सांस भीतर रोक सकें रोकें, फिर धीरे धीरे सांस को मुंह द्वारा बाहर छोड़ दें। ऐसा करने से शरीर का सारा तनाव दूर होकर ध्यान वर्तमान में आ जाता है।
३- अब दोनों पैरों को पास पास कर सीधे खड़े हो जाएं तथा। सम्पूर्ण शरीर को ढीला छोड़कर अभ्यास के लिए तैयार करें।
४- दोनों हाथों को उठाते हुए सिर के ऊपर ले जाएं और फिर धीरे धीरे कमर से झुकते हुए नीचे आ जाएं। पूर्ण रूप से झुकने के बाद दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे को पकड़ लें।
५- अब दोनों हाथों को थोड़ा आगे लाकर हथेलियों को जमीन पर टिका दें। ध्यान रहे कि ज़मीन समतल हो ताकि हथेलियों पर चोट ना आए।
६- हथेलियों को ज़मीन पर टिकने के बाद दोनों पैरों को एक साथ ज़मीन से ऊपर उठाते हुए शरीर का सरा बल हाथों पर आने दें। जितना ऊपर शरीर को उठाना संभव हो उठाएं तथा हाथों से संतुलन बनाए रखें।
७- दोनों हाथों को बिल्कुल सीधा रखें, पैरों को ऊपर उठाकर एडी को जांघों को छूने दें तरह सिर सामने कर सीधा देखें। मन में एक से दस तक कि गिनती गिनने तक इसी अवस्था में रहें।
८- फिर धीरे धीरे शरीर के पिछले हिस्से को नीचे करते हुए दोनों पैरों को ज़मीन से टिका दें। हाथों को उठाकर पैरों के दोनों अंगूठे को पकड़ें तथा फिर हाथों को सिर के ऊपर से ले जाकर आराम की स्थिति में आ जाएं।
९- इस प्रकार बकासन का एक चक्र पूरा होता है। आरंभिक दिनों में संभव हो तो एक से तीन चक्र का अभ्यास करें। समय के साथ अवधि चक्र की गिनती बढ़ा सकते हैं।
नोट: शुरू में शरीर का संतुलन बनाने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में जितनी देर संभव हो उतनी देर ही रुकें। अभ्यास के सासंतुलन रखना आसान हो जाएगा।
यदि इस प्रकार सही तरीके से बकासन का अभ्यास नियमित किया जाए तो इसके कई तरह के लाभ देखने के लिए मिलते हैं। आइए देखते हैं कि Bakasana Benefits and Precautions in Hindi क्या क्या हैं?
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What are the Benefits of Bakasana/ Bakasana Benefits in Hindi
बकासन के लाभ
इस कठिन किंतु लाभदाई आसन के कई लाभ हैं जो निम्न हैं।
१- सबसे पहले तो बकासन के अभ्यास से शरीर के संतुलन पर नियंत्रण रखना आसान हो जाता है।
२- Bakasana Benefits भुजाओं पर शरीर का सम्पूर्ण भार पड़ने के कारण भुजाओं में बल बढ़ता है एवं आप शारीरिक रूप से चुस्त बनते हैं।
३- शरीर ऊपर उठाने के साथ मेरुदंड पर खास प्रभाव पड़ने के कारण मेरुदंड स्वस्थ, लचीला एवं मजबूत बनता है।
४- Bakasana Benefits शरीर को हाथों पर संतुलित करने से कमर एवं कूल्हों पर अधिक भार पड़ता है। फलस्वरूप अतिरिक्त वसा खत्म होकर मोटापे से भी मुक्ति दिलाने में बकासन सहायक है।
५- बकासन के नियमित अभ्यास से हाथों, पैरों एवं नितंबों की मांसपेशियों में खिंचाव आता है। जिससे वहां पर रक्त संचार बढ़ता है तथा शारीरिक मजबूती भी बढ़ने लगती है।
६- Bakasana Benefits विशेष बाहों, कमर एवं नितंबों के चर्बी कम होकर शरीर सुडौल बनता है एवं चेहरे पर चमक बढ़ जाती है।
७- शरीर को ऊपर उठाने से पेट पर भी प्रभाव पड़ता है जिससे पाचन तंत्र सुचारू होने लगता है तथा पर संबंधी बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
८- Bakasana Benefits किसी भी उम्र के लोगों के स्वास्थ्य एवं शरीर को संतुलित रखने तथा बीमारियों से बचाने में बकासन का विशेष लाभ मिलता है।
९- बगुले जैसा ध्यान तीव्र होता है अर्थात एकाग्रता में बढ़ोत्तरी होती है। तथा अनचाहे एवं नकारात्मक विचारों से अपने आप मुक्ति मिल जाती है।
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Bakasana Precautions सावधानियां
Bakasana benefits in Hindi जानने के बाद अति आवश्यक है कि इस आसन के अभ्यास पूर्व कुछ Bakasana precautions का खास ध्यान रखा जाएं।
१- उच्च अथवा निम्न रक्तचाप वाले चिकित्सक से सलाह लेकर ही योग्य शिक्षक की निगरानी में बकासन का अभ्यास करें।
२- हथेलियों, कोहनी अथवा भुजाओं में किसी भी प्रकार की अथवा तकलीफ़ की अवस्था में बकासन का अभ्यास ना करें।
३- अभ्यास के दौरान किसी भी प्रकार की जल्दबाजी ना करें, वरना हड्डियों अथवा जोड़ों में समस्या हो सकती है।
४- हृदय रोग से पीड़ित लोग चिकित्सक से पूर्व सलाह मशवरा अवश्य करें।
५- गर्भावस्था अथवा मासिक धर्म के समय बकासन का अभ्यास वर्णित है।
६- शुरू में मुश्किल हो तो हथेलियों के नीचे किसी तौलिए अथवा तकिए को रख सकते हैं।
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Bakasana Benefits And Contraindications
काफ़ी सारे लोगों का सवाल होता है कि बकासन के कोई साइड इफेक्ट तो नहीं होते हैं?
किसी भी योगासन के कोई साईड इफेक्ट्स नहीं होते हैं, सिर्फ ध्यान रहे कि अभ्यास के दौरान सभी स्टेप्स को सही तरीके से करें।
सबसे महत्वपूर्ण है कि बकासन के अभ्यास के दौरान किसी भी प्रकार की जल्दबाजी ना करें तथा ध्यान वर्तमान में ही रखें।
Final Words: उम्मीद है बकासन अभ्यास के सही स्टेप्स एवं Bakasana Benefits in Hindi जानने के बाद आपकी दिनचर्या में इसका समावेश हो जाएगा।
भवतु सब्बै मंगलम!
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