आकाश मुद्रा तथा इसके 14 अद्भुत लाभ | Akash Mudra in Hindi

Akash Mudra in Hindi यदि गौर से देखा जाए तो संकुचित जीवन संकुचित विचारों का परिणाम है। जबकि ईश्वर ने जीवन को आसमान कि ऊंचाइयों टक जाने एवं उसकी तरह असीमित रहने के लिए बना है। जब भी ऊंचाई और फैलाव कि बात चलती है, आसमान का कोई दूसरा मुकाबला नहीं कर सकता।

आसमान के इन्हीं गुणों के लिए वह अक्सर जाना जाता है किन्तु उसकी उपस्थित हमारे इस शरीर में भी है। जिसके असंतुलन से मानसिक शारीरिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य डगमगा जाता है। डगमगाए स्वास्थ्य को सुधारने एवं जीवन में आकाश तत्व का संतुलन बनाए रखने के लिए महापुरुषों एवं योगियों ने मुद्राओं का आविष्कार किया।

इन मुद्राओं के नियमति अभ्यास से शरीर में असंतुलित पांचों तत्वों का संतुलन होते है मन में उठ रहे विचारों में भी परिवर्तन होने लगता है।

पांच तत्वों से बने इस शरीर में जब आकाश तत्व की कमी अथवा बढ़ोत्तरी होती है तो अनेक समस्याएं आने लगती हैं।

MysticMind के इस आर्टिकल में आकाश मुद्रा क्या है, इसे कैसे करते हैं तथा इसके नियमित अभ्यास से होने वाले अद्भुत लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

आकाश मुद्रा Akash Mudra के लाभों के बारे में जानने से पहले देखते हैं कि आकाश मुद्रा क्या है तथा इसका अभ्यास कैसे करते हैं?

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What is Akash Mudra/ Akash Mudra Meaning in Hindi

आकाश मुद्रा, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह मुद्रा शरीर में आकाश तत्व का संतुलन बनाती है। यदि इस मुद्रा का शाब्दिक अर्थ देखा जाए तो आकाश अर्थात खालीपन अथवा अंतरिक्ष तथा मुद्रा अर्थात गेश्चर, स्थिति। इस प्रकार आकाश मुद्रा वह मुद्रा है जो मनुष्य के भीतर के संसार से जोड़कर आकाश के गुण को धारण करने में मदद करती है।

आकाश, अर्थात वह खुला स्थान जिसकी कोई सीमा नहीं है। कहते हैं मनुष्य के भीतर भी एक दुनिया है, जिसकी गहराइयों में विचरण करने के लिए मनुष्य ध्यान का अभ्यास करता है। दूसरे शब्दों में इस मुद्रा को आकाश शामक मुद्रा भी कहते हैं।

ध्यान के दौरान किया गया आकाश मुद्रा Akash Mudra का अभ्यास उसके भीतर चल रहे अनवरत तथा तथ्यहीन विचारों को निकालकर नए ज्ञान को धारण करने के लिए खाली स्थान बनाता है।

आकाश तत्व के असंतुलन से अनेकों बीमारियां घर कर जाती हैं जिससे दूर करने में यह मुद्रा सहायक है।
आकाश मुद्रा के लाभों को जानने से पहले इसके अभ्यास की सही प्रक्रिया पर एक नज़र डाल लेते हैं।

How to Do Akash Mudra आकाश मुद्रा कैसे करें

मुद्राओं का पूर्ण लाभ लेने के लिए इनका अभ्यास सही तरीके से होना आवश्यक है। आइए देखें हैं कि Akash Mudra Steps कैसे हैं?

Akash Mudra Images

१- ध्यान अथवा योगाभ्यास के लिए खुला, हवादार एवं शांत स्थान पर योगा मैट अथवा दरी बिछाकर उसपर बैठ जाएं। आकाश मुद्रा के लिए सुखासन, अर्ध पद्मासन अथवा वज्रासन सर्वश्रेष्ठ आसन माना जाता है।

२- आकाश मुद्रा Akash Mudra का अभ्यास करने से पहले लंबी गहरी सांस लें, सांस को भीतर जब टक संभव है रोककर रखें, फिर बाहर छोड़ दें। इस प्रकार शरीर से नकारात्मक ऊर्जा बाहर आती है तथा ध्यान वर्तमान में आ जाता है।

३- दोनों हाथों को दोनों घुटनों पर सीधा करके टिका दें तथा पांच से सात बार सांसों का अभ्यास करें। तत्पश्चात सांसों को सामान्य होने दें फिर आकाश मुद्रा बनाएं।

४- मध्यमा, अर्थात बीच की बड़ी उंगली आकाश तत्व का तथा अंगूठा अग्नि तत्व का प्रतीक है। इसलिए आकाश मुद्रा के लिए अंगूठे के पोर को मध्यमा उंगली के आगे के भाग से मिलाएं।

५- अंगूठे एवं मध्यमा के मिलने के बाद शेष सभी उंगलियों को बिल्कुल सीधी रखें। आकाश मुद्रा के साथ शांभवी मुद्रा जोड़ने से परिणाम कई गुना बढ़ जाते हैं।

६- जीभ को मोड़कर तालू से जोड़ें। आकाश मुद्रा का को इसी स्थिति में काम से कम ३०से ३५ मिनट तक अभ्यास करें।

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Akash Mudra Benefits/ Benefits of Akash Mudra in Hindi

आकाश मुद्रा के कई जादुई लाभ हैं। नियमित इस मुद्रा का अभ्यास जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन लाने में सक्षम है।

१- आकाश मुद्रा Akash Mudra  के नियमित अभ्यास से ध्वनि अंग अर्थात कान से संबंधी सभी बीमारियों में लाभ मिलता है। सुनने की क्षमता बढ़ने के साथ कानों का स्वास्थ्य पहले से बेहतर बनता है।

२- आकाश मुद्रा के साथ नियमित योग का अभ्यास करने से जीवन से अनुपयोगी बातें निकलकर ज्ञान की वृद्धि होती है एवं खालीपन दूर होता है।

३- Akash Mudra for Bones आकाश मुद्रा के अभ्यास से हड्डियों के रोगों से मुक्ति मिलती है, कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है एवं हड्डियां पहले से अधिक मजबूत होती हैं।

४- इस मुद्रा के अभ्यास से हृदय की कमज़ोरी दूर होती है, भावनात्मक रूप से मजबूती बढ़ती है एवं हृदय रोग से मुक्ति मिलती है।

५- आकाश मुद्रा का नियमित अभ्यास रक्तचाप को संतुलित रखने में बेहद सहायक मुद्रा है। शरीर में रक्त संचार बढ़ने के साथ साथ सभी अंग पूर्ण रूप से काम करने लगते हैं।

६- शरीर में, जबड़ों में जकड़न से आकाश मुद्रा मुक्ति दिलाता है। दाहिने हाथ से पृथ्वी मुद्रा एवं बाएं हाथ से आकाश मुद्रा, दोनों मुद्राओं का एक साथ अभ्यास जोड़ों के दर्द की समस्या को जड़ से समाप्त कर सकता है।

७- माध्यम उंगली शनि का भी प्रतीक है, इस प्रकार इस उंगली पर माला रखकर किया गया जाप शनि को प्रसन्न करता है। फलस्वरप जीवन में सुख शांति का आगमन होता है।

८- इस मुद्रा के नियमित अभ्यास से आज्ञा चक्र सक्रिय होने लगता है। जिससे प्रभावित होकर समय के साथ कुण्डलिनी जागृति में भी मदद मिलती है। कुण्डलिनी शक्तियों कासुखद अनुभव प्राप्त होता है।

९- आकाश तत्व का संतुलन आकाश अर्थात अध्यात्मिक लाभ देता है। इस मुद्रा के नियमित अभ्यास से मानसिक एवं शारीरिक विकलांगता दूर होती है।

१०- आकाश मुद्रा के अभ्यास से गले संबधी दोष जैसे कि थायराइड अथवा गले में खराश, कफ आदि दूर होते हैं। वाणी में स्वच्छता एवं विचारों में सफाई आती है।

११- आकाश मुद्रा के नियमित लंबे समय के आभास से मिर्गी जैसी गंभीर बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है।

१२- Akash Mudra for Teeth दांतों में अक्सर कल्सियम की कमी से अनेक समस्याएं आने लगती है। आकाश मुद्रा के अभ्यास से अस्थियों। के साथ साथ दातों में भी कैल्शियम की मात्र बढ़ती है। जिसके कारण दांत पहले से मजबूत, चमकदार एवं रोग रहित बन जाते हैं।

१३- Akash Mudra for success आकाश मुद्रा पुरानी बातों को मन मस्तिष्क से निकलकर नए विचारों नई उमंगों के लिए स्थान बनाती है। इस प्रकार इस मुद्रा के अभ्यास के साथ सफलता के लिए विशेष ध्यान का अभ्यास किसी भी क्षेत्र में सफलता दिलाता है।

१४- Akash Mudra with Mantra इस मुद्रा के दौरान मंत्रों के अभ्यास से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से भी बचा जा सकता है।

Akash Mudra Precautions

Akash Mudra/MysticMind Images

आकाश मुद्रा के अभ्यास से पूर्व एवं अभ्यास के दौरान निम्न बातों का विशेष ध्यान दें।

१- इस मुद्रा के अभ्यास के लिए ध्यानावस्था में होना आवश्यक है, चलते फिरते इस मुद्रा का अभ्यास ना करें।

२- आकाश मुद्रा Akash Mudra के अभ्यास के दौरान हथेलियों को आकाश की तरफ़ ही रखें, कभी उल्टा ना करें।

३- मुद्राओं का अभ्यास हमेशा बैठकर ही करें, खड़े होकर ना करें।

Akash Mudra Side Effects

आकाश मुद्रा के सही तरीके से करने से अद्भुत लाभ मिलते हैं। योग, मुद्राओं के अभ्यास से कोई हानि यासाइड इफेक्ट तो नहीं होता, हां गलत अभ्यास से लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए शुरुआती दिनों में हमेशा योग्य शिक्षक की निगरानी में ही मुद्राओं या योगासनों का अभ्यास करें।

FAQS

1- Do Mudras Actually Work?

हां, मुद्राएं काम करती है, बशर्ते इनका अभ्यास सही तरीके से होना चाहिए। अभ्यास के साथ कुछ अन्य बातों जैसे कि खान पान, दिनचर्या एवं विशेष रूप से विचार पर ध्यान देना भी आवश्यक है।

2- Which Mudra Eliminate Anxiety?

कालेस्वर मुद्रा खासकर चिंता, अवसाद, एवं मानसिक रोगियों के लिए विशेष लाभकारी मुद्रा मानी जाती है। वैसे किसी भी मुद्रा एवं ध्यान के अभ्यास से इन मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है। सिर्फ़ इतना ध्यान रखें कि योग्य शिक्षक की निगरानी में करें।

Final Words: विशेष ध्यान के साथ किया गया आकाश मुद्रा Akash Mudra Yoga का अभ्यास अत्यंत लाभकारी है। अपनी दिनचर्या में पांच से दस मिनट तक इस मुद्रा का अभ्यास अवश्य शामिल करें।

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भवतु सब्बै मंगलम!

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